A very very thanks to you mam for share such nice video ...mera ye pehla vat savtri vrat ...toh mujhe samjh nhi aa raha tha kya karu kya na karu ..vat savtri ki pooja vidhi ,samagri ko lekar main you tube par bahut video search kiye but saare videos mai itna hectic saamaan bataya jaa raha tha ki samjh nhi aa raha tha itna saaman kahan se collect karu ...par apka video dekhkar mere sare confusion,saari tension dur ho gayi ....AB mai pooja bilkul apke bataye hue tarike se hhi karungi ..so THANKS THANKS ALLOTT
व्रत में वृक्ष का पूजन करना ही श्रेष्ठ है, क्योकि जिस दिन व्रत करते है उस दिन लोग उसी वृक्ष की डाल तोड़ -तोड़ कर उसे इतना नुकसान पहुँचाते है ,जो सर्वथा अनुचित और शास्त्र के विरुद्ध है! हमें व्रत करना है बस, व्रत करने वाला इतना ही सोचता है, पेड़ को कितना नुक़सान पहुँचाया इससे किसी को कोई मतलब नहीं मैने देखा है ,मै जिस मंदीर् में पुजारी हूं वहां बगीचे में पेड़ है जो बहुत छोटा है वट के वृक्ष अपने स्वभाव से भी बहुत धीमी गति से बढ़ते है ऐसे में लोग व्रत के नाम पर डाल तोड़ कर उसे पूरा उजाड़ देते है ! इसलिए वीडियो बनाने वाले व्रत की विधि के साथ व्रत करने वालो को पेड़ो को नुक़सान न पहुँचाने की सलाह भी देवे !
Amit ji ye bataye ki agar vrat m dali ki जगह वृक्ष का चित्र बना कर उसकी पूजा कर सकते हैं क्योंकि देवी देवताओं की भी तस्वीर से पूजा होती हैं हमने ऐसा एक कथा में सुना था,,,,, जय श्री राधे कृष्णा,,,एक और बात अगर आपको पता हो तो बताना जब लड़कियां अशुद्ध अवस्था में हो तो क्या वट सावित्री का व्रत कर सकती हैं या नहीं ऐसी इस्थिती में क्या करना चाहिए बताना जरूर,,, जय श्री राधे कृष्णा
@@user-bg6mb3ym2x महोदय पेड़ के चित्र की पूजा न करे, पेड़ की ही पूजा करे! क्योकि पेड़ साकार रूप में उपलब्ध है! और महिलाएँ या लड़कियां अशुद्ध अवस्था में पूजा बिल्कुल न करे, वे व्रत रह सकती है मतलब फलाहार, एक समय भोजन या अपने नियमानुसार, पर पूजन न करे !
Hare krishna.... Di video bahut aachi lagi.... Di ek baat puchni hai ki kya hum daily shaam ko kanha ji ko night dress pehnane se pehle dobara nehla sakte hai kyoki garmi bahut jyada ho rahi hai? Plz reply di....
Jaishth mas ke amavassya ke rat me ham logo ke elakeme matlab ( west bangal haora salika ) me maa falharini kali ka. Puja hoti he aur up ke gopal ji,ko mere tarar se pronam mare pas ki ak gopal ji je