राधे राधे ...बिलकुल सही बात कही हे आपने मे भी दिवाली के टाईम वृंदावन गई थी 7 दिनों के लिए मे जबसे वृंदावन धाम से लौटकर आई हू सिर्फ शरीर वापस आया हे मेरा मन तो वही र गया है
आंखें भर आयी मेरी। सही कहा आपने मै भी जबसे वृन्दावन से आयी हूं मुझे हर समय वृन्दावन की याद आती है।वृन्दावन जाने का मन करता है। पता नहीं बिहारी जी राधा रानी फिर कब बुलाएंगी।🙏🙏🙏🙏🙏
अनुज जी,आपकी कहानी सुनाने का तरीका बहुत भाव पूर्ण है और फिर आप हमारे राधे कृष्णा की कथा सुनाते हैं,बस,आंखों से झर झर आंसू बहते जाते हैं और जितने आंसू बहते हैं मन उतना निर्मल होता जाता है,मन उतना ही हल्का होता जाता है,बस,ऐसे लगता है जैसे सब कुछ भूलकर आपसे कथा सुनते रहें श्री राधे कृष्णा की🙏🙏धन्य हैं आप और हमारे राधे की भक्ति🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹💐💐💐💐💐
Anuj sir mai jab first time ladli maharani ji ke Dham shri barsana mai gaya to waha se sirf tann vapis aaya par mann wahi reh gaya ab to Har mahine mujhe shri ji ke Darshan karna hote hai nahi to aisa lagta hai jaise kuch adhura hai