रानी लक्ष्मी बाई के साहस से हर भारतवासी जोश से भर उठा और सबके मन में अंग्रेजों को दूर भगाने की भावना पैदा होने लगी। 1857 में उन्होंने जो तलवार उठाई थी यानी अंग्रेजों के खिलाफ जंग छेड़ी थी, उससे सभी ने अपनी आज़ादी की कीमत पहचानी थी। बरछी, ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी। खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
4 окт 2024