वैकुंठ लोग अति दिव्य , भौतिक श्रृष्टि से परे , अनंत अनंत ब्रह्मांड से परे हे , वहा किसी मनुष्य की गति नही हे , श्री हरि की भक्ति द्वारा ही उस महानतम चैतन्य दिव्य महा वैकुंठ लोक में भगवान की इच्छा द्वारा ही जाया जा सकता है , वहा सब जीव मुक्त होने के बाद भगवान के समान ही चतुर्भुज रूप में रहते हे , भगवान के समस्त दिव्य गुण उनके अंदर भी प्रकाशित रहते हे
जो सोच ता है ईश्वर कोई और है तो गलत, महाभारत में भगवान कृष्णा ने, विराट रूप दर्शन दिया,, बो रूप अनादि अनंत है,, mox की सकती दो मे, शिव और विष्णु भगवान मै,, बो नास्तिक है जो किसी और को ईश्वर समझे
सप्तऋषियों ने पहले परमात्मा को जाना अर्थात ईश्वर का अनुभव प्राप्त किया और इसके बारें में अन्य ऋषियों को बताया उन्होंने उनकी बातें सुनी और वेदों में ईश्वर का विविरण किया | वेदव्यास जी इनके अच्छे उदाहरण हैं, इसी तरह अन्य धार्मिक ग्रंथो का निर्माण हुआ 🥰🥰🥰
Aapko Jo dikhaiyi de rha h sirf uspe blv karoge? Phir toh Gravity bhi dikhaiyi nahi deta ..4th dimension bhi humlog abhi tak examine nahi kar paye h..itna sab kuch kaise perfect Hain humare duniya main..ozone layer se leke gravity n sphere electromegnetic energy n all dat..ye kya bas ek evolution hain.. according to Einstein if there is creation there is a creator...so blv in d universe.. everything is Krishna...u living in an illusion.. Krishna is param satya..parambrahma..Radhe Krishna 🙏
हिंदू धर्म में, वैकुंठ लोक को भगवान विष्णु का निवास स्थान माना जाता है। वैकुंठ लोक में जाने वाली आत्माएं मोक्ष प्राप्त कर लेती हैं, यानी वे जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाती हैं। हालांकि, कुछ धार्मिक ग्रंथों में यह भी उल्लेख है कि कुछ विशेष परिस्थितियों में, वैकुंठ लोक से आत्माएं धरती पर वापस जन्म ले सकती हैं। इसका कारण ये हो सकता हैं कि यदि कोई आत्मा भगवान विष्णु या वैकुंठ लोक के प्रति अत्यधिक भक्ति रखती है, तो वह अपनी इच्छा से धरती पर वापस जन्म ले सकती है। या ये भी हो सकता हैं यदि किसी आत्मा के पास अधूरे कर्म हैं, तो उसे उन्हें पूरा करने के लिए धरती पर वापस भेजा जा सकता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये सभी अपवाद हैं। सामान्य तौर पर, वैकुंठ लोक में जाने वाली आत्माएं मोक्ष प्राप्त कर लेती हैं और जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाती हैं। **ध्यान दें यह जानकारी विभिन्न धार्मिक ग्रंथों और व्याख्याओं पर आधारित है।
जय श्री राम कोली सूर्यवंश जय श्री भगवान राम कोली सूर्यवंश जय भगवान मांधाता कोली सूर्यवंश जय भगवान शिव कोली सूर्यवंश जय भगवान हर हर महादेव कोली सूर्यवंश जय श्री भगवान विष्णु कोली सूर्यवंश जय भगवान मांधाता कोली सूर्यवंश रमेश कुमार सिंह क्षत्रिय कोली सूर्यवंश
Baikunth lok aapke hriday me hai or waha jane k liye us avinashi se judne ki jarurat hai or dusro ko bhramit mat karo bol to yese rahe ho jaise baikunth lok tumhara nanihaal hai
वैकुंठ लोक के बारें में जो जानकारी मैंने बतायी हैं वो सभी जानकारिया वेदों मे और पुराणों में भी हैं और वहा से मैंने ये सभी जानकारी जुटाई हैं, आपको मुझे support करना चाहिए लेकिन आप तो demotivate कर रहें हो | प्यार बांटना सीखो तभी आपको भी प्यार मिलेगा 🥰🥰🥰 जय श्री हरि विष्णु 🚩🚩🚩
ब्रह्मा विष्णु महेश तीनो का जन्म और मृत्यु होती है, फिर ये तीनो केसे किसी को मोक्ष दे सकते, भला जिसे स्वयं मोक्ष न मिला हो वो दूसरो को केसे मोक्ष दे सकता है,, ज्यादा जानकारी के लिए शिव गीता पढ़े,ईश्वर गीता पढ़े, अनुगिता पढ़े पूर्ण सत्य समझ आ जाएगा,,
हा बिल्कुल, आपकी बात बिलकुल ठीक हैं लेकिन मैंने ऐसा तो नहीं कहा कि त्रिदेव में से कोई मोक्ष दिला सकते हैं ये स्वयं एक उच्च कोटि के देवता हैं लेकिन ये देव ईश्वर अर्थात उस परमपिता परमेश्वर के कार्यों को सरल करते हैं 🥰😇😇😇 जय हो परम परमेश्वर 🙏🙏🙏
कुछ अता पता नहीं... बस लिख देते हो... अरे महानुभाव... त्रिदेव अजन्मे है क्या इनके कोई माता पिता है? ये ब्रह्माण्ड की वो शक्तियां है जों परम् ब्रह्म श्री महाविष्णु सें प्रकट हुई है... जाओ पहले तीन विष्णुओं के बारे में जानो ....