आप के द्वरा बताई गई विधि को मैने बहुत धयन से समझा पर नित्यकर्म पूजा पद्दति में कुछ मन्त्र कम थे आप के द्वरा बताये मन्त्र ज्यादा थे आप से निवेदन है कि आप कोनसी पुस्तक से सन्ध्या करते है बताये जो हम उस पुस्तक को ले सके,आप का बहुत बहुत आभार बहुत ही सरल विधि समझने के लिए आप मन से आभार
महाराज जी बहुत ही श्रेष्ठ आपने संध्या उपासना विधि बताई है परंतुपरंतु पूज्य आचार्य से हमने श्रवण किया है कि गायत्री मंत्र का उच्चारण नहीं करना चाहिए उनका केवल मन में ही उच्चारण करना चाहिए धृष्टता के लिए क्षमा चाहता हूं
प्रणाम शास्त्री जी, मैं गोरखपुर से ही हूं, आपने संध्योपासना विधि, नित्यकर्म, और एक जगह कर्मठगुरू नामक पुस्तक के मंत्र के चित्र लगाए थे। बहुत सुंदर, स्पष्ट प्रस्तुति व्याकार की न के बराबर त्रुटियां हुई जो नगण्य हैं। लेकिन बहुत लंबी प्रक्रिया है संध्या। आपके आश्रम के परम आदरणीय गुरु जी के निर्देश में छोटी से छोटी संध्या की विधि बनाए और उसे हो सके तो हम सब के लिए अपलोड करे, आपको सोशल मीडिया पर विभिन्न जगह फोलो करता हूं। धन्यवाद
विप्र देवता राधे राधे बहुत सुन्दर तरिके से ओर सरल संध्योपासन बताने के लिए आभार 🙏🏻 अघमर्षण मंत्र का नहीं बताया क्या यह आवश्यक नहीं है | मार्ग दर्शन करने की कृपा करे
पंडित जी जयश्री राम , जो अपने सूर्य भगवान को अर्ध्य दिया है मंदिर में आसान पर बैठ कर क्या हमें अर्ध्य आसान से उठकर बाहर जाकर देना पड़ेगा कि यही प्रकिया अपनाना पड़ेगी कृपया मार्गदर्शन करें