बारीष नहीं होने से इस साल बहुत कष्ट हो रहा है विशेषकर काश्तकार भाई बहिनों को। मानसून आया नहीं देश में आपदायें भी शुरू हो गई। आमा को पैलाग । धन्यवाद ।😊😊
कल शाम चार बजे से बारिश हुई और आज तसल्ली हुई है सुबह के चार बजने वाले हैं इसलिए आप सभी मित्रों को रिप्लाई कर रहा हूं आप लोग सोचते होंगे कि ये रोज़ हम लोगों की प्रतिक्रियाएं का जवाब नहीं देते हम लोग देखते हैं मगर समय नहीं मिलता इसके लिए क्षमा चाहते हैं हां हमारे ब्लॉग में भी आपके उत्तर देने की कोशिश करते हैं धन्यवाद शुभकामनाएं