बहुत बढ़िया मुखिया जी नमस्कार आपका गीत सुनकर के हमारा रोम-रोम जो है बदल जाता है भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आप जैसा कलाकार हमेशा संस्कृत व संस्कृति को बचाए रखें जय श्री राम हम आपकी तारीफ करते हैं तो दूसरों कलाकारों को मिर्ची लगती है
बहुत बढ़िया मुखिया जी नमस्कार आपका गीत सुनकर के हमारा रोम-रोम जो है बदल जाता है भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आप जैसा कलाकार हमेशा संस्कृत व संस्कृति को बचाए रखें जय श्री राम हम आपकी तारीफ करते हैं तो दूसरों कलाकारों को मिर्ची लगती है लेकिन सच को आंच नहीं आती है