आज बड़े अफ़सोस के साथ आपको विदाई दे दी गई ऐसे की एक दुल्हन के सर से सिंदुर नोच लिया हो आज से हर शायरी का मंच विधवा की तरहां नजर आयेगा मुनव्वर राणा के बगैर
Thank you Late Munnawar Rana Saab, your words of wisdom and knowledge are still being heard. Your contribution of Urdu Shayri using simple but incisive words steeped in emotions and reality will act as balm on humanity for years to come.📿🙏💌💌💌
आप ज़िनादाबाद हैं मुनव्वर भाई ! आप की शायरी वाक़ई ला-जवाब है आपकी शायरी तो वैसे मैं 1990 से सुनता रहा हूँ, पर दिन बा दिन आपके उम्र के साथ शायरी भी मेराज कर रही है :- सो जातें हैं फुटपाथ पर अख्बार बिछा कर मजदूर कभी नींद की गोली नहीं खाते . ऐसे शायर है मुनव्वर भाई ,,मुबारकबाद ..जिंदाबाद !
Maa ke izzat to har koi karta hai. Per aap ke shairy sunne ke baad aisa dil kiya, roz ghar jake ke maa ko salaam karta hu, per aj jake pair chumlu. Love you sir ji
Dear Ravish Kumar! Thanks a lot for this programme. Today I came to know about the demise of Mr. Munawar Rana , through your an other programme .May God Bless you.
जनाब बड़े भाई रवीश कुमार साहब मुनव्वर राना साहब का तो मैं बड़ा फैन हूं ,,पर आपका अंदाज अपने अल्फाजों से सामने वाले की की शान में चार चांद लगा देता है। हालांकि मैं रवीश साहब को अपने कॉमेंट में बहुत इज्जत देता हूं आप पत्रकारिता की इज़्जत बचाए हुए हैं वर्ना हमारे यहां के पत्रकार अपने जमीर से इतना गिर चुके हैं की अगर इनको इज्जत देने वाले शब्दों का इनके लिए स्तेमाल किए जाएं तो वो शब्द खुद कसी कर लेना गवारा करेंगे इनकी शान में अपने आपको स्तेमाल नहीं होने देंगे,, अब रही मुनव्वर राना साहब की बात तो मैं अभी से इनके बारे में यह सोच कर बड़ा गमगीन हो जाता हूं की जब मुनव्वर राना साहब हम आप सबको छोड़ कर दुनिया से चले जायेंगे तो शायरों की बस्ती में अंधेरा हो जाएगा इंसानियत और हक की बात दिया रौशन करने वाला कहां से लाएंगे,,एक अनमोल हीरा जनाब राहत इंदौरी साहब हमसे पहले ही बिछड़ गय हैं इनके बाद क्या होगा। मेरी दुआ है अल्लाह ताला शायरी की दुनियां में बड़े भाई मुनव्वर राना साहब और पत्रकारों की दुनियां में बड़े भाई रवीश कुमार साहब को अल्लाह ताला लंबी उम्र अता करे। यह दरख़्त यूं ही हरे भरे रहें और हमारी नई नस्लों को सच्चाई के रास्ते को अपनी ईमानदारी और अपने बेवाक अल्फाजों के फल देते रहें आपकी काबिलियत के जज़्बात इनके जहनो दिमाग़ को रौशनी और ताकत देते रहें।,,,,,,इम्तियाज मलिक किच्छा उधम सिंह नगर उत्तराखंड
Munawwar Rana is no more but there is more than heightened relevance for his philosophy , humanism ,secularism and sheer power of his poetry today than everbefore
استاد شاعر محترم اعلی جناب سید منور رانا صاحب عمر دراز۔۔۔ اپکی حیات اپ کی مان اور ہم ھندوستانیون مان کی مادری زبان اردو کے لیے اپکو اب حیات پینا ہم سب کے لیے اہم ضرورت ہین اپکی عمر دراز ہو یہ سارے اردو دان اور ھندی دانون کے لیے بلکہ ھندوستان جیسے ملک کے لییے اور دوسرے ممالک مین بسنے والے اردو اور ھندی بولنے بلکہ سمجنے والون کہ لیے اپکی شیرین اصلاحی اظہار بہ ذبان شاعری نہایت عمدہ ذھہن و دل مین بسیرا بنا لیتے ہین اپکی عمر دراز رہے اپ سب کی زبان رھے اپکی مان اور ہر اردو دان ھندی دان ماون کی اپکو دعا رھے یہ میری دعا ہے اپکے لیے
हर जगह मुनव्वर राणा के वीडियो पे यही कमेंट करते हो।और इतना गई खराब लगता है तो मत देखो इनका वीडियो।जैसे खुद तो बहुत बड़े शायर है न आप!इस दौर के नहीं सदी शायद सबसे बड़े शायर है मुनव्वर साहब।आप लोग को बस ज़ुल्फ़ों की पैंचो ख़म की शायरी चाहिए।माँ की तो क़द्र ही नहीं आप लोग को।