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शूद्र गरीब क्यों ? मनुस्मृति / संविधान । वर्ण तो चार हैं लेकिन धन के स्रोत तीन ही हैं। 

Pankaj Vidhi Pravah 26k Views . 2 hour ago
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#manusmriti in hindi #manusmriti kya hai #manusmriti dahan #आचार्य प्रशांत मनुस्मृति पर #मनुस्मृति विवादित श्लोक #शुद्र #वर्णव्यवस्था #भारतीय समाजाचे वर्गीकरण स्वाध्याय #12 वी समाजशास्त्र स्वाध्याय प्रश्नोत्तरे #भारतीय समाजातील विविधता आणि एकता स्वाध्याय #भारतीय समाजाचा परिचय स्वाध्याय #कार्यालय प्रबंधन और सचिव अभ्यास #ग्रामीण युवा अभ्युदय प्रोग्राम #हिस्ट्री #लिंग मनोविज्ञान #राजनीतिक विज्ञान #पाश्चात्य राजनीतिक #आर्थिकसमस्या समाजशास्त्र #अर्थव्यवस्था एवं समाज
RU-vid • दलित ! OBC और किसान ! ...

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3 окт 2024

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Комментарии : 2,7 тыс.   
@rajendraPratap-ks6qg
@rajendraPratap-ks6qg 9 месяцев назад
मनुस्मृति मानव जीवन के लिए कलंक है 👈👈👈👈👈👈
@HaridevSharma-rc1jv
@HaridevSharma-rc1jv 4 месяца назад
मनु स्मृति में जन्म से सभी शूद्र होते हैं संस्कार होने से द्विज अर्थात दूसरा जन्म विद्या माता गुरु पिता वेद पढ़े तब विप्र और ब्रह्म जाने तब ब्राह्मण बनता है।। शरीर की शोभा चारों अंगो से होती है इसी प्रकार चारों वर्णौ से ही एक मानव, समाज की शोभा है।। धन्यवाद। आर्य पुत्र।।
@VihanshKumar
@VihanshKumar 3 месяца назад
Agar ha varn vyavastha chod da Kay ho jayga Bharat ko chodkar duniya jitna dash ha kahi bhi varnvad nahi ha khub tarkki kar raha Japan American chin( jai manvta)
@studywithlakhendra
@studywithlakhendra 3 месяца назад
आज की वास्तविकता से बहुत दूर है
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
शूद्रं शब्द का मतलब तपस्वी है । यजुर्वेद मंत्र - तपसे शूद्रं । शूद्रं शब्द में बडे श पर बडे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की बिंदी लगी है। यह बिंदी अवश्य लगानी चाहिए। अंक की बिंदी लगने से शूद्रन/ शूद्रण/ शूद्रम भी लिख बोल सकते हैं। चारवर्ण चारकर्म चारविभाग जीविका विषय अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार ही शूद्रण है। कर्म चार = = वर्ण चार = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। पांचवेजन जनसेवक दासजन नौकरजन सेवकजन भी इन्ही चतुरवर्ण चतुर कर्म विभाग में वेतनमान पर कार्यरत हैं। वेदमंत्र दर्शनशास्त्र ज्ञान विज्ञान विधान अनुसार और प्रत्यक्ष कर्म अनुसार प्रमाण हैं। कुछ किताबो में शूद्रन का मतलब तपस्वी उत्पादक निर्माता उद्योगण ना लिखकर सिर्फ सेवक लिख कर गलती कर रहे हैं । शिक्षित द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को सुधार कर बोलना लिखना चाहिए और सुधार कर प्रिंट करना चाहिए। अनुचित लेखन कर्म अनुचित बोलना लिखना वेद विरूद्ध करते रहते हैं आजकल अज्ञजन । लेखक प्रकाशक जन अज्ञानता में सुधार नहीं करते हैं। द्विज और द्विजोत्तम भी अलग अलग हैं। चारो वर्ण कर्म विभाग वाले सवर्ण और असवर्ण होते हैं। शूद्रण भी द्विज और पवित्र होता और चार वर्ण कर्म विभाग अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार तपस्वी होता है। जो द्विज तपश्रम उद्योग उत्पादन निर्माण कार्य करते हैं वे शूद्रण हो जाते हैं। अशूद्र अब्राहण अछूत व्यभीचारी जुआरी नपुंसक चाटुकार होता है। क्षुद्र पाशविक सोच रखकर जीने वाला होता है। इस पोस्ट को कापी कर अन्य सबजन को लेखक प्रकाशक को भेजकर कर प्रिंट सुधार करवाएं।
@vijaykhillare9349
@vijaykhillare9349 2 месяца назад
Shudra ka bramhane mu me liya tha esliy shudra bana​@@HaridevSharma-rc1jv
@mahaveermeena7370
@mahaveermeena7370 3 месяца назад
अधिकार वंचित समाज की आवाज उठाना,संविधान की बात करना त्रिपाठी जी आपको बहुत बहुत साधुवाद
@samarbahadur4316
@samarbahadur4316 11 месяцев назад
,, शुद्रो को सदियों से सताया गया है इसलिए यह गरीब है
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-cRz-5Nn3EYs.html भारत की न्यायपालिका में SC/ST के जज कम क्यों हैं ??
@JitendraYadav-hu8li
@JitendraYadav-hu8li 11 месяцев назад
Actually garibi karm par nirbhar hai. Jati par nahi
@JitendraYadav-hu8li
@JitendraYadav-hu8li 11 месяцев назад
Actually garibi karm par nirbhar hai. Jati par nahi
@VinodKohli-qh4vg
@VinodKohli-qh4vg 6 месяцев назад
​@@pvplawindiaobc chhod diye dar lagta hai sc obc ko ek karne me beta jis din sc obc jag gaya na to samhj lena
@हनुमानशरण-ग7श
@हनुमानशरण-ग7श 6 месяцев назад
गरीब वो है जो कामचोर है
@SurinderKumar-qn1wg
@SurinderKumar-qn1wg 3 месяца назад
मनुस्मृति मानव जीवन के लिए कलंक है 🥲🥲🥲
@educatebyjp07
@educatebyjp07 5 дней назад
Ha
@G.K_WITH_ME_
@G.K_WITH_ME_ 7 месяцев назад
आगे बढ़ना है तो पढ़ना है और एक दूसरे को सपोर्ट करना है। जय भीम जय संविधान 🙏🙏🙏🙏
@SurinderKumar-qn1wg
@SurinderKumar-qn1wg 3 месяца назад
Right
@vishalgautam6333
@vishalgautam6333 2 месяца назад
​@@SurinderKumar-qn1wg11qqqqqq
@SivpujanVerma
@SivpujanVerma 2 месяца назад
❤😂😂🎉🎉🎉😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😮😮😮😅😅
@shivkartik_9
@shivkartik_9 6 месяцев назад
बाबा साहब ने मनुस्मृति जला कर बहुत बढ़ा पुन्न कर्म किया था जय भीम जय संविधान 💙
@sudhirsingh1563
@sudhirsingh1563 2 месяца назад
बहुत गलत किया कोई अध्ययन नही था
@MithileshMishra-pw6iz
@MithileshMishra-pw6iz 2 месяца назад
😂
@sonughoyal
@sonughoyal Месяц назад
मनुस्मृति अगर सही होती तो अंबेडकर नहीं जलाते, क्योंकि उनके पास 32 डिग्री थी। उन्होंने पूरा अध्यन कर के ही उसे जलाया। उसके बाद में ही मनुवादियों के कच्छे के पीछे से धुएं निकलने सुरू हुए। 🤣🤣🤣🤣🤣🤣
@RaviranjanKumar-fw4le
@RaviranjanKumar-fw4le Месяц назад
Manusmriti aek jahar se ghatiya hai manushya kiye manVata ke liye khatra hai ​@@sudhirsingh1563
@GLogicalFantasticTeam
@GLogicalFantasticTeam Месяц назад
@@shivkartik_9 4 बरन बुरे थे पर tumara ambetkar 6000 jatiya bana gaya bo aacha hai Jati to thi nahi kisne banaya Jati Our संबिधान लिखने बाले 200 सदस्य थे थोड़ा पड़ लेना
@vipindia8668
@vipindia8668 7 месяцев назад
अंग्रेज तो चले गए लेकिन उनके तलवे चाटने वाले यही रह गए यही कारण है छुआछूत और गरीबी का😢
@RanjeetKumar-nq6nn
@RanjeetKumar-nq6nn 2 месяца назад
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी अमर रहे।संविधान जिंदाबाद
@hemantji-sb8uc
@hemantji-sb8uc 29 дней назад
Exellant sir ❤❤
@umeshprasad5561
@umeshprasad5561 Месяц назад
.मनुस्मृति मानव जीवन के लिए और भारत देश के लिए कलंक है l
@blchouhan9720
@blchouhan9720 11 месяцев назад
ब्रम्हा ने इन चारों वर्णों को केवल भारत में ही पेदा किया। विदेशों में नहीं।
@bhupindersinghkanwar5681
@bhupindersinghkanwar5681 11 месяцев назад
Everywhere Verna exist but they stated slavery system of killing theirs shudra and capturing trurs land
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
यही तो सबको समझना होगा।
@satyendramishra7877
@satyendramishra7877 11 месяцев назад
ब्रम्हा ने चार वर्ण नहीं पैदा किये बल्कि मनु द्वारा विभाजित चार कार्य को ब्रम्हा के चार अंगों से तुलना किया गया है l ब्राम्हण कार्य को मष्तिष्क से, क्षत्रिय कार्य को बाहु से, वैश्य कार्य को उदर से, सेवा कार्य को पैर से l
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@ShrawanSaazOfficial
@ShrawanSaazOfficial 11 месяцев назад
@@satyendramishra7877 ऋग्वेद के दशम मंडल के पुरूष सुक्त में पढ लीजिए।और अगर मनु ने लिखा तो मनु भी तो ब्रह्मा के पुत्र हैं।मत्स्य पुरान पढ लीजिए जिसमें ब्रह्मा ने सरस्वती को पैदा किया और अपनी कन्या सरस्वती से ही मनु को पैदा किया । जिन की रचना मनुस्मृति है । अगर ब्रह्मणों पर आरोप लगता है तो क्या संगठित रूप में ब्र्हमणों ने मनुस्मृति का आज तक विरोध किया ? वैन किया? आज तो हिन्दू राष्ट्र बनाकर यही संविधान लागू होगा । जब संविधान बना था तिलक ने कहा था इस में मनुस्मृति का कुछ भी अंश नहीं है यह 10 साल में खत्म हो जाएगा और RSS 50साल तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा झंडा नहीं फहराया ।
@user-yaksh
@user-yaksh 9 месяцев назад
मनु स्मृति बनाने वाले ब्रह्मा को आज भी कोई नहीं पूजता है l सब जानते हैं l उसने तो अपनी बेटी को ही अपनी पत्नी बना लिया था l भगवान शिव और विष्णु की ही पूजा की जाती है l वो जमाना गया l आज देश संविधान से चलता है l मेरा तो सबसे प्रसिद्ध ग्रंथ हमारा संविधान है जो हमेशा अमर है l जय संविधान l जय भारत l जय भीम l
@SKSingh-ln4qs
@SKSingh-ln4qs Месяц назад
💙💙जय भीम जय संविधान
@rajni-z9t
@rajni-z9t Месяц назад
💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙
@kewalsingh8487
@kewalsingh8487 Месяц назад
Isliye bol raha. Faida hai usne apja
@Ravisharmavaishnav
@Ravisharmavaishnav Месяц назад
Tum 4 number 😂😅
@Ravisharmavaishnav
@Ravisharmavaishnav Месяц назад
​@@SKSingh-ln4qs4number h😂😅
@sundeutsch
@sundeutsch 2 месяца назад
बहुत खूब। वर्ण तो चार हैं मगर धन के स्रोत केवल तीन हैं। सही कहा।
@sbpyadav6507
@sbpyadav6507 9 месяцев назад
संविधान सर्वोपरि, देश संविधान से चलेगा , जहां सब का सम्मान हो, सब के लिए समान कानून हो,कोई हेरा फेरी नही हो, मनुस्मृति को खारिज करो अब जरूरत नहीं ।
@shashiram7491
@shashiram7491 9 месяцев назад
बिलकुल सही बात कही है सर आपने । इसमें कहीं से कोई गलत टिप्पणी नहीं है। इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
@CHANDNIKUMARI-vz3mj
@CHANDNIKUMARI-vz3mj 11 месяцев назад
दलित समाज से आती और इतनी मेहनत करने के बाद में भी आज भी स्थिति अच्छी नहीं है आज इसका में कारण जान के बहुत खुशी हुई लेकिन मैं अपने समाज को आगे बढ़ाने के लिए नई पीढ़ी को एक अच्छी दिशा देने के लिए दिन रात मन लगाकर कठिन से कठिन परिश्रम कर रही हूं सर आपको ऐसी वीडियो बनाने के लिए बहुत बहुत
@yashwantraogedam287
@yashwantraogedam287 11 месяцев назад
Chutium phosphate 10:52 10:52 manusmuti ki kitab kabki hai.kalparsoki ya 100,hajar do hajar sal pahle ki hai. Sadiyose OBC ke log jo Bheja shir khud ka hai lekin bramnoke akkal se chalte aaye hai .
@RockyBhai-fw1dt
@RockyBhai-fw1dt 11 месяцев назад
​@@yashwantraogedam287सबकी जमीनें बराबर कर वर्ण जाति व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त कर दे सरकार तो बाभन बनिया सब औकात में आ जाएंगे
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
संविधान ने दलितों के लिए स्कूल और मंदिर दोनों के द्वार खोले। उनका किससे कितना विकास हुआ ??? ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-QCCHYDWvDuQ.htmlsi=8-brMcoCOSPX1tan
@ar02816
@ar02816 11 месяцев назад
@@RockyBhai-fw1dt विद्रोह हो जायेगा
@RAHULSINGH-j7t5m
@RAHULSINGH-j7t5m 11 месяцев назад
ना मनोस्मृति से ना गीता से ना कुरान से भारत चलेगा तो सिर्फ़ संविधान से 🤟🤟💯
@jipsum
@jipsum 11 месяцев назад
गीता कोई नियम कानून की किताब नही वो सिर्फ यूनिवर्स की जानकारी h उसको मनुस्मृति और कुरान बाइबिल रामायण से तुलना न करे
@jipsum
@jipsum 11 месяцев назад
मैं तो चाहता चमार पासी भंगी साफ सुथरे रहे mgr साले दारू पीते गांजा पीते सुवर खाते रण्डी नाच देखते गंदे रहते अंबानी वही बनेगा जो दिमाग और शरीर दोनो से मेहनत करेगा दारू गांजा भांग वाला नही सुधरो हरिजन आदिवासी समाज 10 बच्चे ना पैदा करो तंबाखू मत खाओ 🙏🙏🥰
@jaibharat4999
@jaibharat4999 11 месяцев назад
Desh sambidhan se nahi chalta jish ke pas paisa hai wo bikau shambidhan ko chalate hai
@nitinchoubey6272
@nitinchoubey6272 11 месяцев назад
O Bhai Geeta ji ki tulna kishi bhi cheej se karne ke pehle use samjho dear geeta ji koi rajnitik nhi hai.
@rambabusingh3110
@rambabusingh3110 11 месяцев назад
तो संविधान में ही लिखा है कि मुस्लिम अपना जीवन यापन सरिया के अनुसार करेगा. और हिन्दू,हिंदू धर्म के आधार पर.
@gorelalsuryvanshi1808
@gorelalsuryvanshi1808 Месяц назад
जिसमें ईश्वर के नाम पर धन का लेनदेन किया जाता हो वह धर्म नही, धंधा है। ईश्वर तो सर्व व्यापक है, उसे वह भी देखता जो अंधा है।।
@SSSV7741
@SSSV7741 Месяц назад
Tune dekha hai kya ishwar ko ghochu.
@RajeshKumar-jr4co
@RajeshKumar-jr4co Месяц назад
ये सही है लेकिन इस बात का पूरा श्रेय आपके पूर्वजों को जाता है।साहब आप भी आज इस मंच पर 2 पैसे के लिए आए हो।
@jagannathrao5607
@jagannathrao5607 3 месяца назад
शुद्रो के गरीबी का प्रमुख कारण मनुस्मृति है ।
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
मुख से ब्रह्मण, बांह से क्षत्रिय ,पेटउदर से शूद्रण और चरण से वैश्य हरएक मानव जन हैं और जो मानव जन अध्यापक शिक्षक गुरुजन पुरोहित विप्रजन द्विजोत्तम हैं वे उच्च पद पर होते हैं । पाचमुख मतलब है पांचजन = जनसेवक दासजन वेतभोगी × ( अध्यापकजन ब्रह्मवर्णजन + सुरक्षकजन क्षत्रमवर्णजन + उत्पादकजन शूद्रमवर्णजन + वितरकजन वैशमवर्णजन)। यही चारवर्ण पांचज़न सनातन शाश्वत जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय व्यवस्था है। शूद्रं शब्द का मतलब तपस्वी है । यजुर्वेद मंत्र - तपसे शूद्रं । शूद्रं शब्द में बडे श पर बडे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की बिंदी लगी है। यह लगानी चाहिए। अंक की बिंदी लगने से शूद्रन/ शूद्रण/ शूद्रम भी लिख बोल सकते हैं। चारवर्ण चारकर्म चारविभाग जीविका विषय अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार ही शूद्रण है। कर्म चार = = वर्ण चार = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। पांचवेजन जनसेवक दासजन नौकरजन सेवकजन भी इन्ही चतुरवर्ण चतुर कर्म विभाग में वेतनमान पर कार्यरत हैं। वेदमंत्र दर्शनशास्त्र ज्ञान विज्ञान विधान अनुसार और प्रत्यक्ष कर्म अनुसार प्रमाण हैं। कुछ किताबो में शूद्रन का मतलब तपस्वी उत्पादक निर्माता उद्योगण ना लिखकर सिर्फ सेवक लिख कर गलती कर रहे हैं । शिक्षित द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को सुधार कर बोलना लिखना चाहिए और सुधार कर प्रिंट करना चाहिए। अनुचित लेखन कर्म अनुचित बोलना लिखना वेद विरूद्ध करते रहते हैं आजकल अज्ञजन । लेखक प्रकाशक जन अज्ञानता में सुधार नहीं करते हैं। द्विज और द्विजोत्तम भी अलग अलग हैं। चारो वर्ण कर्म विभाग वाले सवर्ण और असवर्ण होते हैं। शूद्रण भी द्विज पवित्र होता और चार वर्ण कर्म विभाग अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार तपस्वी होता है। अशूद्र अब्राहण अछूत व्यभीचारी जुआरी नपुंसक चाटुकार होता है। क्षुद्र पाशविक सोच रखकर जीने वाला होता है।
@madhavsingh1437
@madhavsingh1437 Месяц назад
Manusmriti padi hai tumhen
@indrajeetsingh1384
@indrajeetsingh1384 Месяц назад
1000% sahi hea ji
@jagatpal4547
@jagatpal4547 11 месяцев назад
ब्रहम्हा जी ने भारत मे चार र्वण बनाए लेकिन चीन अमेरिका जापान और आस्ट्रेलिया और भी बहुत से देस मे एक ही र्वण बना के हमारे साथ ना इनसफी की है ब्रहम्मा जी ने
@meenakshiverma4865
@meenakshiverma4865 11 месяцев назад
कोई ब्रह्मा जी नहीं थे
@Geniu693
@Geniu693 11 месяцев назад
ब्रह्मा एक काल्पनिक किरदार है जिसका प्रयोग बाह्मणो ने फूट डालो और राज करो की नीति को अपनाया | ताकि भारत के लोगों को जाति में बाँट कर राज कर सके।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@prakashdawar3173
@prakashdawar3173 11 месяцев назад
आपने तो धर्म हु परिवर्तन कर लिया है...
@jipsum
@jipsum 11 месяцев назад
मैं तो चाहता चमार पासी भंगी साफ सुथरे रहे mgr साले दारू पीते गांजा पीते सुवर खाते रण्डी नाच देखते गंदे रहते अंबानी वही बनेगा जो दिमाग और शरीर दोनो से मेहनत करेगा दारू गांजा भांग वाला नही सुधरो हरिजन आदिवासी समाज 10 बच्चे ना पैदा करो तंबाखू मत खाओ 🙏🙏🥰
@dayanandtandi8939
@dayanandtandi8939 11 месяцев назад
लेकिन नौकरी करने के लिए क्यों छटपटाहट है ब्राह्मण
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@sureshchand7493
@sureshchand7493 9 месяцев назад
आपने मनुस्मृति के षड्यंत्र को सरल भाषा में समझाने का पूर्ण प्रयास किया है 🙏🏼🙏🏼🙏🏼 संविधान सबको समानता में लाने का निरंतर प्रयास करता रहता है । 🙏🏼बाबा साहब के चरणों में सत् सत् नमन 🙏🏼
@snehanshkumar8481
@snehanshkumar8481 8 месяцев назад
इसलिए अंबेडकर ने किताब जलाई ❤
@arunkumardas9645
@arunkumardas9645 7 месяцев назад
जय भीम जय संविधान
@vikrantchelakchakwe5974
@vikrantchelakchakwe5974 3 месяца назад
Ambedkar ne sudro ko bodh dharm apnane ko kaha lekin ye samaj se dur ho gya o b c samaj
@Sahabsingh-j8e
@Sahabsingh-j8e 6 месяцев назад
मनुस्मृति मानव जीवन के लिए काला कानून जो देश में ❤असमानता। जातिवाद और पाखण्ड और विषमता और नफरत फैलाता है। जय संविधान ❤❤
@rajeshranjan957
@rajeshranjan957 4 дня назад
मनुस्मृति पर थूकने और जलाने के बदले आप prachar कर रहे हैं। आप समाज के दुश्मन हैं। थू थू
@dineshwarmanjhi5055
@dineshwarmanjhi5055 11 месяцев назад
शुद्रों का कर्म और धर्म था बाकी तीनों वर्ण की सेवा करना। चूंकि उनके पास न जमीन थी न व्यवसाय था न कोई हस्तशिल्प का काम था। इसलिए टैक्स लगाने की गुंजाइश कम थी। अतः स्तन पर टैक्स लगाया गया। हाय रे! इंसान, हाय रे! इंसानी सभ्यता।
@satyendramishra7877
@satyendramishra7877 11 месяцев назад
जिस मनुस्मृति मे महिलाओं के लिये यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता कहा गया है उसमे स्तन कर की बात नहीं हो सकती है l केरल का क्रूर राजा था जिसने ऐसा कर लगाया l
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@KantijiMotivation2005
@KantijiMotivation2005 11 месяцев назад
​@@satyendramishra7877right❤
@maheshsinghmunnusingh5494
@maheshsinghmunnusingh5494 10 месяцев назад
सारा उत्पादन शूद्र के पास था तो गरीब केसे हो गया
@suganchand5157
@suganchand5157 10 месяцев назад
​@@pvplawindia0:54
@somputra1004
@somputra1004 11 месяцев назад
जिनके पास शिक्षा का अधिकार था उन्होने स्वलाभ लेने के लिए सबको मूर्ख बनाया... ये ईश्वर का न्याय नही हो सकता..... 🙏
@GhanshyamKoshal
@GhanshyamKoshal 8 месяцев назад
g.m❤
@DoraraDorara-mm5mw
@DoraraDorara-mm5mw 8 месяцев назад
Bilkul sahi baat hai🎉
@sudhirsingh1563
@sudhirsingh1563 2 месяца назад
शिक्षा का अधिकार छिने क्यो नही क्योकि लम्पट रहना था क्यो कि पढ़ाई जो कठिन होती है किसी के पास कोई अधिकार ईश्वर ने अपने तरफ से नही दिया था जो कि तुम मान गये वे लोग अपने परिश्रम एवं साहस से प्राप्त किया था बाबा साहब ज्योतिबा फूले रैदास ने परिश्रम किया था पहले जिनके पास शक्तिया थी उनकी आलोचना के बजाय उनसे सीखो भारतीयो को यूरोप से सिखनी चाहिए न की घृणा करनी चाहिए घृणा करके उनका कुछ नही उखाङ पाओगे बल्कि अपनी ही विवेक को नष्ट कर देगो
@chandermohan1134
@chandermohan1134 2 месяца назад
Dollar paid bourgeoise scholar is unnecessarily indulging in subjective talk and exaggerating the things beyond limits. SfiRam.
@samikshatuitioncenter
@samikshatuitioncenter 11 месяцев назад
ब्राह्मण में कभी भी न्यायिक प्रकृति नहीं होती है
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@sharanlalparmal5260
@sharanlalparmal5260 6 месяцев назад
Right
@amirmakwana1076
@amirmakwana1076 3 месяца назад
100% Right 🔔
@AnandKumar-kb4ca
@AnandKumar-kb4ca 2 месяца назад
फिर भी जज ये ही लोग बने हुए हैं।
@arjunjogwanshi5656
@arjunjogwanshi5656 9 месяцев назад
मनुस्मृति को बनाने वाला और इसको लागू करवा कर शूद्रों का शोषण करने वाला,ये सभी मानवता के लिए कलंक थे,हैं और आगे भी रहेंगे।
@sandeshkumar9823
@sandeshkumar9823 16 дней назад
आपकी बात हमको बहुत अच्छी लगी
@sukhdeoram1914
@sukhdeoram1914 11 месяцев назад
त्रिपाठी साहब आप ने तो चारो वर्णों का कार्य व्यवहार बहुत ही ढंग से समझाया इससे प्रतीत होता है कि शूद्रों को मनुस्मृति के अनुसार सामाजिक व्यवस्था में ब्रह्मा जी कितना अत्याचारी थे जो शूद्रों को जीने‌का अधिकार ही छीन लिया है और के वल कर्तव्य को निस्वार्थ भाव से करना कहा गया है बाकी वर्णों को स्वार्थी शुरू से ही बना दिया है जो स्वार्थ से बसीभूत शूद्रों पर अत्याचार जुल्म और शोषण करता रहा अतः यही कारण है कि वे भगवान के पूजते हैं और अब शूद्रों पूजने से बहिष्कार कर दिया है जो विल्कुल ठीक किया है।
@jipsum
@jipsum 11 месяцев назад
मैं तो चाहता चमार पासी भंगी साफ सुथरे रहे mgr साले दारू पीते गांजा पीते सुवर खाते रण्डी नाच देखते गंदे रहते अंबानी वही बनेगा जो दिमाग और शरीर दोनो से मेहनत करेगा दारू गांजा भांग वाला नही सुधरो हरिजन आदिवासी समाज 10 बच्चे ना पैदा करो तंबाखू मत खाओ 🙏🙏🥰
@pankajkumarpritam1596
@pankajkumarpritam1596 9 месяцев назад
बिल्कुल सही कहा आपने सर।
@arunkumardas9645
@arunkumardas9645 7 месяцев назад
जय भीम जय संविधान
@Abcdefghijk_12367
@Abcdefghijk_12367 3 месяца назад
Shudra ka garibi ka karan yeah bhi ki shudron dwara apne apko Brahmin Kshatriya vaishya varn ke jo wastvik log hai unme me se apne aap ko ek manna tau swabhavik hai yha ke shudra ka gulami se nikalna Impossible hai
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
मुख से ब्रह्मण, बांह से क्षत्रिय ,पेटउदर से शूद्रण और चरण से वैश्य हरएक मानव जन हैं और जो मानव जन अध्यापक शिक्षक गुरुजन पुरोहित विप्रजन द्विजोत्तम हैं वे उच्च पद पर होते हैं । पाचमुख मतलब है पांचजन = जनसेवक दासजन वेतभोगी × ( अध्यापकजन ब्रह्मवर्णजन + सुरक्षकजन क्षत्रमवर्णजन + उत्पादकजन शूद्रमवर्णजन + वितरकजन वैशमवर्णजन)। यही चारवर्ण पांचज़न सनातन शाश्वत जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय व्यवस्था है। शूद्रं शब्द का मतलब तपस्वी है । यजुर्वेद मंत्र - तपसे शूद्रं । शूद्रं शब्द में बडे श पर बडे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की बिंदी लगी है। यह लगानी चाहिए। अंक की बिंदी लगने से शूद्रन/ शूद्रण/ शूद्रम भी लिख बोल सकते हैं। चारवर्ण चारकर्म चारविभाग जीविका विषय अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार ही शूद्रण है। कर्म चार = = वर्ण चार = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। पांचवेजन जनसेवक दासजन नौकरजन सेवकजन भी इन्ही चतुरवर्ण चतुर कर्म विभाग में वेतनमान पर कार्यरत हैं। वेदमंत्र दर्शनशास्त्र ज्ञान विज्ञान विधान अनुसार और प्रत्यक्ष कर्म अनुसार प्रमाण हैं। कुछ किताबो में शूद्रन का मतलब तपस्वी उत्पादक निर्माता उद्योगण ना लिखकर सिर्फ सेवक लिख कर गलती कर रहे हैं । शिक्षित द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को सुधार कर बोलना लिखना चाहिए और सुधार कर प्रिंट करना चाहिए। अनुचित लेखन कर्म अनुचित बोलना लिखना वेद विरूद्ध करते रहते हैं आजकल अज्ञजन । लेखक प्रकाशक जन अज्ञानता में सुधार नहीं करते हैं। द्विज और द्विजोत्तम भी अलग अलग हैं। चारो वर्ण कर्म विभाग वाले सवर्ण और असवर्ण होते हैं। शूद्रण भी द्विज पवित्र होता और चार वर्ण कर्म विभाग अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार तपस्वी होता है। अशूद्र अब्राहण अछूत व्यभीचारी जुआरी नपुंसक चाटुकार होता है। क्षुद्र पाशविक सोच रखकर जीने वाला होता है।
@sureshkushwaha8852
@sureshkushwaha8852 6 месяцев назад
त्रिपाठी जी आप की बात जल्दही समझ में आ जाती है आप को बहुत बहुत धन्यवाद🙏💕 ❤
@VidyaDevi-k9u
@VidyaDevi-k9u Месяц назад
Sir aap ne ache se Samjaya hai thanks so much 😊👏👏💐bhut hi giyan wali video hai 😊
@ladkadevbhoomiwala
@ladkadevbhoomiwala Месяц назад
बहुत सुंदर तरीके से समझाया ❤
@GonarSharmaPan-p7h
@GonarSharmaPan-p7h Месяц назад
सुप्रीम कोर्ट से बड़ी अदालत जनता की होती है सुधर जाओ वक्त रहते हुए पान समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा मिलना चाहिए जय भीम जय संविधान जय मुलनिवासी।
@VikramKumar-lz9ve
@VikramKumar-lz9ve Месяц назад
घर में बैठे रहिए अनुसूचित जाति का दर्जा मिल जाएगा।
@RockyBhai-fw1dt
@RockyBhai-fw1dt 11 месяцев назад
सरकार सबकी जमीनें बराबर कर वर्ण जाति व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त कर दे तो सभी बुराइयां स्वतः समाप्त
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
सनातन दक्ष धर्म - जनसंख्या संतुलन आज की जरूरत l औसतन प्रति दम्पति दो बच्चे समय की मांग l A - कुछ दम्पति के कोई सन्तान नहीं होती है = 0 B - कुछ दम्पति तो एक ही संतान पैदा करते हैं = 1 C - ज्यादा तर दम्पति दो संतान पैदा करते हैं = 2 D - कुछ ही दम्पति तीन संतान पैदा करते हैं = 3 E - बहुत कम दम्पति चार संतान पैदा करते हैं = 4 सबका औसत निकालते हैं तो प्रति दम्पत्ति दो बच्चे ही आता है l औसत = 0 +1 +2 +3 +4 =10/5 = 2 दो लेकिन अब धर्म पंथ दीन सम्प्रदाय को बढ़ाने के नाम पर जनसंख्या बढ़ाना उचित सोच नहीं है l किसी मध्य कालीन साम्प्रदायिक गुरु की किताब पढ़कर माइंड सेटिंग्स करवाते हुए अपने ऊपर वाले इश्वर अल्लाह गॉड के नाम पर अब लॉकतन्त्र विज्ञान युग में जनसंख्या बढ़ाना उचित सोच नहीं कही जा सकती है l अब हर दम्पत्ति को जनसंख्या संतुलन का ध्यान अवश्य रखना चाहिए l वेद ऋषि ज्ञान अनुसार एक स्त्री से दस बच्चे तक पैदा करना कहा गया था लेकिन वो उस समय काल की मांग थी युद्घ होते थे बीमारी ज्यादा होती थी l लेकिन आजकल दो बच्चो के साथ ही अच्छा जीवन जिया जा सकता है l पांच ज़न l जय सनातन प्रजापत्य दक्ष धर्म l ॐ l
@sajjankumar3650
@sajjankumar3650 11 месяцев назад
Constitution of India is better book of India ❤ Dr. baba saheb Ambedakar is great person of India ❤
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@SamyakAtheist-f4t
@SamyakAtheist-f4t 11 месяцев назад
​@@pvplawindiatunniyo type video banaya aapne ekdam Bakloli wala
@nareshnayak9995
@nareshnayak9995 11 месяцев назад
ekad bar padha v h 😂
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@jipsum
@jipsum 11 месяцев назад
मैं तो चाहता चमार पासी भंगी साफ सुथरे रहे mgr साले दारू पीते गांजा पीते सुवर खाते रण्डी नाच देखते गंदे रहते अंबानी वही बनेगा जो दिमाग और शरीर दोनो से मेहनत करेगा दारू गांजा भांग वाला नही सुधरो हरिजन आदिवासी समाज 10 बच्चे ना पैदा करो तंबाखू मत खाओ 🙏🙏🥰
@meglapersad1481
@meglapersad1481 10 месяцев назад
पंकज कुमार त्रिपाठी जी ! आपको नमन है कि आपने समाज के सबसे दबे कुचले वर्ग को नायक बनाकर विवेचना शुरू किये है । आधुनिक जमाने मे यह कार्य परोपकारी कार्यो मे सबसे आगे श्रेष्ठ और प्रथम सोपान पर है । हम सृष्टी का सृजन , पालन और संहार करने वाली परम शक्ति से प्रार्थना करते है कि इस पुनीत कार्य के लिये आपको मोक्छ प्रदान करे ।
@pankajkumarpritam1596
@pankajkumarpritam1596 9 месяцев назад
😂😂😂
@ChandrakantKakde-cl8sv
@ChandrakantKakde-cl8sv Месяц назад
वाह क्या बात है ला जवाब जानकारी आपको दिल से जय भिम 👈🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@mineshkumar7327
@mineshkumar7327 4 дня назад
Jay bhim namo budhay 👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻बहुत उपयोगी जानकारी???
@krrishchumber2509
@krrishchumber2509 11 месяцев назад
इस समस्या की जड़ जातिवाद है, जो ब्राह्मण धर्म से आती है. आजकल बहुत nautnki चल रही है, के जाति जन्‍म से नहीं करम से होती है
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
सच्चाई ये है कि समाज में जाति जन्म से ही मानी जाती है। मैंने आजतक किसी किताब में जाति-व्यवस्था को कर्म पर आधारित नहीं पाया। मुझसे जो लोग कहते हैं कि ये पहले कर्म पर आधारित थी उनसे मैं पूछता हूँ कि ऐसा कब था ?? और किस ग्रंथ में लिखा है?? लेकिन वे कभी इन प्रश्नों का जवाब नहीं देते।
@prakharshankar3064
@prakharshankar3064 11 месяцев назад
@@pvplawindia Geeta Padho Durga Das Rathod kshtriya the Aaj Rathod teli he isliye samaj main Nikalakar research karo
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@LoverofEnglishandfriends
@LoverofEnglishandfriends 11 месяцев назад
jaati ko smapt krna nahi chahate aur reservation de do khatm karne ko sb india me hua videso me kuchh nahi hua
@KantijiMotivation2005
@KantijiMotivation2005 11 месяцев назад
​@@pvplawindiaकिसी भी ग्रंथ में ऐसा लिखा नही है कि जाति या वर्ण जन्म से होगा ,, आपकी हिम्मत हो तो सबूत दिखा दीजिए ,, हम आपको सैकड़ों सबूत पेश कर देंगे जहां वर्ण को कर्म के अनुसार माना गया है,, आज के अज्ञानी मूर्ख लोग जिन्हें संस्कृत का स भी नहीं पता , वे ग्रंथों पर सवाल उठाते है ये हास्यप्रद है 😂
@lovearmy7016
@lovearmy7016 11 месяцев назад
मानसिक गुलामी भी गरीबी का एक कारण है
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@jogendrasinghjogendrasingh6104
@jogendrasinghjogendrasingh6104 11 месяцев назад
Jay bhim great bhai ji
@crackitnow.6371
@crackitnow.6371 12 дней назад
पुराणी व्यवस्था.. मनुस्मृती.. तथा ब्रम्हाजी का सदैव निषेध करते.... संविधान हि सत्ये है... वर्णव्यस्था आज बाहर निकलना आसान है.. जय संविधान
@ramuji6041
@ramuji6041 7 месяцев назад
आपने मनुस्मृति के षड्यंत्र को सरल भाषा में समझाने का पूर्ण प्रयास किया है 🙏🏼🙏🏼🙏🏼 संविधान सबको समानता में लाने का निरंतर प्रयास करता रहता है । 🙏🏼बाबा साहब के चरणों में सत् सत् नमन 🙏🏼
@Rajakiduniyadari
@Rajakiduniyadari 3 месяца назад
मनुस्मृति एक सर्वोत्तम ग्रंथ है इसीलिए अंबेडकर ने अंग्रेजों के साथ मिलकर मनुस्मृति को जलाया क्योंकि मनुस्मृति में लिखा है जन्म से सभी शूद्र हैं कर्म के हिसाब से लोग ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र बनते हैं लेकिन अंबेडकर का लिखा कानून भारत के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है यह कानून पूरी तरह से अंग्रेजी है इस कानून में हमे आपस में लड़वाने की पूरी व्यवस्था है यह कानून भारत के लिए बहुत ही विनाशकारी है कृपया मोदी जी से अनुरोध है की मनुस्मृति को लागू करें जय श्री राम जय मनुस्मृति
@shaileshmishra6070
@shaileshmishra6070 3 месяца назад
Desh ki azadi ke bad sabse jyada pradhanmantri Brahman jivani iske pahle vah Raja nahin hote azadi ke bad Brahman ek pradhanmantri bane sanvidhan se sabse jyada labh Brahman ko hi Mila Jay Ho Ambedkar ki
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
मुख से ब्रह्मण, बांह से क्षत्रिय ,पेटउदर से शूद्रण और चरण से वैश्य हरएक मानव जन हैं और जो मानव जन अध्यापक शिक्षक गुरुजन पुरोहित विप्रजन द्विजोत्तम हैं वे उच्च पद पर होते हैं । पाचमुख मतलब है पांचजन = जनसेवक दासजन वेतभोगी × ( अध्यापकजन ब्रह्मवर्णजन + सुरक्षकजन क्षत्रमवर्णजन + उत्पादकजन शूद्रमवर्णजन + वितरकजन वैशमवर्णजन)। यही चारवर्ण पांचज़न सनातन शाश्वत जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय व्यवस्था है। शूद्रं शब्द का मतलब तपस्वी है । यजुर्वेद मंत्र - तपसे शूद्रं । शूद्रं शब्द में बडे श पर बडे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की बिंदी लगी है। यह लगानी चाहिए। अंक की बिंदी लगने से शूद्रन/ शूद्रण/ शूद्रम भी लिख बोल सकते हैं। चारवर्ण चारकर्म चारविभाग जीविका विषय अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार ही शूद्रण है। कर्म चार = = वर्ण चार = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। पांचवेजन जनसेवक दासजन नौकरजन सेवकजन भी इन्ही चतुरवर्ण चतुर कर्म विभाग में वेतनमान पर कार्यरत हैं। वेदमंत्र दर्शनशास्त्र ज्ञान विज्ञान विधान अनुसार और प्रत्यक्ष कर्म अनुसार प्रमाण हैं। कुछ किताबो में शूद्रन का मतलब तपस्वी उत्पादक निर्माता उद्योगण ना लिखकर सिर्फ सेवक लिख कर गलती कर रहे हैं । शिक्षित द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को सुधार कर बोलना लिखना चाहिए और सुधार कर प्रिंट करना चाहिए। अनुचित लेखन कर्म अनुचित बोलना लिखना वेद विरूद्ध करते रहते हैं आजकल अज्ञजन । लेखक प्रकाशक जन अज्ञानता में सुधार नहीं करते हैं। द्विज और द्विजोत्तम भी अलग अलग हैं। चारो वर्ण कर्म विभाग वाले सवर्ण और असवर्ण होते हैं। शूद्रण भी द्विज पवित्र होता और चार वर्ण कर्म विभाग अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार तपस्वी होता है। अशूद्र अब्राहण अछूत व्यभीचारी जुआरी नपुंसक चाटुकार होता है। क्षुद्र पाशविक सोच रखकर जीने वाला होता है।
@samasyasamadhanparishad
@samasyasamadhanparishad 11 месяцев назад
सर आपने बहुत ही अच्छे ढंग इसके लिए आपको बहुत बहुत कोटि कोटि धन्यवाद
@anishgkworld
@anishgkworld 11 месяцев назад
मनुस्मृति इतना अच्छा होता तो गुलाम ही क्यों होते केवल क्षत्रिए युद्ध कर रहे थे बाकी सब देख रहे थे
@kamina646
@kamina646 11 месяцев назад
Aaj bhi to keval sena hi ladti hai aam aadmi nahi
@anishgkworld
@anishgkworld 11 месяцев назад
Bro Sena me sabi jaati ke log hain sirf chattriye nahi
@kamina646
@kamina646 11 месяцев назад
@@anishgkworld gandu vahi to kshtriya hai
@satyendramishra7877
@satyendramishra7877 11 месяцев назад
क्षत्रीय वर्ण भी सभी जात के मजबूत शक्तिशाली लोगो से ही बना था l
@anishgkworld
@anishgkworld 11 месяцев назад
@@satyendramishra7877 तो आज जो चमार है और वो सेना में है उसे क्षत्रिय जैसा व्यवहार क्यो नहीं होता उसकी जाती क्यो नही बदलती ???? और भी बहुत सारे प्रश्न हैं केवल बोलने से नहीं होता अपनी सोच बदलो और खुद को ब्राम्हण नही इन्सान बनाओ जय हिन्द
@s.k.indian2052
@s.k.indian2052 11 месяцев назад
बहत ही बढ़िया जानकारी है और Analysis है।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@parradgerminatesthedemocra2979
@parradgerminatesthedemocra2979 3 месяца назад
हिंदू धर्म (सही नाम-ब्राह्मणवाद ) में प्रोपेगंडा तो बहुत ही सुन्दर आकर्षक और लावण्यपूर्ण होता है लेकिन जमीनी हकीकत सिर्फ उल्टी ही नहीं होती, बहुत वीभत्स भी होती है। मिसाल के लिए नारी के सम्मान में कसीदे तो बहुत पढ़ें जाते हैं, उसे देवी भी कहा जाता है,लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि भारत में नारी हत्या, दहेज-हत्या, बालात्कार सामुहिक बालात्कार दहेज प्रताड़ना, कन्या -भ्रूण हत्या, कन्याओं की खरीद -फरोख्त,देह व्यापार में ढकेला जने के आंकड़े बहुत बहुत अधिक है।
@imamudeenbhatti9683
@imamudeenbhatti9683 3 месяца назад
जय जवान जय किसान जय विज्ञान जय संविधान !
@AmitRaj-d3h
@AmitRaj-d3h 11 месяцев назад
ब्रम्हा जी सती प्रथा भी लिखे और दलित महिलाओ को निर्वस्त्र रहना
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ऐसी अतार्किक बातों के चलते ही भारत ग़ुलाम रहा और आज भी विकसित नहीं हो पा रहा है। जबतक सभी जाति और धर्म के लोग शिक्षित और तार्किक नहीं होंगे तब तक भारत से ये बुराइयाँ दूर नहीं होंगी।
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@RAJKUMAR-ut9yv
@RAJKUMAR-ut9yv 8 месяцев назад
​@@pvplawindia तुम सबसे घटिया आदमी है ओबीसी को भड़का रहा है एससी एसटी को शूद्र बताना चाहता है।। ओबीसी ही शूद्र है एससी एसटी अति शूद्र है।।।।
@HariOm-vy3yy
@HariOm-vy3yy 11 месяцев назад
ब्राह्मण का चरित्र न्यायिक नहीं होता
@prakharshankar3064
@prakharshankar3064 11 месяцев назад
😂 chutiya kuchh bhi mat bola kar
@prakharshankar3064
@prakharshankar3064 11 месяцев назад
Subhash Chandra Bose, Laxmi Bai Ram Prasad Bismil ,
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@rajendrapandey3598
@rajendrapandey3598 11 месяцев назад
ये अंग्रेजों की भाषा है।
@vaibhavjatav9340
@vaibhavjatav9340 10 месяцев назад
Bhai aise comment mat kiya karo
@SubhashChandra-wo7rz
@SubhashChandra-wo7rz 11 месяцев назад
सेवा के बदले धन मिलता था , आज भी मिलता है बासी-जूठन , फटे चिथड़े , अपमान - तिरस्कार गालियां
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@PremprakashShukla-r5l
@PremprakashShukla-r5l 11 месяцев назад
To dena kaun chahta hai sab sale madharchod the na isiliye to sambandh ke dwara isa khoota gand me dal Diya Jo aaj bhi bawaseer ki tarh dard ho Raha hai Jai bheem jai samvidhan namo budhay thanks you saheb ji amar rahe
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@rameshwermanjhi
@rameshwermanjhi 2 месяца назад
Bahut sundar or perfect bat aap ne btai hai is bat ko share sudro Ko smjhna chahiye
@gkentertainment5141
@gkentertainment5141 8 месяцев назад
Sir bahut acche se aapne explain kiya aapne
@bdbaria
@bdbaria 11 месяцев назад
आप कोई भी लीपा पोथी कीजिए शूद्रो की बेहाली का मुख्य कारण ब्राह्मण ही है।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@kshemendratripathi98
@kshemendratripathi98 11 месяцев назад
Brahman jimmedar hai to Angrez aur Mughal aap ke ristedar the
@ShrawanSaazOfficial
@ShrawanSaazOfficial 11 месяцев назад
@@kshemendratripathi98 मुगल काल में ब्रह्मण बैठ के अल्ला उपनिषद लिख रहे थे ,अकबर को शंकराचार्य का पुरवज बताकर बूरह्मण भाई कहा ।भविष्य पुराण पढ लीजिए। सभी अबर के दरवारी थे। जब पता था मुगल ने राम का मंदिर तोडा तो अकबर के दरवार में मलाई खा रहे थे । कोई ब्रह्मण विरोध क्यों नहीं किया? और ना ही लिखा ,चाहे तुलसी ही कायों न हो । ब्रह्मण ही चार वर्ण बनाकर केवल 2.5 % लोगों को लडने व रक्षा करने का अधिकार दिया। ब्रह्मण,वैश्य, और शूद्र को इस से दूर रखा गया फलतः हम मुगल और अंग्रेज के गुलाम हो गये । कोई 33 कोटि काल्पनिक देवी देवता बचाने नहीं आये । आज उन देवी देवताओं की भारत में कोई जखरूरत नहीं है । जब पूरी दुनिया में कोरोना फैला था तो ईश्वर,अल्लाह,God कहाँ भाग गये थे ? सब जगह ताला लगा था, 2 साल तक पूजा ,इवादत बंद रहा । यदि विज्ञान ,चिकित्सा विज्ञान समाधान नहीं ढूंढता तो मानव पृथ्वी से समाप्त हो जाते । आवश्यकता है आज धर्म से ऊपर उठने की। जय विज्ञान जय संविधान ।
@anilsahu8899
@anilsahu8899 11 месяцев назад
100% true , mere kuch rajput friend hai wo bhi yahi bolte hai in logo ne Raja logo ulte sidhe Kam karwe or Raja logo ko khub loota , Aaj India jitni bhi kuritiya hai inki hi den hai , temple inki dukan hai or aam janta ko Katha suna kar 1000 cror dan me lete hai ac , gadiya , luxury house , sandar sadiya sab bhakto ke paiso se chal Raha hai , pujari bhi only Brahman hi hota hai or koi nahi why ??. Ye smartly sabko chutiya banate hai dharm ki aad me , bagut Kuch Hai bolne ko mere pas , Sabse Jayda castism inme Hai but show Nahi dete .
@shailendrasinghyadav91
@shailendrasinghyadav91 11 месяцев назад
Congratulations 🙏 👍 हम तो पहले से जातिवाद छुआ छूत के खिलाफ था
@anand_mishra155-e4d
@anand_mishra155-e4d 11 месяцев назад
bihar me sabse jayada yadav log sc/st act me jail me hai
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
भारत की न्यायपालिका में SC/ST जज कम क्यों हैं ? ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-cRz-5Nn3EYs.htmlsi=LOjED92eEVeWZqs7
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
भारत की न्यायपालिका में SC/ST जज कम क्यों हैं ? ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-cRz-5Nn3EYs.htmlsi=LOjED92eEVeWZqs7
@KaushilyaDevi-fx7zk
@KaushilyaDevi-fx7zk 11 месяцев назад
मनुस्मृति किसी भी स्तर से उचित नहीं है इसने हमेशा ही जाति विशेष के वर्चस्व को बनाए रखा है, जबकि संविधान सबको बराबरी देने की बात करता है। जब संविधान द्वारा इसको अमान्य कर दिया गया है फिर भी मनुस्मृति का महिमा मंडल क्यों?
@हरेकृष्णा-व7द
@हरेकृष्णा-व7द 7 месяцев назад
भाई जी एक बार पढ़ लो
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
विश्व विद्वान मित्रो! जन्म से सब जन दस इन्द्रिय समान लेकर जन्म लेते हैं इसलिए जन्म से जन होते हैं और संस्कार से द्विजन ( स्त्री-पुरुष ) होते हैं । जन्म से सबजन दस इंद्रिय के साथ-साथ शरीर के चार अंग मुख, बांह, पेट और चरण समान लेकर जन्म लेते हैं। समाज के चार वर्ण कर्म विभाग ब्रह्म,क्षत्रम, शूद्रम और वैशम वर्ण विभाग को शरीर के चार अंग को समान माना गया है । जब एक जन है तो वह मुख समान ब्रह्म वर्ण कर्मी है, बांह समान क्षत्रम वर्ण कर्मी है, पेटऊरू समान शूद्रम वर्ण कर्मी है और चरण समान वैशम वर्ण कर्मी है। चरण पांव चलाकर ही व्यापार वाणिज्य क्रय विक्रय वितरण वैशम वर्ण कर्म होता है। इसलिए चरण समान वैश्य होता है। अत: किसी भी वर्ण को नामधारी वर्ण वाला बताकर मानकर सबजन को समान अवसर उपलब्ध है। लेकिन जब पांचजन सामाजिक कर्मी हैं तो एक जन अध्यापक गुरूजन पुरोहित चिकित्सक विप्रजन (ब्राह्मण) है , दूसरा जन सुरक्षक चौकीदार न्यायाधीश (क्षत्रिय) है, तीसरा जन उत्पादक निर्माता उद्योगण (शूद्राण) है और चौथा जन वितरक वाणिक व्यापारी ट्रांसपोर्टर आढती (वैश्य) है तथा पांचवा जन चारो वर्ण कर्म विभाग में वेतनमान पर ऋषिजन दासजन जनसेवक नौकरजन सेवकजन कार्यरत है। यह अकाट्य सत्य सनातन शाश्वत ज्ञान प्राप्त करने का सबजन को समान अवसर उपलब्ध है। कोई भी जन वर्ण कर्म किए बिना भी किसी वर्ण को मानकर बताकर मात्र नामधारी वर्ण वाला बन कर रह सकते हैं यह भी समान अवसर सबजन को उपलब्ध है अर्थात हरएक मानव जन खुद स्वयं को ब्रह्मण, क्षत्रिय, शूद्राण और वैश्य कोई भी वर्ण वाला मानकर बताकर जीवन निर्वाह कर सकते हैं। दो विषय अलग अलग हैं जैसे कि वर्ण जाति और वंश ज्ञाति इनको को समझना चाहिए । स्मरण रखना चाहिए कि वर्ण जाति शब्दावली का निर्माण कार्य करने वालो को पुकारने के लिए किया गया है इनको विभाग पदवि कहा जाता है । जबकि वंश ज्ञाति गोत्र शब्दावली का निर्माण विवाह सम्बंध संस्कार करने के लिए किया गया है , ताकि श्रेष्ठ संतान उत्पन्न करने के लिए सपिण्ड गोत्र वंश कुल बचाव कर विवाह सम्बंध संस्कार किये जाते रहें । यह पौराणिक वैदिक सतयुग राजर्षि ऋषि मुनियो की संसद ने शब्द निर्माण किया है। चार वर्ण कर्म ( शिक्षण+ सुरक्षण+ उत्पादन+ वितरण ) = चार वर्ण ( ब्रह्म + क्षत्रम+ शूद्रम+ वैशम ) । इन्ही चतुरवर्ण में पांचवेजन वेतनमान पर कार्यरत होते हैं। चार आश्रम ( ब्रह्मचर्य + ग्रहस्थ+ वानप्रस्थ+ यति आश्रम ) । आयु आश्रम अनुसार जीवन प्रबंधन किया जाता है। यह अकाट्य सत्य सनातन दक्ष धर्म संस्कार शाश्वत ज्ञान की पोस्ट पढ़कर समझकर सोच सुधार करें और प्रिंट सुधार करें। बुद्ध प्रकाश प्रजापत की इस पोस्ट को कापी कर सबजन को भेजकर सबजन को ब्रह्मण बनाएं ।
@MohanSingh-do6zk
@MohanSingh-do6zk Месяц назад
बहुत सुन्दर नमो बुध्दाय साधुवाद
@Aryan_jatav001
@Aryan_jatav001 29 дней назад
जय भीम 💙जय भारत 💙 जय संविधान 💙नमो बुद्धाय
@santramsid1976
@santramsid1976 11 месяцев назад
संविधान ही अच्छी हैं
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@Shalini_videoshorts
@Shalini_videoshorts 8 месяцев назад
ऊँचे कुल का जनमिया,करनी ऊँची ना होए।सवर्ण कलश सुरा भरा,साधु निन्दा होए।।मनुवादी ब्राह्मणों के द्वारा शूद्र शोषण और अत्याचार से पीड़ित थे।जब बाबा साहेब जी ने मनुस्मृति को पढ़ा और उन्हें समझ आ गया कि ना रहेगी स्मृति ना रहेगें।ना मनुवादी ब्राह्मण।जय भीम🙏🙏☝📘
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
विश्व विद्वान मित्रो! जन्म से सब जन दस इन्द्रिय समान लेकर जन्म लेते हैं इसलिए जन्म से जन होते हैं और संस्कार से द्विजन ( स्त्री-पुरुष ) होते हैं । जन्म से सबजन दस इंद्रिय के साथ-साथ शरीर के चार अंग मुख, बांह, पेट और चरण समान लेकर जन्म लेते हैं। समाज के चार वर्ण कर्म विभाग ब्रह्म,क्षत्रम, शूद्रम और वैशम वर्ण विभाग को शरीर के चार अंग को समान माना गया है । जब एक जन है तो वह मुख समान ब्रह्म वर्ण कर्मी है, बांह समान क्षत्रम वर्ण कर्मी है, पेटऊरू समान शूद्रम वर्ण कर्मी है और चरण समान वैशम वर्ण कर्मी है। चरण पांव चलाकर ही व्यापार वाणिज्य क्रय विक्रय वितरण वैशम वर्ण कर्म होता है। इसलिए चरण समान वैश्य होता है। अत: किसी भी वर्ण को नामधारी वर्ण वाला बताकर मानकर सबजन को समान अवसर उपलब्ध है। लेकिन जब पांचजन सामाजिक कर्मी हैं तो एक जन अध्यापक गुरूजन पुरोहित चिकित्सक विप्रजन (ब्राह्मण) है , दूसरा जन सुरक्षक चौकीदार न्यायाधीश (क्षत्रिय) है, तीसरा जन उत्पादक निर्माता उद्योगण (शूद्राण) है और चौथा जन वितरक वाणिक व्यापारी ट्रांसपोर्टर आढती (वैश्य) है तथा पांचवा जन चारो वर्ण कर्म विभाग में वेतनमान पर ऋषिजन दासजन जनसेवक नौकरजन सेवकजन कार्यरत है। यह अकाट्य सत्य सनातन शाश्वत ज्ञान प्राप्त करने का सबजन को समान अवसर उपलब्ध है। कोई भी जन वर्ण कर्म किए बिना भी किसी वर्ण को मानकर बताकर मात्र नामधारी वर्ण वाला बन कर रह सकते हैं यह भी समान अवसर सबजन को उपलब्ध है अर्थात हरएक मानव जन खुद स्वयं को ब्रह्मण, क्षत्रिय, शूद्राण और वैश्य कोई भी वर्ण वाला मानकर बताकर जीवन निर्वाह कर सकते हैं। दो विषय अलग अलग हैं जैसे कि वर्ण जाति और वंश ज्ञाति इनको को समझना चाहिए । स्मरण रखना चाहिए कि वर्ण जाति शब्दावली का निर्माण कार्य करने वालो को पुकारने के लिए किया गया है इनको विभाग पदवि कहा जाता है । जबकि वंश ज्ञाति गोत्र शब्दावली का निर्माण विवाह सम्बंध संस्कार करने के लिए किया गया है , ताकि श्रेष्ठ संतान उत्पन्न करने के लिए सपिण्ड गोत्र वंश कुल बचाव कर विवाह सम्बंध संस्कार किये जाते रहें । यह पौराणिक वैदिक सतयुग राजर्षि ऋषि मुनियो की संसद ने शब्द निर्माण किया है। चार वर्ण कर्म ( शिक्षण+ सुरक्षण+ उत्पादन+ वितरण ) = चार वर्ण ( ब्रह्म + क्षत्रम+ शूद्रम+ वैशम ) । इन्ही चतुरवर्ण में पांचवेजन वेतनमान पर कार्यरत होते हैं। चार आश्रम ( ब्रह्मचर्य + ग्रहस्थ+ वानप्रस्थ+ यति आश्रम ) । आयु आश्रम अनुसार जीवन प्रबंधन किया जाता है। यह अकाट्य सत्य सनातन दक्ष धर्म संस्कार शाश्वत ज्ञान की पोस्ट पढ़कर समझकर सोच सुधार करें और प्रिंट सुधार करें। बुद्ध प्रकाश प्रजापत की इस पोस्ट को कापी कर सबजन को भेजकर सबजन को ब्रह्मण बनाएं ।
@kushadehury8045
@kushadehury8045 11 месяцев назад
Jay bhim sir great work
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@Mohan-uh3fo
@Mohan-uh3fo 2 месяца назад
बेहतरीन, ज्ञान के चक्षु खोलने वाला वीडियो
@MithleshKumar-rp6ch
@MithleshKumar-rp6ch Месяц назад
वेरी गुड भाई
@samaungj7284
@samaungj7284 11 месяцев назад
ऐसी रहस्मय जानकारी के लियेSirआप को लाखो लाखो बार धन्यबाद।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@harinamsinghverma8387
@harinamsinghverma8387 11 месяцев назад
ब्राह्मण, छत्री वैश्य, का बच्चा प्राथमिक विद्यालय में जब प्रवेश के लिए जाता है उसकी जाति न लिख कर वर्ण क्यों लिखा जाता है ।जब पिछङे व दलित विद्यालय में प्रवेश के लिए जाता है, तो उसका वर्ण न लिख कर, जाति लिखी जाती है ,क्यों ?उत्तर स्पष्ट है शूद्रों को जातियो में बाँट कर ऊन्च नीच करके छूत व अछूत बना कर आपस में लङाओ और इन पर राज करो ।मनुस्मृति में वैश्य कर्म मे कृषि कर्म, पशुपालन ,बाद जोड़ा गया है, बहुजनो सावधान रहना तुम्हे बाँटने की साजिश की जा रही ।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@VinodKumar-jn5pr
@VinodKumar-jn5pr 11 месяцев назад
Good verma ji yahi chal hai nalayako ki jay ho SC OBC st muslim ki jay
@BRAJESHKUMAR-tv2ur
@BRAJESHKUMAR-tv2ur 2 месяца назад
Manusmriti likhi kisne
@GhanshyamShori-z7q
@GhanshyamShori-z7q 11 месяцев назад
जय भीम, जय संविधान
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@princenahar2733
@princenahar2733 Месяц назад
Waa prabhu teri maya...
@MahaveerSingh-ob4oi
@MahaveerSingh-ob4oi Месяц назад
AP bohat acha kam kar raha ha tirphathi ji
@AvdheshYadav-t5t
@AvdheshYadav-t5t Месяц назад
Betiya choad brahaman me manu smriti likha usme sudaro ko dhan rakhane ka adhikar nahi that isikaran sudaro garib he
@12.sanjeevranjan77
@12.sanjeevranjan77 11 месяцев назад
अब भी वक्त है मनुष्य सिर्फ अपने को मनुष्य समझे.अब सिर्फ. ......
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@12.sanjeevranjan77
@12.sanjeevranjan77 8 месяцев назад
@@pvplawindia वाचक अनुत्तरित।
@ramgupta3314
@ramgupta3314 11 месяцев назад
Right sir ji
@meenakshiverma4865
@meenakshiverma4865 11 месяцев назад
शूद्रो का गरीबी का कारण ब्राह्मणवाद ब्रह्मा जी
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@readytohelp30
@readytohelp30 2 дня назад
great Ambedkar ji
@highrich_team_kanpur
@highrich_team_kanpur 23 дня назад
मनुस्मृति को हटाओ संविधान जारी रहने दो जय भीम नमो बुद्धाये जय संविधान
@satyanarayanshani5731
@satyanarayanshani5731 9 месяцев назад
ब्राह्मण का चरित्र् न्याय पूर्ण नहीं होता हैं जय भीम जय संबिधान
@dhaniyadevilifevlogs
@dhaniyadevilifevlogs 11 месяцев назад
पंकज जी, बहुत बहुत धन्यवाद, जनहित में बहुत ही अच्छा विषय पर जानकारी सहज रूप में उपलब्ध कराया है। आप के विषय में कहा जा सकता है की आप उन लोगों मे से एक है जो लकीर के फकीर नहीं हैं। सही को सही और गलत को गलत कहने वाले आज के दुर्लभ प्रजातियों में से आप एक हैं , अभिनंदन स्वीकार करें। सवर्ण जातियों में आप जैसे 25प्रतिसत हों जाए तो भारत का स्वर्णिम विकास संभव है।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
हौसला अफजाई के लिए आपको बहुत बहुत शुक्रिया बंधु ।
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@sunilkumaryadav5168
@sunilkumaryadav5168 Месяц назад
Isiliye To Ham Bharat ke Mul nivasi Babasaheb ko sat sat Naman karte hain aur Yad Karte rahte hain
@SantLal-ok6ve
@SantLal-ok6ve 3 месяца назад
Tripathi ji,, aapko Mera pyar bhara Sadar pranam,,,, our aapse hamara vinamra nivedan hai ki aap hamare our hamare samaj ke bich uprokat jaisi vidambnaye jaisi sachchi kahani,ya our koi chije bhejte ya dohrate rahe, taki sarv samaj es pakhandvad se alage va door hoker apne va apne bachchon ko sahi shikchha ki disha dikhaker unhen Gyan de our dila sake,,,,,🌹 Sonu Baudh 🌹
@krishnak9305
@krishnak9305 7 месяцев назад
Aapka Gyan ka dil se koti koti nmn sir
@anilshriram1fun778
@anilshriram1fun778 11 месяцев назад
जाति धर्म से ऊपर उठ कर सामाजिक व्यवस्था को विधिक रूप से व्याख्या करने के लिए आप को धन्यवाद आप समाज के सच्चे सिपाही हैं जो निर्भिक्ता से अपनी ज्ञान को साझा किया।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@Krbharti811
@Krbharti811 11 месяцев назад
​@@pvplawindiahlo sir Kerala breats text pe v ek video layo??
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
मुख से ब्रह्मण, बांह से क्षत्रिय ,पेटउदर से शूद्रण और चरण से वैश्य हरएक मानव जन हैं और जो मानव जन अध्यापक शिक्षक गुरुजन पुरोहित विप्रजन द्विजोत्तम हैं वे उच्च पद पर होते हैं । पाचमुख मतलब है पांचजन = जनसेवक दासजन वेतभोगी × ( अध्यापकजन ब्रह्मवर्णजन + सुरक्षकजन क्षत्रमवर्णजन + उत्पादकजन शूद्रमवर्णजन + वितरकजन वैशमवर्णजन)। यही चारवर्ण पांचज़न सनातन शाश्वत जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय व्यवस्था है। शूद्रं शब्द का मतलब तपस्वी है । यजुर्वेद मंत्र - तपसे शूद्रं । शूद्रं शब्द में बडे श पर बडे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की बिंदी लगी है। यह लगानी चाहिए। अंक की बिंदी लगने से शूद्रन/ शूद्रण/ शूद्रम भी लिख बोल सकते हैं। चारवर्ण चारकर्म चारविभाग जीविका विषय अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार ही शूद्रण है। कर्म चार = = वर्ण चार = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। पांचवेजन जनसेवक दासजन नौकरजन सेवकजन भी इन्ही चतुरवर्ण चतुर कर्म विभाग में वेतनमान पर कार्यरत हैं। वेदमंत्र दर्शनशास्त्र ज्ञान विज्ञान विधान अनुसार और प्रत्यक्ष कर्म अनुसार प्रमाण हैं। कुछ किताबो में शूद्रन का मतलब तपस्वी उत्पादक निर्माता उद्योगण ना लिखकर सिर्फ सेवक लिख कर गलती कर रहे हैं । शिक्षित द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को सुधार कर बोलना लिखना चाहिए और सुधार कर प्रिंट करना चाहिए। अनुचित लेखन कर्म अनुचित बोलना लिखना वेद विरूद्ध करते रहते हैं आजकल अज्ञजन । लेखक प्रकाशक जन अज्ञानता में सुधार नहीं करते हैं। द्विज और द्विजोत्तम भी अलग अलग हैं। चारो वर्ण कर्म विभाग वाले सवर्ण और असवर्ण होते हैं। शूद्रण भी द्विज पवित्र होता और चार वर्ण कर्म विभाग अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार तपस्वी होता है। अशूद्र अब्राहण अछूत व्यभीचारी जुआरी नपुंसक चाटुकार होता है। क्षुद्र पाशविक सोच रखकर जीने वाला होता है।
@KAMALAYODHYAVLOG
@KAMALAYODHYAVLOG 11 месяцев назад
ब्रह्मा जी का जन्म कैसे हुआ और ब्रह्मा जी के माता पिता कौन थे, कृपया साक्ष्य के साथ उत्तर दें सर
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
मुख से ब्रह्मण, बांह से क्षत्रिय ,पेटउदर से शूद्रण और चरण से वैश्य हरएक मानव जन हैं और जो मानव जन अध्यापक शिक्षक गुरुजन पुरोहित विप्रजन द्विजोत्तम हैं वे उच्च पद पर होते हैं । पाचमुख मतलब है पांचजन = जनसेवक दासजन वेतभोगी × ( अध्यापकजन ब्रह्मवर्णजन + सुरक्षकजन क्षत्रमवर्णजन + उत्पादकजन शूद्रमवर्णजन + वितरकजन वैशमवर्णजन)। यही चारवर्ण पांचज़न सनातन शाश्वत जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय व्यवस्था है। शूद्रं शब्द का मतलब तपस्वी है । यजुर्वेद मंत्र - तपसे शूद्रं । शूद्रं शब्द में बडे श पर बडे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की बिंदी लगी है। यह लगानी चाहिए। अंक की बिंदी लगने से शूद्रन/ शूद्रण/ शूद्रम भी लिख बोल सकते हैं। चारवर्ण चारकर्म चारविभाग जीविका विषय अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार ही शूद्रण है। कर्म चार = = वर्ण चार = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। पांचवेजन जनसेवक दासजन नौकरजन सेवकजन भी इन्ही चतुरवर्ण चतुर कर्म विभाग में वेतनमान पर कार्यरत हैं। वेदमंत्र दर्शनशास्त्र ज्ञान विज्ञान विधान अनुसार और प्रत्यक्ष कर्म अनुसार प्रमाण हैं। कुछ किताबो में शूद्रन का मतलब तपस्वी उत्पादक निर्माता उद्योगण ना लिखकर सिर्फ सेवक लिख कर गलती कर रहे हैं । शिक्षित द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को सुधार कर बोलना लिखना चाहिए और सुधार कर प्रिंट करना चाहिए। अनुचित लेखन कर्म अनुचित बोलना लिखना वेद विरूद्ध करते रहते हैं आजकल अज्ञजन । लेखक प्रकाशक जन अज्ञानता में सुधार नहीं करते हैं। द्विज और द्विजोत्तम भी अलग अलग हैं। चारो वर्ण कर्म विभाग वाले सवर्ण और असवर्ण होते हैं। शूद्रण भी द्विज पवित्र होता और चार वर्ण कर्म विभाग अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार तपस्वी होता है। अशूद्र अब्राहण अछूत व्यभीचारी जुआरी नपुंसक चाटुकार होता है। क्षुद्र पाशविक सोच रखकर जीने वाला होता है।
@chandrapal8483
@chandrapal8483 Месяц назад
Jay samvidhan, mera bharat mahan.
@rampalshakya446
@rampalshakya446 2 месяца назад
Jai bhim jai sambidhan jai bharat
@sunitasinghup8603
@sunitasinghup8603 11 месяцев назад
सभी को इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए आपने बहुत अच्छी जानकारी बताएं धन्यवाद🙏🙏🙏🙏
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@drpcyadav
@drpcyadav 11 месяцев назад
आप तो राहुल सान्कृत्यागन निकले। सर जी।
@नमस्तेसदावत्सलेमातृभूमे-य7छ
राहुल सांकृत्यायन भूमिहार थे इन दुष्ट ब्राह्मणों ने भूमिहारो को भी काफी अपमानित किया है।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@KantijiMotivation2005
@KantijiMotivation2005 11 месяцев назад
गजब दोगलापन है,,, आज के समय मनुस्मृति के अनुसार 99% लोग शुद्र ही हैं 😊
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@KantijiMotivation2005
@KantijiMotivation2005 11 месяцев назад
@@thelogicalindian99 शुद्र की बदौलत तुम भी अपने channel पर veiws खींच रहे हो,, वरना तुम्हारी 1k veiws लाने की भी औकात नहीं थी 😂🙏🚩🚩🇮🇳🌹 I am also belongs to a OBC category,, But before I am a Sanatani Hindu 🙏🚩🇮🇳🌹💯✨♥️💜💙
@WELLNESS_COACH_POONAM_VINOD
@WELLNESS_COACH_POONAM_VINOD 3 месяца назад
Sir bahaut better jankari diya apne so thank you so much Sir 🙏🙏
@ShibuPaswan-l9m
@ShibuPaswan-l9m 21 день назад
Good information sir
@SinghanuBind-gq7wn
@SinghanuBind-gq7wn 11 месяцев назад
ब्राह्मण से बढ़ कर कोई भी झुठा नहीं।।। ब्राह्मण से बढ़ कर कोई भी भिखारी नहीं
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@RajeshSrivastava-fr7qz
@RajeshSrivastava-fr7qz 11 месяцев назад
सिर्फ भारतीय परिपेक्ष्य मे....
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
मुख से ब्रह्मण, बांह से क्षत्रिय ,पेटउदर से शूद्रण और चरण से वैश्य हरएक मानव जन हैं और जो मानव जन अध्यापक शिक्षक गुरुजन पुरोहित विप्रजन द्विजोत्तम हैं वे उच्च पद पर होते हैं । पाचमुख मतलब है पांचजन = जनसेवक दासजन वेतभोगी × ( अध्यापकजन ब्रह्मवर्णजन + सुरक्षकजन क्षत्रमवर्णजन + उत्पादकजन शूद्रमवर्णजन + वितरकजन वैशमवर्णजन)। यही चारवर्ण पांचज़न सनातन शाश्वत जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय व्यवस्था है। शूद्रं शब्द का मतलब तपस्वी है । यजुर्वेद मंत्र - तपसे शूद्रं । शूद्रं शब्द में बडे श पर बडे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की बिंदी लगी है। यह लगानी चाहिए। अंक की बिंदी लगने से शूद्रन/ शूद्रण/ शूद्रम भी लिख बोल सकते हैं। चारवर्ण चारकर्म चारविभाग जीविका विषय अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार ही शूद्रण है। कर्म चार = = वर्ण चार = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। पांचवेजन जनसेवक दासजन नौकरजन सेवकजन भी इन्ही चतुरवर्ण चतुर कर्म विभाग में वेतनमान पर कार्यरत हैं। वेदमंत्र दर्शनशास्त्र ज्ञान विज्ञान विधान अनुसार और प्रत्यक्ष कर्म अनुसार प्रमाण हैं। कुछ किताबो में शूद्रन का मतलब तपस्वी उत्पादक निर्माता उद्योगण ना लिखकर सिर्फ सेवक लिख कर गलती कर रहे हैं । शिक्षित द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को सुधार कर बोलना लिखना चाहिए और सुधार कर प्रिंट करना चाहिए। अनुचित लेखन कर्म अनुचित बोलना लिखना वेद विरूद्ध करते रहते हैं आजकल अज्ञजन । लेखक प्रकाशक जन अज्ञानता में सुधार नहीं करते हैं। द्विज और द्विजोत्तम भी अलग अलग हैं। चारो वर्ण कर्म विभाग वाले सवर्ण और असवर्ण होते हैं। शूद्रण भी द्विज पवित्र होता और चार वर्ण कर्म विभाग अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार तपस्वी होता है। अशूद्र अब्राहण अछूत व्यभीचारी जुआरी नपुंसक चाटुकार होता है। क्षुद्र पाशविक सोच रखकर जीने वाला होता है।
@tekramkumar2914
@tekramkumar2914 11 месяцев назад
शुदर अपना वोट 'नोट 'स्फोट अपने दुशमन सवर्ण को दे देते हैं 'ग़रीब तों रहेंगे
@bapushayedme1388
@bapushayedme1388 11 месяцев назад
ब्रम्हा इतना अन्यायी था .
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@slove567
@slove567 11 месяцев назад
​@@bapushayedme1388😂😂😂
@arunkumardas9645
@arunkumardas9645 7 месяцев назад
शूद्र समाज को शिक्षित करना चाहिए और पद, विभाग, संस्थानो में मौका मिलना चाहिए
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
शूद्रं शब्द का मतलब तपस्वी है । यजुर्वेद मंत्र - तपसे शूद्रं । शूद्रं शब्द में बडे श पर बडे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की बिंदी लगी है। यह बिंदी अवश्य लगानी चाहिए। अंक की बिंदी लगने से शूद्रन/ शूद्रण/ शूद्रम भी लिख बोल सकते हैं। चारवर्ण चारकर्म चारविभाग जीविका विषय अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार ही शूद्रण है। कर्म चार = = वर्ण चार = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। पांचवेजन जनसेवक दासजन नौकरजन सेवकजन भी इन्ही चतुरवर्ण चतुर कर्म विभाग में वेतनमान पर कार्यरत हैं। वेदमंत्र दर्शनशास्त्र ज्ञान विज्ञान विधान अनुसार और प्रत्यक्ष कर्म अनुसार प्रमाण हैं। कुछ किताबो में शूद्रन का मतलब तपस्वी उत्पादक निर्माता उद्योगण ना लिखकर सिर्फ सेवक लिख कर गलती कर रहे हैं । शिक्षित द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को सुधार कर बोलना लिखना चाहिए और सुधार कर प्रिंट करना चाहिए। अनुचित लेखन कर्म अनुचित बोलना लिखना वेद विरूद्ध करते रहते हैं आजकल अज्ञजन । लेखक प्रकाशक जन अज्ञानता में सुधार नहीं करते हैं। द्विज और द्विजोत्तम भी अलग अलग हैं। चारो वर्ण कर्म विभाग वाले सवर्ण और असवर्ण होते हैं। शूद्रण भी द्विज और पवित्र होता और चार वर्ण कर्म विभाग अनुसार उत्पादक निर्माता उद्योगण शिल्पकार तपस्वी होता है। जो द्विज तपश्रम उद्योग उत्पादन निर्माण कार्य करते हैं वे शूद्रण हो जाते हैं। अशूद्र अब्राहण अछूत व्यभीचारी जुआरी नपुंसक चाटुकार होता है। क्षुद्र पाशविक सोच रखकर जीने वाला होता है। इस पोस्ट को कापी कर अन्य सबजन को लेखक प्रकाशक को भेजकर कर प्रिंट सुधार करवाएं।
@RajKumar-cr9vk
@RajKumar-cr9vk 11 месяцев назад
ये देखो आज के obc को वैश्य सावित करना चाहते हैं। यदि obc वैश्य है तो इनका विवाह वैश्य में क्यों नहीं होता।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
विवाह तो एक ब्राह्मण का दूसरे ब्राह्मण से भी वर्जित किये बैठे हैं… सरयूपारिण ब्राह्मण का विवाह कान्यकुब्ज या गौड़ ब्राह्मण से नहीं होता। OBC में बहुत सी उन जातियों को रखा गया है जिन्हें मनुस्मृति में वैश्य कहा गया है… मैंने सिर्फ़ मनुस्मृति का उल्लेख किया है।
@venaysingh5509
@venaysingh5509 11 месяцев назад
Bahe hum bahe hai sc st obc may obc hu mene sc kast may shade ke hai mere kaye kamboj kast valo nay sc ladkio say shade ke hai humne se parkar kaye sc Loko nay obc ke ladkio say be shade ke may Punjab Kay Ferozepur ka rehane vala hu
@ShrawanSaazOfficial
@ShrawanSaazOfficial 11 месяцев назад
@@pvplawindia सीधी सी बात है " जाति तोड़ो भारत जोड़ो"
@sadow115
@sadow115 11 месяцев назад
​@@pvplawindiakheti to sab log kar rhe hai or pasu palan bhi sc obc or Muslim bhi ,to kaise vaish hai obc, obc shudra hai
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 11 месяцев назад
बुरे फँसे अमित शाह ! बिहार जातीय सर्वे पर बोलकर ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-OXMkEFuzyOY.html
@samarbheem
@samarbheem Месяц назад
Very good analysis...
@ChandeshwarKumar-qr4hz
@ChandeshwarKumar-qr4hz Месяц назад
Jay Bheem great bhai ji
@SureshKumar-s9i7f
@SureshKumar-s9i7f 9 месяцев назад
सरकार को चाहिए सब की जमीन बराबर कर दे सभी को सामान होकर अधिकार दे दे जमीन को ध्रुवीकरण करके बटवारा करके सभी को एक बराबर बांट दे तभी यह सब बंद हो जाती व्यवस्था समाप्त हो जाती
@shaileshmishra6070
@shaileshmishra6070 3 месяца назад
Sabse jyada Nasha aapki jaati mein log karte Hain meet mujra ka Sevan karke pita ke dhan ko barbad karke jo bhi yah kam Karega uske pas Dhan Na Hoga Brahman mein abhi bhi 80% log nasa ka Sevan nahi karte hain garibi ki vajah
@budhprakash9200
@budhprakash9200 2 месяца назад
विश्व विद्वान मित्रो! जन्म से सब जन दस इन्द्रिय समान लेकर जन्म लेते हैं इसलिए जन्म से जन होते हैं और संस्कार से द्विजन ( स्त्री-पुरुष ) होते हैं । जन्म से सबजन दस इंद्रिय के साथ-साथ शरीर के चार अंग मुख, बांह, पेट और चरण समान लेकर जन्म लेते हैं। समाज के चार वर्ण कर्म विभाग ब्रह्म,क्षत्रम, शूद्रम और वैशम वर्ण विभाग को शरीर के चार अंग को समान माना गया है । जब एक जन है तो वह मुख समान ब्रह्म वर्ण कर्मी है, बांह समान क्षत्रम वर्ण कर्मी है, पेटऊरू समान शूद्रम वर्ण कर्मी है और चरण समान वैशम वर्ण कर्मी है। चरण पांव चलाकर ही व्यापार वाणिज्य क्रय विक्रय वितरण वैशम वर्ण कर्म होता है। इसलिए चरण समान वैश्य होता है। अत: किसी भी वर्ण को नामधारी वर्ण वाला बताकर मानकर सबजन को समान अवसर उपलब्ध है। लेकिन जब पांचजन सामाजिक कर्मी हैं तो एक जन अध्यापक गुरूजन पुरोहित चिकित्सक विप्रजन (ब्राह्मण) है , दूसरा जन सुरक्षक चौकीदार न्यायाधीश (क्षत्रिय) है, तीसरा जन उत्पादक निर्माता उद्योगण (शूद्राण) है और चौथा जन वितरक वाणिक व्यापारी ट्रांसपोर्टर आढती (वैश्य) है तथा पांचवा जन चारो वर्ण कर्म विभाग में वेतनमान पर ऋषिजन दासजन जनसेवक नौकरजन सेवकजन कार्यरत है। यह अकाट्य सत्य सनातन शाश्वत ज्ञान प्राप्त करने का सबजन को समान अवसर उपलब्ध है। कोई भी जन वर्ण कर्म किए बिना भी किसी वर्ण को मानकर बताकर मात्र नामधारी वर्ण वाला बन कर रह सकते हैं यह भी समान अवसर सबजन को उपलब्ध है अर्थात हरएक मानव जन खुद स्वयं को ब्रह्मण, क्षत्रिय, शूद्राण और वैश्य कोई भी वर्ण वाला मानकर बताकर जीवन निर्वाह कर सकते हैं। दो विषय अलग अलग हैं जैसे कि वर्ण जाति और वंश ज्ञाति इनको को समझना चाहिए । स्मरण रखना चाहिए कि वर्ण जाति शब्दावली का निर्माण कार्य करने वालो को पुकारने के लिए किया गया है इनको विभाग पदवि कहा जाता है । जबकि वंश ज्ञाति गोत्र शब्दावली का निर्माण विवाह सम्बंध संस्कार करने के लिए किया गया है , ताकि श्रेष्ठ संतान उत्पन्न करने के लिए सपिण्ड गोत्र वंश कुल बचाव कर विवाह सम्बंध संस्कार किये जाते रहें । यह पौराणिक वैदिक सतयुग राजर्षि ऋषि मुनियो की संसद ने शब्द निर्माण किया है। चार वर्ण कर्म ( शिक्षण+ सुरक्षण+ उत्पादन+ वितरण ) = चार वर्ण ( ब्रह्म + क्षत्रम+ शूद्रम+ वैशम ) । इन्ही चतुरवर्ण में पांचवेजन वेतनमान पर कार्यरत होते हैं। चार आश्रम ( ब्रह्मचर्य + ग्रहस्थ+ वानप्रस्थ+ यति आश्रम ) । आयु आश्रम अनुसार जीवन प्रबंधन किया जाता है। यह अकाट्य सत्य सनातन दक्ष धर्म संस्कार शाश्वत ज्ञान की पोस्ट पढ़कर समझकर सोच सुधार करें और प्रिंट सुधार करें। बुद्ध प्रकाश प्रजापत की इस पोस्ट को कापी कर सबजन को भेजकर सबजन को ब्रह्मण बनाएं ।
@India86147
@India86147 11 месяцев назад
Very nice explanation sir ❤❤❤
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-E1hkwBWG69M.htmlsi=LdmUbNsodoTDLgdK विनम्र अनुरोध है कि वीडियो को पूरा देखें। यदि नहीं तो अंत के 5 मिनट में विडियो का निचोड़ है, उसे अवश्य देखें। 🙏🏻🙏🏻
@VIPINKUMAR-dy4ev
@VIPINKUMAR-dy4ev 11 месяцев назад
अधिकार मांगने से नहीं मिलता चीन से मिलता है क्योंकि सूत्रों में जीना है मेरे बाबा भीमराव अंबेडकर ने अपने पढ़ाई और यश के बल पर बहुजन का अधिकार संविधान के थ्रू मिला है बल्कि मनुस्मृति के के अनुसार नहीं मार्शमैलो की सिर्फ गुलामी और गुलामी एक दूसरे को एक à हमारे बाबा साहब ने मनुस्मृति को जलाकर बहुत अच्छा किया जय भीम नमो
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-cRz-5Nn3EYs.html भारत की न्यायपालिका में SC/ST के जज कम क्यों हैं ??
@haibatram4004
@haibatram4004 Месяц назад
Jaibheem,Jaisamvidhaan,Jaibharat
@digambarprasad6097
@digambarprasad6097 Месяц назад
Good information
@ShrawanSaazOfficial
@ShrawanSaazOfficial 11 месяцев назад
महाशय, किस किस चीज से सेवा की जाती थी? अछूत तो सेवा करते नहीं थे क्योंकि वो तीनों वर्ण को छू नहीं सकते थे अर्थात उन्हें वर्ण कुव्यवस्था में रखा ही नहीं गया । तो फिर शूद्र कौन है ।
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
कहाँ सो रहें हैं? सवर्ण महिलाओं को बच्चों पैदा करवाने और मालिश करने का काम कौन करता था ? सारे शूद्र सभी प्रयोजनों के लिए अछूत नहीं थे।
@ShrawanSaazOfficial
@ShrawanSaazOfficial 11 месяцев назад
@@pvplawindia मैं नहीं सोया हूँ आप अध्ययन कीजिए । महिला "शूद्र वर्ण "में आती है । महाभारत पढ लीजिए ,गीता पढ लीजिए,,रामयण पढ लीजिएया जो पढा रहे हैं मनुस्मृति पढ लीजिए । बस एक प्रश्न पूछा कि मिर्ची लग गई और कह रहे हैं कहाँ सोये हैं? ,youtube चलाते हैं तो दिमाग शान्त रखिए। मैं ने अपनी जिज्ञासा जाहिर की थी ।
@babitarohani4226
@babitarohani4226 11 месяцев назад
SC/ST Verna System Me Hai Hi Nahi , Yah Baat Baba Saheb Dr. Ambedkar Ke Sath - Sath Gandhi Ji Ne Bhi Mani Thi, Esliye Ve Enhe Pancham Kaha Karte The, Arthat Jo Verna System Se Bahar Hai.
@motorambhilawekar7112
@motorambhilawekar7112 11 месяцев назад
​@@pvplawindiaAs per brahman dharm literatures, women are shudra & paapyoni.
@pvplawindia
@pvplawindia 11 месяцев назад
मुझे आपकी जिज्ञासा से लगाव है। मैं तो आपसे जुड़नेवाली मित्रवत् शैली में “कहाँ सो रहें हैं” लिखा था, फिर भी यदि आपको मेरी भाषा चुभी हो तो मैं क्षमा चाहूंगा। महिलाओं को शूद्र जैसा माना गया है लेकिन ब्राह्मण वर्ण की महिला और शूद्र वर्ण की महिला को एक समान नहीं माना गया है। महाभारत में विदुर को दासी पुत्र होने के नाते ही राजा नहीं बनने दिया गया। रामायण में भी विवाहोपरांत सीता जी के साथ जिन सैकड़ों दासियों को अयोध्या भेजने का उल्लेख है क्या वे और सीता जी एक समान थी? आप सुझाव कि मैं यू ट्यूब पर हूँ तो दिमाग़ शांत रखूँ, मुझे बहुत अच्छा लगा। ऐसा लगा जैसे कोई मुझे बहुत Care करने वाला हो
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