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श्रीविद्या चिन्तन- भाग १ 

श्रीविद्यासंवाद Shrividya Samvad
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हमारे श्रीविद्यासंवाद समूह में श्रीविद्या से संबंधित बहुत सी जिज्ञासाऐं साधकों के मन में रहती हैं। श्रीविद्या साहित्य का विशाल भण्डार है क्या पढ़ें क्या नहीं। श्रीविद्या बहुत गूढ़ ए्वं क्लिष्ट विषय है। केवल सद्गुरुदेव के मार्गदर्शन एवं भगवती की कृपा से ही यह सहज एवं सरल हो जाती है। साधकों की इच्छा के अनुरूप हम एक श्रंखला प्रारंभ कर रहे हैं जिसमें श्रीविद्या विषयक चिंतन किया जाएगा। यह वीडियो इसी श्रृंखला का प्रथम भाग है।

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1 окт 2024

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Комментарии : 119   
@janardanprasadpandey4180
@janardanprasadpandey4180 2 месяца назад
जय हो गुरुदेव। आपका यह स्तुत्य प्रयास श्रीविद्या उपासना के क्षेत्र में एक मील का पत्थर सिद्ध होगा ऐसी मुझे उम्मीद है। अज्ञान तिमिरान्धस्य, ज्ञानाञ्जन शलाकया। चक्षुरुन्मीलितम् येन, तस्मै श्री गुरवे नमः।। 🌹🌹🙏 🙏🌹🌹
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीमात्रे नमः सद्गुरुदेव के आशीर्वाद तथा भगवती की कृपा से ही यह संभव हो सका है।
@animeshyt2182
@animeshyt2182 Год назад
सादर प्रणाम.. आपने मेरी जिज्ञासा और बढ़ा दिया.. 🙏
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
अध्यात्म पथ के पथिक के लिए अच्छा संकेत है।
@bhoomisahu4511
@bhoomisahu4511 2 года назад
देवी भागवत मे दस महा विद्या प्राकट्य की कथा बिल्कुल ही अनुचित है l दस महा विद्या brambhand की महा शक्तियां है lइनकी आव्हान भगवान शिव को भयभीत करने के लिए नहीं अपितु देवताओं और मानव और सिद्धों की समस्त विपत्ति ,दुखों की नाश और परम सिद्धि को प्रदान करने के लिए हुआ है l हमारी पुराणों की 70%कथा अनु उपयोगी और भ्रमित करने वाला है l नौ दुर्गा का संबंध माता पार्वती से बिल्कुल नहीं है l शिव विष्णुऔर समस्तदेवताओं की, आव्हान औऱ सम्मिलित शक्ति से जिस परम शक्ति की प्राकट्य हुआ वहीं कुमारी परम सनातनी दिव्य रूपा माँ महिषासुर मर्दानी माँ अंबिका है l दुर्गा सप्त शती के अष्टम अध्याय में , इंद्राणी, शिव देती ,varahi महेश्वरी narshingi ,कुमारी ,चामुण्डा आदि ही माँ अंबिका की शक्तियां है l शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी आदि रूप, ये पार्वती के रूप है ll
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
शास्त्रों में वर्णित किसी भी कथन को "अनुचित " कहना कम से कम हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। भिन्न-भिन्न कल्पों में घटित घटनाक्रमों पर आधारित कथाएं भी भिन्न-भिन्न हैं। इनके औचित्य पर प्रश्नचिन्ह हम बिना किसी प्रमाण के लगाने के अधिकारी नहीं हैं। इस ब्रह्मांड को चलाने वाली परमशक्ति एक ही है उसी को देश-काल के अनुसार तथा ऋषि महर्षियों की तपस्या के अनुभवों के आधार पर भिन्न-भिन्न नाम रूपों में उद्घाटित किया गया है। यह क्रम आज भी चल रहा है तथा आगे भी चलेगा। हो सकता है आगे कोई और मत प्रकट हो जाए। दूसरा सनातन परम्परा के समस्त शास्त्रों का अध्ययन चिन्तन मनन कितने जिज्ञासु कर पाते हैं।
@bhoomisahu4511
@bhoomisahu4511 2 года назад
श्री मद देवी भागवत मे वेद व्यास जी कृष्णा को परम पुरुष और राधा को परम प्रकृत कहा है l कृष्णा के शरीर से परम पिता श्री विष्णु का प्रादुर्भाव और राधा से महालक्ष्मी को उत्पन हुआ बताय है l कृपा कर मार्ग दर्शन करे कौन से कल्प और manvanter ये महान घटना घटित हुआ ll
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
@@bhoomisahu4511 कृष्णा शब्द का प्रयोग समीचीन नहीं है। "श्रीकृष्ण" शुद्ध शब्द का प्रयोग अपेक्षित है। इसी प्रकार श्रीराधा शब्द का प्रयोग होना चाहिए। श्रीकृष्ण को वहाँ परब्रह्म माना गया । अतः श्रीविष्णु का आविर्भाव श्रीकृष्ण से कहा गया है। प्रलयोपरान्त सृष्टिक्रम में युगानुसार अवतार होते रहे हैं। किस कल्प तथा मन्वन्तर में क्या विशेष हुआ ऐसा शोध करने का हमारा कोई विचार नहीं है न ही हम आवश्यकता समझते हैं। हम समस्त अवतारों के प्रति परब्रह्म की विशिष्ट अभिव्यक्ति का भाव रखते हैं तथा अभेद भी रखते हैं। अतः ऐसा शोध करने का विचार कभी नहीं आया। कोई इस प्रकार की जिज्ञासा रखता है तो उसे शास्त्रानुशीलन कर इन जिज्ञासाओं को स्वयं शाँत कर लेना चाहिए।
@harishvyas3709
@harishvyas3709 11 месяцев назад
@@bhoomisahu4511 जगदम्बा की भक्ति के विघ्न है ऐसी बाते
@harishvyas3709
@harishvyas3709 11 месяцев назад
@@bhoomisahu4511 एक प्रकृति है और एक परब्रह्म है। जो ब्रह्मा विष्णु शिव आदि सबके माता पिता है। शिवपुराण वाले उनको शिव पार्वती मानलेते है। उसी प्रकार कुछ लोग राधा कृष्ण और कुछ राम सीता मान लेते है। लेकिन जगदम्बा इन सबसे अत्यंत परे है। जो केवल सद्गुरु व परमहंसों की सेवा से ही प्राप्त होता है। ऐसे लोग न जाने कितने ही मिलते है। इन सबके हाथ जोड़कर केवल जगदम्बा पर ही ध्यान देना चाहिए जय माता दी
@TheVijaydashora
@TheVijaydashora 4 года назад
श्रीगुरुचरण कमलेभ्यो नमः ।।श्रीमात्रे नमः।।
@LalitSharma-y4g
@LalitSharma-y4g 28 дней назад
America subse powerful desh he Waha bhi sri vidya karte he kya.britain me bhi?
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में व्याप्त हैं!!
@SumanSharma-u5o9p
@SumanSharma-u5o9p 9 месяцев назад
Jay lalita tripura sundari maa❤❤❤❤❤
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीललितामहात्रिपुरसुन्दर्यै नमः
@supcrazyraj7626
@supcrazyraj7626 4 месяца назад
Om shree mathre namaha!!!!
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीमात्रे नमः
@Yash__9991
@Yash__9991 3 года назад
गुरू देव परनाम ।। में श्री विद्या में दीक्षित होना चाहता हु किर्पया गुरु देव मार्गदर्शन दीजिये।।
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
आपकी इससे पहले कौन सी दीक्षा हुयी हैं लिखें आपके परिवार की परम्परा क्या है - वैष्णव,शैव,शाक्त
@Yash__9991
@Yash__9991 3 года назад
@@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad गुरुदेव अभी तक मेने दीक्षा प्राप्त नही की में दीक्षित नही हु।।
@priyanshirathor2043
@priyanshirathor2043 Год назад
आचार्यजी, मैं संग्राम सिंह राठौड़, श्री तिर्थगुरु पुष्कर से आपका वंदन करता हूँ । भगवन मैं श्री राजराजेश्वरी जी की अनुकम्पा के लिये क्या करू क्या न करू। मुझे कोई गुरु नहीं मिल रहा है। जगतगुरु शंकराचार्य जी को सुना तो उन्होने कहा बिना गुरु की आज्ञा के ललिता सहस्त्रनाम और सौंदर्य्लहीरी का भी पाठ नही करना चाहिये। तो अब में भगवती की उपासना कैसे करू। मार्गदर्शन किजीए
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा, भगवती के चरणों में आपकी श्रद्धा देखकर हर्ष हुआ। आप इस वीडियो के माध्यम से अवगत हो गए होंगे कि इस अति विशिष्ट श्रीविद्योपासना हेतु क्या जीवन शैली होनी चाहिए। यदि आप इस मार्ग में आना चाहते हैं तो हमारे ईमेल पर पूर्ण परिचय मोबाइल क्रमांक सहित तथा अब तक हुई दीक्षा यदि कोई है तो उसका विवरण भेजें। हम संपर्क कर लेंगे। shri.siddhvidya@gmail.com
@hemltanagar2696
@hemltanagar2696 Год назад
श्री विद्या का कोनसा मत्रं जपे, बताईये ना
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा, श्रीविद्योपासना एक विशिष्ट पद्धति है। जब तक साधक का पूर्ण विवरण, अब तक हुई दीक्षाओं की स्थिति तथा सम्प्रदाय आदि के विषय में ज्ञात न हो तो उपयुक्त मन्त्रों का निर्णय संभव नहीं है। आप अपने निकट के किन्हीं श्रीविद्योपासक से मन्त्रोपदेश हेतु निवेदन करें अथवा हमारे ईमेल पर सविवरण संपर्क करें। श्रीविद्यासंवाद
@shradhachouhan894
@shradhachouhan894 3 года назад
Sadu sadu sadu
@khemrajsharmakalauni9270
@khemrajsharmakalauni9270 3 года назад
गुरू जी राम राम ऐसी कौन-सी विद्या है जीस से व्यक्ति धर्म, अर्थ,काम,मोक्ष चारों पुरुषार्थों को प्राप्त कर सकें? और मैं कैसे प्राप्त कर सकता हूं ? मैं शैब प्ररम्परा से हु क्या किताबी ज्ञान के द्वारा सम्भव है ? और दीक्षा ले तो कहा से ले? और क्या आज कल के समय मै सम्भव है यह श्री विद्या प्राप्त करना ?
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
@Khemraj Sharma जय मातेश्र्वरी एक साथ इतने प्रश्न? श्रीविद्या से ही पुरुषार्थ चतुष्टय सिद्ध हो सकता है। श्रीविद्या की दीक्षा आज भी सिद्ध गुरुओं के द्वारा विधिवत प्रदान की जा रही है। आप कहाँ निवास करते हैं उसी क्षेत्र के श्रीविद्योपासक से दीक्षा ले सकते हैं। पहले श्रीविद्या में अधिकार निर्णय किया जाता है अर्थात पूर्व में क्या गायत्री प्राप्त है आदि। शैव परम्परा से क्या तात्पर्य है ? क्या शिव मन्त्र की विधिवत दीक्षा प्राप्त है ? हमारे समस्त वीडियो देखेंगे तो आपकी अधिकतर जिज्ञासाओं का समाधान संभव है।
@chandraprakashpandey8200
@chandraprakashpandey8200 2 года назад
सादर प्रणाम मैं श्री सम्प्रदाय रामानुज से दीक्षित हूं हमें श्री विद्या की साधना करनी चाहिए मैं माता के मंत्रो का जाप 22 वर्ष सै कर रहा हूं
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगन्मात: अपने दीक्षागुरु से आज्ञा प्राप्त कर ही इस मार्ग में प्रवृत्त होना चाहिए।
@rp9781
@rp9781 3 года назад
शाक्त सम्प्रदाय और भगवान शंकराचार्य के संबंधों के बारे में बताएं भगवान शंकराचार्य शैव थे या शैव शाक्त
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
षण्मत स्थापनाचार्य
@SumanSharma-u5o9p
@SumanSharma-u5o9p 9 месяцев назад
Jay lalita tripura sundari maa❤❤❤❤❤
@SumanSharma-u5o9p
@SumanSharma-u5o9p 9 месяцев назад
Jay lalita tripura sundari maa❤❤❤❤❤
@SumanSharma-u5o9p
@SumanSharma-u5o9p 9 месяцев назад
Jay lalita tripura sundari maa❤❤❤❤❤
@the-Aaditya
@the-Aaditya 2 года назад
गुरुजी...भगवती बाला त्रिपुर सुंदरी तक की दीक्षा प्राप्त हो तो ललिता सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए या नहीं?
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगन्मात: श्रीललितासहस्रनाम का पाठ पञ्चदशी की दीक्षा के उपरान्त ही करने का विधान है। श्रीबाला भगवती के उपासकों के लिए श्रीबालासहस्रनाम उपलब्ध है।
@the-Aaditya
@the-Aaditya 2 года назад
@@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad जय मां
@vishalacharya969
@vishalacharya969 3 года назад
Jai Jagtamba
@sheshnarayanmishra1938
@sheshnarayanmishra1938 3 года назад
जय हो
@VivekKumar-g8g5b
@VivekKumar-g8g5b Месяц назад
जय गुरुदेव महाराज
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@bhavnamehta4196
@bhavnamehta4196 Год назад
jay mataji
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@manojv2840
@manojv2840 2 года назад
I want to learn srividya sadhana
@manojv2840
@manojv2840 2 года назад
I want to learn srividya sadhana
@Acharya.prashantJi
@Acharya.prashantJi Год назад
क्या वैष्णव भी श्री विद्या की उपासना कर सकते हैं
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा, वैष्णव संप्रदायों के भी अनेक भेद हैं। हमारे संज्ञान में कुछ ऐसे वरिष्ठ वैष्णव जन आए थे जो श्रीयन्त्र का पूजन करते हैं। दक्षिण भारत के बहुत से श्रीवैष्णव श्रीललितासहस्रनाम का नित्य पाठ करते हैं जो हमारे संपर्क में हैं। हम समझते हैं कि स्तोत्र पाठ आदि विधिवत श्रीविद्योपासना नहीं है। श्रीविद्योपासना हेतु विधिवत दीक्षा प्राप्त करनी होगी, अर्थात् नवीन संप्रदाय में प्रवेश करना होगा। इसके लिए भी कुछ प्रतिबंध हो सकते हैं। वस्तुतः इसका निर्णय स्व संप्रदाय के आचार्यों से करवाना उचित होगा।
@thegreenwalls9614
@thegreenwalls9614 8 месяцев назад
Namashkar guru ji ,Guru dev main maa ki kripa kese prapt kar sakta hu
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा, माॅं की कृपा तो हम सभी पर सदैव है। वे ही हम सभी को शक्ति प्रदान कर इस जगत में कोई भी कार्य कर सकने में सक्षम बनाती हैं। उनकी प्रीति प्राप्त करना बहुत सरल है - पूर्ण ‌श्रद्धा एवं विश्वास सहित उनके शरणागत होना चाहिए। वे आपकी चिंता स्वयं करेंगी।
@thegreenwalls9614
@thegreenwalls9614 7 месяцев назад
@@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad he sant aap vinamra hain he vipravar main yuvak hu aur mera jivan bahut ast vyast sa hain mansik kalesh , chinta dukh , kisi kaam main Mann ka na lagna ,avsaad aur past main apne ahnkaar ki vajah se ki gayi galti ka mujhe bahut pachtava hota hain aur main swikaar karta hu main ahnkaari hu , grih kalesh inn sab mushkilo main apne aap ko main aashaheen pata hu dinodin nirasha main girr raha hu hain sant mere dukho ka ant kese hoga ? Gab aapne mujhe reply Kiya tha tab se yeh baat main aapse puchhna chahta tha
@thegreenwalls9614
@thegreenwalls9614 7 месяцев назад
@@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad Jai jagadamba
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@thegreenwalls9614
@thegreenwalls9614 7 месяцев назад
@@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad he gurudev main yuvak hu aur alasye, pramad, mansik kalesho se ghira hua hu. he guruvar app vinamra hain mere kalesh kese khatam honge
@nayanbanerjee1069
@nayanbanerjee1069 3 года назад
Mai Nigmanand Saraswati sampradai se aur kriya diksha lia hai.Kiya me Shri Vidya diksha le sakta hu?
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय मातेश्र्वरी मेरे विचार से तो ले सकते हैं क्योंकि आपका मार्ग योग मार्ग है। श्रीविद्या में भी योग का समावेश है। श्रीविद्या में कुण्डलिनी योग एक अभिन्न अंग है।
@vipin4716
@vipin4716 3 года назад
@@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad गुरुजी क्या श्री विद्या साधना से कुंडलिनी जागरण और उसका ऊर्ध्व गमन भी होता है🙏
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
@@vipin4716 कुण्डलिनी जागरण प्रायः हठयोग तथा श्रीविद्या साधना से ही संभव है। श्रीविद्यासाधना में मन्त्रों से कुण्डलिनी का ऊर्ध्वगमन सद्गुरुदेव के सान्निध्य में उनके मार्गदर्शन में ही संभव है।
@asharani7893
@asharani7893 3 года назад
He sdashivroopi shri gurudev🙏 ji aapko barmbar naman h🕉🕉🕉🪔🙏😌🚩🥀
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीमात्रे नमः
@aadisingh108
@aadisingh108 Год назад
🚩🙏🚩
@sabusharma78
@sabusharma78 2 года назад
Namaskar shree vidya ki deeksha kis pith se milti ha? Me nepal se hu kya nepal me vi deeksha mil sakti ha maine idhar khoj ki par mujhe koi jankari mili apke dwara samvhav ho to please margdarshan kare
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीमात्रे नमः पूज्यपाद आदि शंकराचार्य जी के द्वारा स्थापित पीठों के अतिरिक्त वरिष्ठ पूर्णाभिषिक्त श्रीविद्योपासकों के द्वारा दीक्षा प्रदान की जाती है। नेपाल के विषय में हमारे पास सूचना नहीं है। हमसे दीक्षा प्राप्त कर सकते हैं यदि आप यज्ञोपवीत धारण करने के साथ संध्यावंदनादि नियमित करते हैं। शेष पालनीय नियम हमारे वीडियोज में देखें। अपना पूर्ण परिचय अबतक हुई दीक्षाओं एव॔ संप्रदाय आदि का विवरण हमारे ईमेल पर ही भेजें। श्रीविद्यासंवाद shri.siddhvidya@gmail.com
@EkAnticommunist
@EkAnticommunist 2 года назад
Ager shree vidhya seekhni ho ve dikhsa Leni ho aapse kaise connect ho sakte h
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
हमारे ईमेल पर अपना परिचय तथा अब तक प्राप्त दीक्षाओं( सम्प्रदाय सहित) का विवरण प्रेषित करें। श्रीविद्या हेतु हमारा वीडियो श्रीविद्योपासकों केलिए पालनीय नियमों के परिप्रेक्ष्य में अपने विषय में अवगत कराएं।
@A.T._MA
@A.T._MA 9 месяцев назад
Jay Maaa 🙏
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@Hari_Parmar
@Hari_Parmar 7 месяцев назад
Pranam!
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीमात्रे नमः धन्यवाद। आप सभी पर भगवती की कृपा सदा रहे।
@ajaysingh-zy8yf
@ajaysingh-zy8yf 2 года назад
ऊँ श्री मात्रे नमः हर हर महादेव
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@shardasagar4429
@shardasagar4429 Год назад
Jay shree ma maa tripur sundari bless
@omtyagi1802
@omtyagi1802 Год назад
श्री विद्या की दीक्षा कहां से ली जाए कृपया बताएं |
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीमात्रे नमः किन्ही गृहस्थ अथवा सन्यस्थ वरिष्ठ पूर्णाभिषिक्त श्रीविद्योपासक से प्राप्त कर सकते हैं।
@munishkumar-hn6nu
@munishkumar-hn6nu Год назад
श्री शिवा प्रेमानंद जी से ले सकते हैं, महासिद्धर तिरुमूलर परंपरा
@SHREE36971
@SHREE36971 2 года назад
स्वामी जी वच्छाकल्पलता स्तोत्र की महिमा क्या है कृपया बताने की कृपा कीजिए
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
इस पर वीडियो प्रस्तुत करने का विचार है।
@SHREE36971
@SHREE36971 2 года назад
@@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad स्वामी जी कृपया थोड़ी महिमा तो बताइए
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
@@SHREE36971 अस्तु श्रीमात्रे नमः वाञ्छाकल्पलता - वाञ्छा अर्थात् कामना अथवा इच्छा। कल्पलता कल्पवृक्ष की ओर इंगित करता है। अतः वाञ्छाकल्पलता इस पद का तात्पर्य है यह कल्पवृक्ष के समान साधकों की समस्त कामनाओं की पूर्ति करने में सक्षम है। साधक से तात्पर्य प्रायः श्रीकुल परम्परा के ऐसे श्रीविद्योपासक हैं जो तुरीयसन्ध्या तथा पारायण करते हों। इसको विधिवत दीक्षा प्राप्त कर ही करने का विधान है। ऐसा शास्त्र वचन तथा वरिष्ठ श्रीविद्योपासकों का मत है। आप क्या श्रीविद्योपासक हैं ? यदि हाँ तो किस स्तर तक की दीक्षाऐं प्राप्त कर चुके हैं? किस परम्परा तथा आम्नाय से संबद्ध हैं? यह श्रीकुमार के श्रीविद्योपासकों
@shrutisingh3919
@shrutisingh3919 9 месяцев назад
Bahot dhanywad 🙏
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@SumanPanthi-d5l
@SumanPanthi-d5l 10 месяцев назад
Namha shiwaya guru❤❤
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय शिव शंकर
@vasolkar
@vasolkar Год назад
🙏🙏🙏 anek dhanyawad ji
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@chandraprakashpandey8200
@chandraprakashpandey8200 2 года назад
गुरु जी अपना नंबर दिजिए
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
अपने परिचय तथा मोबाइल नंबर सहित हमारे ईमेल पर संदेश भेजें।
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
संपर्क किस हेतु करना चाहते हैं यह भी स्पष्ट करें।
@sudhirpandey915
@sudhirpandey915 5 месяцев назад
नमन वंदन
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@jyotiduche8983
@jyotiduche8983 Год назад
thank you so much
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
स्वागतम् Welcome
@kripashankarjjn
@kripashankarjjn Год назад
सादर प्रणाम !!
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@punambalaarya4357
@punambalaarya4357 3 года назад
🙏🌹 जय मां जय जय मा🌹🌹
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@dharmendrakumar9615
@dharmendrakumar9615 2 года назад
Jai mai ki
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@dhakaldipakdd1428
@dhakaldipakdd1428 3 года назад
pranam
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
जय जगदम्बा
@TheVijaydashora
@TheVijaydashora 4 года назад
जय मातेश्वरी👏
@sunitarathod177
@sunitarathod177 4 года назад
Hadi vidya ka vartman mekun upasak hai plz bataeye
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीमात्रे नम: आपका प्रश्न स्पष्ट नहीं है। वर्तमान से क्या तात्पर्य है ? हादि विद्या का वर्तमान में बहुत कम प्रचार है वह भी थोड़ा बहुत दक्षिण भारत में। चारों शांकरपीठों में कादि क्रम से पूजा होती है। हादि विद्या की प्रथम आचार्य भगवती लोपामुद्रा हैं। उनके बाद प्रमुखता से शिवानन्द, पुण्यानन्दनाथ तथा अमृतानन्दनाथ का नाम हादि विद्योपासकों में आता है। हादि विद्या की औघादि गुरु परम्परा के लिए अर्थरत्नावली,ऋजुविमर्शिनी तथा सौभाग्यशुद्धोदय आदि ग्रन्थों को देखना चाहिए।
@padminipatibandla7549
@padminipatibandla7549 2 года назад
गुरुजी प्रणाम। बोहुत अच्छा लगा श्री विद्या के बारे में इतने विस्तार से सुन कर। मैं दक्षिण भारत से हूं। आंध्र प्रदेश से हूं, विशाखापट्नम,मेरा निवास स्थान है।आपने अमृतानंदनाथ जी का जिक्र किया है, क्या वे आंध्रप्रदेश के विशाखापट्नम से है। कृपया बताने की कष्ट करें।मेरा विनम्र निवेदन है आप से। और शिवानंद जी का जिक्र हुआ है क्या वे ऋषिकेश वाले थे क्या।
@Rudrasunaria7745
@Rudrasunaria7745 3 года назад
Jai Mā Rajrajeshwari 🙏
@madhuswami7030
@madhuswami7030 3 года назад
🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
@KOMALSHARMA-ky5ev
@KOMALSHARMA-ky5ev 2 года назад
मुझे विद्या सीखना चाहती हूं कृपया अपना नंबर बताइए मैं कई दिनों से श्री ललिता सहस्त्रनाम का पाठ भी कर रही है पर कुछ समझ नहीं आ रहा है उसकी विधि कृपया मेरी मदद कीजिए
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
श्रीमात्रे नमः बिना विधि जाने श्रीललितासहस्रनाम का पाठ करने से असमंजस की स्थिति बन जाती है। आपके संदेश से विद्या शब्द का अर्थ स्पष्ट नहीं है । आप अपने संपूर्ण परिचय के साथ, पूर्व में हुई दीक्षाओं के साथ ,संपर्क सूत्र सहित केवल ईमेल पर उतर दें सार्वजनिक मंच पर नहीं।
@KOMALSHARMA-ky5ev
@KOMALSHARMA-ky5ev 2 года назад
मैं श्री विद्या सीखना चाहती हूं मेरे पास कोई भी गुरु दीक्षा नहीं है किसी की भी कृपया आप मुझे बताएं मेरी मदद करें ललितासहस्रनाम और यह मां त्रिपुर सुंदरी की पूजा कैसे की जाती है आपकी गुरु दीक्षा लेना चाहती हूं
@KOMALSHARMA-ky5ev
@KOMALSHARMA-ky5ev 2 года назад
क्या आप अपना मोबाइल नंबर दे सकते हैं
@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad
@@KOMALSHARMA-ky5ev अभी निकट भविष्य में दीक्षा प्रदान करने का कोई कार्यक्रम नहीं है। विचारार्थ पूर्ण परिचय ईमेल पर भेज दें । सूचित कर दिया जायेगा। Email - shri.siddhvidya .com
@KOMALSHARMA-ky5ev
@KOMALSHARMA-ky5ev 2 года назад
@@श्रीविद्यासंवादShrividyaSamvad komal sharma w of vishal suthar , age 37, dungarpur.
Далее
जप विधान                                           Mantra Japa
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Вопрос Ребром - Серго
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Вопрос Ребром - Серго
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