जैसे राष्ट्र पति की कोई पार्टी नहीं है ठीक वैसे ही परमपिता परमात्मा का कोई मत समप्रदाय महजब पथ आदि अलग से नहीं होता। सत्य सनातन एक है झूठे बेबुनियाद मन घडंत पथ आदि अनेक है। जो मानव समाज को भ्रमित कर रहे हैं। हमारे गुरु माता पिता आचार्य वेद भगवान् है। महापुरुषों में सबका साझा होता है। सत्य का समर्थन और असत्य का त्याग करैं धन्यवाद।।
वाह क्या बात है.... इसे कहते हैं सही तरीके से सत्य को समझना और जीना। मंदिर या धार्मिक स्थल में यदि सचमुच में सत्संग हो रहा हो या सही भजन चल रहा हो या कोई सार्थक उत्सव हो तो जरूर जाइए केवल हाथ जोड़कर गिरगिटाने और नाक रगड़ने के लिए हरगिज़ मत जाइए क्योंकि परमात्मा वहां नहीं भीतर बैठा हुआ है। जिस दिन लोग यह समझना शुरू कर देंगे दुनिया बिल्कुल बदल जाएगी और सार्थक हो जाएगी। आप इसी तरीके से देखते रहिए, दिखाते रहिए और ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुद भी प्रोत्साहित करिए... खूब खूब प्रेम और अनंत आशीर्वाद!
Bade kache ho dil se bhi diamg se bhi aur bhudi se bhi ek kayar hi tumhari kar sakta hain kisi k vichar se tum pighal gawoge vicharo k mansik gulami hi napunsak karte h Har ek insan k khusi uske Ruchi ki anusar hoti h kisi neech insan ko dusro ko dukh de k khusi hoti h aur ek mansik gulami wale ko dusre k baaton ko garhan karne main khusi milti h rampal mansik gulami aur vicharo k aadhin h jabki adhtmikata main vicharo ka koi mahtava hi nahi hota lekin tum satiya ko samjhne ki vajaye karam kando ko mahtava de rahe ho ye kaisa adhtam h lagta h tum koso dur ho adhatmikata se
अपनी अपनी आस्था तुम कोण होते हो भगवान राम ही इस संसार के मालिक हैं वो ही शिव हैं दोनों एक ही है हम लोग अंधे हैं अंधों ने हाथी की किसी ने पूंछ पकड़ी किसी सूंड पकड़ी असल हाथी को कोई ने नहीं देखा इसी प्रकार असल परमात्मा को आज तक कोई भी नहीं जान पाया इसलिए तुम कोई परमात्मा को मानों हम किसी को माने किसी छोटा बड़ा नहीं है अपने बारे मैं सिर्फ सोचो किसी को छोटा बड़ा मत बोलो
बिल्कुल सही कहा आपने,इस पृथ्वी पर वेदों के बाद अगर किसी ने पाखण्डवाद अर्थात मूर्ति पूजा पर किसी ने करारा प्रहार किया है तो वह हैं सर्वाधिक विद्रोही भगवान श्री कृष्ण जी। श्री मदभागवत महापुराण के दसवें स्कंध में अपने पिता जी श्री वसुदेव जी को कहते हैं कि जो तीन धातुओं से बने शरीर को आत्मा मानता है ,जलादि नदियों को तीर्थ मानता है ।पत्थर ,लोहा पीतल ,सोना चांदी आदि धातुओं से बनीं मूर्तियों को देवता मानता है ।ऐस पुरुष गायों में गधे के समान है। आप एक ऐसे उपदेशक हैं जिन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की बात को कहा वरना ज्यादातर साधु-संत पंथापंथी वाले लोग तो कहना भी गुनाह समझते हैं।वह समझते हैं कि अगर श्रीकृष्ण जी का उपदेश बता देंगे तो हमारा पंथ कमजोर पड़ जायेगा। आपको बहुत बहुत साधुवाद।।
Kisi ko manana galat hai, darti,jal,parkirti se bade Kabir,banaya satlok,tum vahi jao,satlok ki murti nahi hai kya,pakhand failakar loke me soke karta hai
प्रिय आत्मन्! बहुत खूब.... इसी तरह से मन लगाकर खुशहाल जिंदगी टीवी चैनल के सभी सत्संग भजन प्रवचन को देखते रहिए और दूसरों को भी दिखाइए तथा शेयर करिए। चैनल पर बिल्कुल नए हैं तो फौरन सब्सक्राइब कर लीजिए, बेल आइकन को प्रेस का नोटिफिकेशन की घंटी बजाते हुए आल को सेलेक्ट कर लीजिए, तो जब भी हम लाइव आएंगे या नई वीडियो अपलोड करेंगे तो सबसे पहले उसकी नोटिफिकेशन आपको मिल जाएगी... अपना और अपनों का ख्याल रखिए, खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद! 💐💐💐
साहब जी आपको कोटि कोटि साधुवाद पाखंड के खिलाफ बहुत अच्छा सत्य वचन जो लोग आपको मूर्ति पूजा के विरोधी मानते हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि बाबासाहेब ने मेहनत और कम से बहुत डिग्रियां हासिल की 14 भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया और देश के कानूनमंत्री बने ना की मूर्ति पूज के अगर उन्हें पूजा पाठ में इतना यकीन है तो गांव का प्रधान या चपरासी बनाकर दिखाएं अगर अब भी समझ में ना आया हो तो o m g या p k मूवी देखले जय भीम जय भारत यूपी बहराइच
सर जी भगवान श्री राम जी रामेश्वर जी मे शिव लिंग का स्थापना करके पुजा किये हे और श्रीकृष्ण जी को भी शिव लिंग का पुजा करते दर्साया गया है क्या यह मुर्ति पुजा नही है
Sab satloke Wale hai,Bina murti photo ke ye nirakari akar ko batlate hai,par ek lok ko nirakar aur nirgun batlate hai,jab ki ye sarir Wale hai,inko nirakar hokar rahana chahiye
सत रज तम तीन गुण पृकृती है जो कि खान पान आचार विचार संगत से पेदा होता जेसे घी दूध पानी सात्विक है चाय काफी लिमका राजसिक है शराब मांस तामसिक है तो इनका जेसा स्वभाव है वेसा ही फल प्रदान करते हैं
साहिब बंदगी स्वामी जी आपने जो प्रसंग रामकृष्ण का दिया है उसमें ना तो राम का चरित्र अच्छा है और नाही श्री कृष्ण का चरित्र अच्छा भागवत पुराण और वाल्मीकि रामायण मैं दोनों का उल्लेख आप वाल्मीकि रामायण और श्रीमद् भागवत पुराण आप पढ़ सकते हैं श्री रामकृष्ण के बारे में हमसे चर्चा करना चाहते है तो फिर आप हमसे चर्चा कर सकते है स्वामी कृष्णानंद निर्मल आश्रम पुष्कर
आपका प्रेम के लिए अनंत अनंत साधुवाद मगर आप भी जानते हैं की सच्चाई क्या है। सच्चाई चर्चा से परे की चीज है इसीलिए सत्य को जानकारी इसमें जीना है और इसे ही जीकर बांटना है!
श्रीमान जी एक बार अयोध्या मथुरा में जाकर माथा टेक आओ, मूर्ति पूजा का ज्ञान हो जाएगा, कबीरदास जी की बात करते हैं लेकिन कबीरदास जी के गुण एक रत्ती भर भी नहीं है जय श्री राम
ये सभी #कबीरपंथ के नाम पर #ईसाईमिशनरियो #हलालुईयाओं #चंगाईयो #चादर #फादर #वहाबी #जकातियो #जमातियों #तब्लीकियों #जिहादियो #कम्युनिस्टों #अर्बननक्शलियो #बहुराष्ट्रीय_कंपनियों का सनातन हिन्दू सभ्यता संस्कृति धर्म-दर्शन ज्ञान-विज्ञान मान्यताओं परम्पराओं आस्थाओं जीवन-मूल्यों जीवन-दर्शन जीवनशैली पूजा पद्धतियों को अपमानित करने का एकतरफा काम कर रहे हैं ये काम बंद होना चाहिए ....... !!!! अन्यथा संविधान ने केवल बोलने की आजादी इम्हें ही नहीं.दी है.... ये भड़वे पहले ये बता दें कि #सद्गुरु कबीर साहब हिंदू थे या मुसलमान #कबीर_साहब ने केवल #सनातन_हिन्दू #धर्म का ही #खंडन किया था या इस्लाम का भी.... यदि सद्गुरू कबीर साहब जी ने #इस्लाम का भी खंडन किया था तो ये केवल हिन्दू समाज का ही समाज सुधारक बनकर सामने क्यों आ रहे है.... ये सभी #हिन्दू नाम के पीछे छुपे बहरूपिये है.... #ईसाई की #बाइबिल #इस्लाम की #कुरान #हदीस #फतवा #कलमा रोजा नमाज जकात हज कुफ्र काफिर मोमिन जजिया तलाक बुर्का गजवा गाजी खान फकीर जन्नत दोजख कयामत #आयशा निकाह मुताह मिश्वाह आदि हजारों बिंदुओं पर भी तू अपने मंच से स्वस्थ चर्चा कब से कर रहें हैं ..... अन्यथा इन लोगों के द्वारा #कबीरपंथ और #संविधान की आड़ में #एकतरफा #सनातन_विरोध को #सत्संग बताना बंद करें दोगले ...
हांये बात आपकी सत्य ऐसे प्रवचन से मैं आपका हृदय से अभिनंदन करता हूं जी बालक ने माता पिता की सेवा कर ली ओर गुरु की उस भगवान से बङी भागती कर ली हां भगवान से बड़े हैं माता पिता ओर गुरु जय श्री राम🙏🌹🙏🌹
भगवान यदि है आपके अनुसार जैसे कि लोग मानते हैं तो ना दिखाई देने वाला माता-पिता हैं मगर माता-पिता तो साक्षात भगवान हैं... आपकी अच्छी समझदारी के लिए प्रेम और अनंत साधुवाद!
सतनाम साहेब बंदगी हम कबीर परमात्मा का शिष्य है साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी आपका प्रवचन बहुत ही सुंदर और अच्छा दिल छू जाने वाला प्रवचन होता है साहेब बंदगी
आप का बहुत उत्तम नाम होगा बक्कर साहब।आप ने ना कृष्ण को समझ पाये और ना राम को ना कबीर को एवं इंद्र को तो भागवत को कैसे समझो गे । इस धरती पर बहुत सारे महामूर्ख है जिन्हों ने अपना नाम बापू तो कोई साहब रख लिया है जब की येलोग अक्ल से बिल्कुल पैदल हैँ
क्यों महाराज जी महाभारत भी हुई या नहीं हुई धर्म के खिलाफत ना करें आप नहीं मानते आप मत मानो लेकिन हिंदू धर्म हमेशा रहा है और रहेगा आप जैसे कितने ही धर्म की बुराई करें लेकिन रामचरितमानस गीता वेद से अच्छे शिक्षा ही लेना सिखाएं सिखाएं
Dant vakra kyo sidhe logo ko parshan kar bhram faila rahe ho jara kuchh jiv hatya karne valo par bolo to janu ye log bichare katha kaisi bhi kahte sunte ho par Kam unke kitne achhe hai jara bichar to kar dant vakra inke Kam kitne Sundar Hain ye jarur sochna मेरेभाई Jo iska bak tabya sunte ho jara jarur bichar karna fir iski bat par Jana nahi to auro ka bhi barbad kar dega