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श्री बीतक साहेब चर्चा - दिवस 14 (अबासी बन्दर से श्री जी का प्रस्थान।) | आचार्य अशोक जी -  

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बीतक से शिक्षा-
श्री बीतक साहेब चर्चा - दिवस 14
अबासी बन्दर से श्री जी का प्रस्थान। - नलिया का वृत्तान्त एवं धाराभाई प्रसंग
श्री राज जी के शरण में जाना आत्माओं को शांति, संतोष, और आध्यात्मिक समृद्धि प्रदान करता है। जब हम सब कुछ छोड़कर श्री राज जी की ओर अग्रसर होते हैं, तो हमें सांसारिक मोह-माया से मुक्ति मिलती है और आत्मा को शुद्धता प्राप्त होती है। श्री राज जी की शरण में जाने से जीवन की कठिनाइयों का सामना करने की शक्ति मिलती है और मन में स्थिरता आती है। यह आत्मज्ञान की ओर पहला कदम होता है, जो अंततः अखण्ड की ओर ले जाता है।
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अति महत्वपूर्ण नोट :-
यह पंचभौतिक शरीर हमेशा रहने वाला नहीं है।
प्रियतम परब्रह्म को पाने के लिये यह सुनहरा अवसर है।
अतः बिना समय गवाएं उस अक्षरातीत पाने के लिये प्रयास करना चाहिये।
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आत्मिक दृष्टि से परमधाम, युगल स्वरुप तथा अपनी परआत्म को देखना ही चितवनि (ध्यान) है। चितवनि के बिना आत्म जागृति संभव नहीं है। संसार की अब तक की प्रचलित सभी ध्यान पद्धतियाँ निराकार-बेहद से आगे नहीं जाती हैं। तारतम ज्ञान के प्रकाश में मात्र निजानन्द योग ही परमधाम ले जा सकता है।
प्रियतम अक्षरातीत की चितवनि में इतना आनन्द है कि उसके सामने संसार के सभी सुख मिलकर भी कहीं नहीं ठहरते। यही कारण है कि ध्यान का आनन्द पाने के लिये ही राजकुमार सिद्धार्थ, महावीर, भर्तृहरि आदि ने अपने राज-पाट को छोड़ दिया और वनों में ध्यानमग्न रहे।
बेहद मण्डल - इस प्राकृतिक जगत् से परे वह बेहद मण्डल है, जिसे योगमाया का ब्रह्माण्ड कहते हैं। चारों वेदों में इसे चतुष्पाद विभूति के रूप में वर्णित किया गया है। इस मण्डल में अक्षर ब्रह्म के चारों अन्तःकरण (मन, चित, बुद्धि तथा अहंकार) की लीला होती है, जिन्हें क्रमशः अव्याकृत, सबलिक, केवल और सत्स्वरूप कहते हैं।
परमधाम - बेहद मण्डल से परे वह स्वलीला अद्वैत परमधाम है, जिसके कण-कण में सच्चिदानन्द परब्रह्म की लीला होती है। यह अनादि है, अनन्त है और सच्चिदानन्दमय है। जिस प्रकार सागर अपनी लहरों से तथा चन्द्रमा अपनी किरणों लीला करता है, उसी प्रकार अक्षरातीत भी अपनी अभिन्न स्वरूपा अंगरूपा आत्माओं के साथ अद्वैत लीला करते हैं, जो अनादि है और इसमें कभी अलगाव नहीं होता है।
वेदों ने इसी परमधाम के सम्बन्ध में “त्रिपादुर्ध्व उदैत्पुरुष” अर्थात् परब्रह्म योगमाया से परे है, कहकर मौन धारण कर लिया। मुण्डकोपनिषद् ने भी 'दिव्य ब्रह्मपुर' शब्द का प्रयोग तो किया, किन्तु उसे बेहद मण्डल (केवल ब्रह्म) में मान लिया। कुरआन में मेयराज के वर्णन के द्वारा संकेत किये जाने पर भी मुस्लिम जगत अभी इसकी वास्तविकता से बहुत दूर है।
श्री प्राणनाथजी की अलौकिक तारतम वाणी में इस परमधाम की शोभा, लीला एवं आनन्द का विशद रूप में वर्णन किया गया है, जिसका सुख किसी सौभाग्यशाली को ही प्राप्त होता है।

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16 сен 2024

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Комментарии : 23   
@JDSharma-y8i
@JDSharma-y8i Месяц назад
❤ pernam ji sunder sath ji ki charnao me koti koti pranam ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@Liyurathod6989
@Liyurathod6989 Месяц назад
Pranamji ❤🙏🌹🙏♥️🙏🌻🏵️🙏🌼
@laxmdevi2851
@laxmdevi2851 Месяц назад
Prem pranam ji 🙏🏻
@SitaSharma-i4e
@SitaSharma-i4e Месяц назад
Prem pranamji
@PrajwalBaral-gn6vm
@PrajwalBaral-gn6vm Месяц назад
Prem Pranamji❤❤❤
@shaileshdarbar3983
@shaileshdarbar3983 Месяц назад
Pranamji 🌷 🙏 🌷
@neelamdidwania3361
@neelamdidwania3361 Месяц назад
PranamJi 🙏
@sanjayparnami367
@sanjayparnami367 Месяц назад
Sprempranamji
@nareshsharma5310
@nareshsharma5310 Месяц назад
प्रेम प्रणाम जी
@dhirajkumarramsinhroz279
@dhirajkumarramsinhroz279 Месяц назад
અશોકજી આપના ચરણોમાં પ્રણામજી 🙏❤️🌷🌹🌺
@KiranAsija-be1sn
@KiranAsija-be1sn Месяц назад
Prem pranam ji 🙏🙏🌹🌹❤️❤️ Ashok saky ji 🙏🙏🌹🌹❤️❤️
@santoshverma4652
@santoshverma4652 Месяц назад
सप्रेम प्रणाम जी।
@Abhishek-uj9ss
@Abhishek-uj9ss Месяц назад
Pranama ji 🙏🙏🙏🙏
@atalbihari5542
@atalbihari5542 Месяц назад
Pranam jii
@satyajitsinh21
@satyajitsinh21 25 дней назад
Pranamji ❤️
@vataliya07
@vataliya07 Месяц назад
Ati sundar charcha Prem pranamji sathji 🙏🏻
@mahirkhatri919
@mahirkhatri919 Месяц назад
अति सरल एवं सुंदर व्याख्या, धन्यवाद जी प्रेम प्रणाम जी
@SankerLal-d7i
@SankerLal-d7i Месяц назад
Parnam ji🙏🙏🙏🙏nice👌👌🌹🌹🌹🌷❤❤
@nirmalachaulagain5538
@nirmalachaulagain5538 Месяц назад
प्रेम प्रणाम जी ❤❤
@jamunabasnet8230
@jamunabasnet8230 Месяц назад
Shree prannath pyare ki jay . Aap sabhi sundar saath ji ko charan kamal me kotan kot prem pranam ji .
@mansukhbhaibhanderi3477
@mansukhbhaibhanderi3477 Месяц назад
🙏 પ્રેમ પ્રણામ જી 🙏
@sushmadevi8511
@sushmadevi8511 Месяц назад
Prem pranam ji🌹
@Abhishek-uj9ss
@Abhishek-uj9ss Месяц назад
Pranama ji 🙏🙏🙏🙏
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