श्रृंगी ऋषि धाम आश्रम: जहां पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ ने किया था यज्ञ

1/6ये है बिहार के लखीसराय जिले में श्रृंगी ऋषि धाम आश्रम। मान्यता के अनुसार यहीं पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ ने यज्ञ किया था और भगवान राम सहित चारों पुत्र लक्ष्मण, शत्रुघ्न और भरत के अवतरित होने के बाद उन चारों का मुंडन संस्कार भी यहीं कराया था।

2/6श्रृंगी ऋषि की पहाड़ियां, झरने और कुंड आकर्षण का केंद्र है। शहर से 23 किलोमीटर दूर सूर्यगढ़ा प्रखंड में पहाड़ों के बीच श्रृंगी ऋषि धाम स्थित है। सफर में पहाड़ की चट्टानें शंकु आकार में मिलेंगी। मंदिर पहुंचने पर वहां पहाड़ का ऊपरी हिस्सा आगे की ओर झुका है, जो भयावह के साथ ही वहां की खुबसूरती को और बढ़ाता है।

3/6मान्यता है कि राजा दशरथ को पुत्र नहीं होने पर उन्होंने यहां आकर ऋषि विभांडक के पुत्र ऋषि श्रृंग को अपनी परेशानी बताई। इसके बाद ऋषि श्रृंग की तपस्या से अग्निदेवता खीर का कटोरा लेकर प्रकट हुए और उसी खीर को राजा की तीनों रानियों को खिलाया।

4/6राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के अवतरित होने के बाद गुरु वशिष्ठ ने सबों का नामांकरण किया, लेकिन मुंडन कार्य इसी श्रृंगी ऋषि धाम में हुआ था। श्रृंगि ऋषि के यहां आकर बसने के पीछे भी कई किवंदंतियां हैं।

5/6कहा जाता है कि अंग प्रदेश के राजा रोमपाद के शाषणकाल में यहां अकाल पड़ने पर गुरु वशिष्ठ की सलाह पर लखिया नाम की एक वेश्या ने श्रृंगि ऋषि को यहां लाने ठानी और साधु के वेश में उन्हें अपनी ओर आकर्षित कर यहां साथ ले आयी। कहा जाता है कि ऋषि श्रृंग के आगमन से ही यहां सुकाल भी आया।
लखीसराय।
ये है बिहार के लखीसराय जिले में श्रृंगी ऋषि धाम आश्रम। मान्यता के अनुसार यहीं पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ ने यज्ञ किया था और भगवान राम समेत सभी पुत्रों का मुंडन संस्कार भी कराया..
21 сен 2024