लोकशाही को गोंट रहे है, पत्रकारों को बैठने की भी व्यवस्था नहीं यूंही खड़े है. इनमें कितने गोदी मिडिया है.फिर भी राहुल गाँधी नें पार्लियामेंट में इन्हों की आवाज़ उठाई. 👌💐
सही काम तो अब हो रहा है meedia के साथ ✓ मीडिया कर्मियों के घर पहुंच ते ही घर की बाल बचे पत्नी ,भाई आकर क्या रिएक्शन दिए होंगे,जिन्हे पता है की पत्रकार आज पिंजड़े में बंद थे , चाय पानी पिया की नही ? पिंजरे में वाशरूम था या नहीं ?
आपातकाल दिवस मनाने वाले मोदी बीजेपी... ऐसा घटना आपातकाल में नहीं हुआ था.. लेकिन तुम ने कर दिखाया... थोड़े दिन रुक जा... समय तुम्हारे भी आयेंगे... पिंजरे के बदले सलाखों के पीछे..
Ab chatukar media valon ko kisi ko akaran badnam karne ka aabhas jarur hoga .ho sakta hai ki Inka nameer jag jaye aur hakikat me aur galat Mansa valee yojnaon ka aam hit me pardafash karin.