यदि श्री स्वामीजी को इस कलिकाल के वेदव्यास भगवान कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नही।संत श्री चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम। मैने स्वामीजी साक्षात दर्शन इन्दौर गीता भवन मे किए है।
श्री राम परम श्रद्धेय स्वामी रामसुखदास जी महाराज को बारंबार प्रणाम हे हरि है नारायण मैं आपकी शरण में हूं हे नाथ मेरे नाथ मैं आपको भूलू नहीं श्री राम जय राम जय जय राम❤🙏🙏❤🙏🙏🙏❤
छूटने में मौत है, छोड़ने में मौज है । निष्काम सेवा में मुक्ति है,सकाम सेवा में बंधन है। जिसे भी हम देंगे, निष्काम भाव से,उसमें भी देने की भावना आयेगी। जय हो संत महात्माओं की। कोटि कोटि नमन।
Aap aur aapke ananya nishkam bhakti karanewale hi mere serveshwar haen maen bhi aapka he sharanagat nishkam bhakt hun mere uper daya karana maen aapko bhulu nahi yahi aapse mari prarthana hae jai shri Ram jai siya Ram jai shri hanuman ji maharaj jai shri radhe Krishna ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
ओउम् नमो नारायण स्वामी जी भगवान कोटी कोटी नमन करते हैं जय श्री राम जय श्री कृष्णा हर हर महादेव जी ओम् बारम्बार साष्टांग दंडवत प्रणाम है 🎉🎉🎉🎉🎉, अमृत वर्षा करते हैं आप सत्संग में। हें नाथ हम आपके हैं प्रभु जी।
Hae mere naath aap he mere ho aur maen bhi aapka he hun yah vishwas pakka hae maen aapko bhulu nahi yahi aapse prarthana hae jai shri radhe Krishna ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ 😂😂😂😂😂
सतगुरु जी आपके वचनों में सार्थकता है समझने वाले अपनाते है होशियार वहस में लग जाते हैं।जब हम बस्तु अपनी मानकर सेवा में लगायेगें तब ही अभिमान होता है अन्यथा नहीं। धन्य है सतगुरु पुनश्च कोटि-कोटि नमन ।
जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹 जय सियाराम 🙏🏻🌹
जीवन के साथ प्रभु की बड़ी अद्भुत माया व्याप्त है, उम्र भर घर परिवार के दायित्वों में अपने पराये में तेरा मेरा और राग-द्वेष क्रोध कलह सन्ताप, क्लेश अशांति पश्चाताप करते हुए ही बीत जाती है ज़िन्दगी.. बड़ा ही सौभाग्य प्राप्त हो सकता है यदि संत सज्जनों का संग और भगवान की करुणा कृपा के दिव्य सानिध्य में संसार से अनासक्ति और परमेश्वर सर्वत्र विराजमान श्रीभगवान के प्रति धन्यभाव एवं भक्ति में मन-मस्तिष्क रम जाए। जै हो परमकृपालु 💐🚩 अपनी असीम दया उद्धारक आशीष बनाए रखें। नारायण हरि गोविन्द जै जै श्री हरि ॐ
सादर प्रणाम श्रद्धेय श्री रामसुखदास जी महाराज।एकदम सही शाश्वत सत्संग है जी।हर अवस्था में समता भाव में रहना व निष्काम भाव से सेवा करने से मुक्त होने वाले धन्य हैं।