ॐ साईराम 🙏🏻 दिन/ रात, अमावस /पूनम, मल मास ये स्थूल रुप से बहोत जनम देख रहे थे लेकिन आपने आज ये सूक्ष्म रुप से अपने अंतरंग मे देखना सिखाया.आपके चरणोमे दंडवत 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आपने एकदम १००%सही बताया है कि, कोई भी दिन या वक्त अच्छा ही होता है। यह सब अपने विचारों पें और कर्म पर निर्भर करता है । उदाहरण:- के स्वरूप में डॉ.सर.ए पी जे अब्दुल कलाम साहब,जब इनका जन्म हुआ तो उसी दिन,समय में पुरे देशभर कितने बच्चों का जन्म हुआ होगा । पर क्या सभी बच्चें कलाम साहब जैसे हो गये...? नहीं ना...! वें अपने अच्छे विचारों से, कड़ी मेहनत से और अच्छे कर्मों से,वो मंज़िल तक पहुंचने के लिए विवेक और बुद्धि की उपासना और साधना करके अपने जीवन में सफल हो गयें । हर समय पवित्र है । बस अपना मन -बुध्दि पवित्र होना चाहिये । *अतीत हि वर्तमान है ,और वर्तमान ही भविष्य है* । जयसाई 🙏
जन्मो जन्मोसे जो मल हमारी मन बुद्धी मे जमा हुवा है. आपके प्रवचन की रोशनी से हमारी बुद्धीमे विवेक रुपी सूरज का उदय हो जाये जैसे सूरज की रश्मिसे अंधेरा दूर होकर सब धरती उजागर होती है .उसी तऱ्हा हमारी बुद्धी मे जमा मल विवेक की रोशनी से नष्ट हो जाये.धन्यवाद अण्णाजी 🙏🏻
ॐसाई राम आजसे हमारे लिए हर पल पवित्र होगा सिर्फ हमारे कर्म पे वो पल डिंपेन्ड रहेगा बाबा आपकी कृपा हम पर बनी रहे आपसे एक पल भी दुर ना जाये आपका सुदंर विवेचन से पता चला समय बुरा नही होता कर्म बुरे होते हैं कोटी कोटी धन्यवाद 🙏
ॐ साई राम समय ना अच्छा है, ना बुरा है|हमारे कर्म अच्छे बुरे होते है और हम सकाम भावना से अच्छा मुहूर्त ढुंढते है, इसलिये अधिकमास के नियमोका पालन नही हुआ तो अघटित होने का डर हर सकाम भक्तको होता है | अधिकमास का सही अर्थ समजाने के किये मै आभारी हूं | धन्यवाद 🙏🏻
Om sai Ram Samay ek dhara hai. Uska ek pravaha hai, vo achcha ya bura nahi hotha. Samay 'samay' hai use achcha ya bura karne vale hum hain. Humari dakyanusi vichar aur hamari sakaam bhakti par rubru karane ke liye aapko koti koti dhanyawad.