गलत चलकर यानी नशा शराब* शबाब* कबाब बड़ी-बड़ी रियासतें जो सैकड़ों किलोमीटर थी वह खत्म हो गई हम तुम तो ठहरे किस खेत की मूली जिसको भ्रम रह रहा हो मिटा कर के देख लेना अंजाम इससे भी बदतर होगा जय जवान जय किसान जय हिंद वंदे मातरम सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय