पूज्य महराज श्री के चरणों में दास का सादर साष्टांग दंडवत प्रणाम स्वीकार हो। महाराज श्री आज आपने इतनी सरल विधि से समझा दिया हम अज्ञानी लोग भी अब आसानी से कर सकते है
जय सियाराम महाराज श्री 🙏🏻 आपके द्वारा प्रत्येक विधि को बहुत ही अच्छे ढंग से समझाया गया। किंतु प्रभो इसके बाद के भाग भी अपलोड कर दीजिए 🙏🏻 आपकी अत्यंत कृपा हम लोगों पर होगी 🙏🏻
श्री सीताराम जी महाराज की जय श्री हनुमंत लाल जी महाराज की जय श्री गुरुदेव भगवान की जय श्री संत भगवान की जय महाराज जी प्रणाम सादर चरण वंदन इसके आगे भी वीडियो डाली महाराज जी निवेदन है श्री सीताराम
जय सियाराम महाराज श्री 🙏🏻 आपके द्वारा प्रत्येक विधि को बहुत ही अच्छे ढंग से समझाया गया। किंतु प्रभो इसके बाद के भाग भी अपलोड कर दीजिए 🙏🏻 आपकी अत्यंत कृपा हम लोगों पर होगी 🙏🏻 यूट्यूब पर आपकी तरह समझाने वाले महापुरुष बहुत कम है । 🌻🥀
Kripiya ham per kripa ker ke purn Sandhya vedio daldijiye plz plz ap bahut ache se samjhate ho kripya agge bhi battadijiye ..me pratiksha ker rahau 🙏🏻🙏🏻🚩
श्री सीताराम महाराज जी। श्री चरणों मे प्रणाम। कृपया इसके आगे की भी वीडियो डाले कृपा कर मार्गदर्शन करें कि इसके आगे और क्या करे सूर्योपासना,गायत्री जप कैसे करना है उसकी भी जानकारी दे। आपकी इस वीडियो से बहुत सहायता मिली है कि किस प्रकार सरल विधि से संध्या किया जाए कृपा इसके आगे भी मार्गदर्शन करें। सादर श्री सीताराम🙏
श्री सीताराम महाराज जी। श्री चरणों मे दास का दण्डवत प्रणाम। कृपया इसके आगे की भी वीडियो डाले या प्रसन्न हो दास पर कृपा कर मार्गदर्शन करें कि इसके आगे और क्या करे सूर्योपासना,गायत्री जप कैसे करना है उसकी भी जानकारी दे। आपकी इस वीडियो से बहुत सहायता मिली है कि किस प्रकार सरल विधि से संध्या किया जाए कृपा इसके आगे भी मार्गदर्शन करें। सादर श्री सीताराम🙏
महाराज आपने तो वैदिक संध्या में अपने सम्प्रदाय के श्लोक मिला दिए । हर सम्प्रदाय के लोगों ने ऐसा ही किया होगा । कम से कम संध्यावंदन की विधि तो सम्पूर्ण भारतवर्ष में एक सी होनी चाहिए थी । किन्तु अफसोस वह भी सम्प्रदायों की भेंट चढ़ गई ।
पहले उपनयन संस्कार करायें। तत्पश्चात् वैदिक संध्या का प्रयास श्रेयस्कर होगा। वैदिक संध्यायें भी शाखा भेद से भिन्न भिन्न हैं। कौन श्लोक आपको सांप्रदायिक लगा ? उसका उल्लेख करें यहाशय!
त्रिसंध्या में किन किन देवता की आराधना की जा सकती है , कौन कौन से पाठ कर सकते है क्या सुंदर कांड भी कर सकते है त्रिसंध्या में कृपया विस्तृत मार्ग दर्शन दीजिए जय श्री राधे
संध्या में संध्या और ब्रह्मगायत्री जप करना चाहिए । और आप अपने इष्ट की आराधना जो भी करते हों करें । संध्याकाल में सभी इष्टदेवताओं की आराधना कर सकते हैं । मंगलमय समय है भगवन् ।
Guruji Main kshatriya hun aur janeu dharan mahi kiya, main saatvik jivan jiya hain akhand brahmacharya paalan kiya hain kyaa main sandhya vandan kar saktaa hun bina diksha ke?
चोरी नहीं।इन्द्र इस लोक के भी अधिपति हैं। इसलिए स्वत: फल उन्हें कुछ मिलता है। यदि हम भगवती पृथ्वी को प्रणाम कर लेते हैं। तो उनके प्रति कृतज्ञता होने से वे हमें जप में सहयोग करती हैं तथा बल भी हमें मिल जाता है।
Ji. Dusron ko samjhane ke samay bich me kram tutta he. Isliye pustak ka ashray lena padta he. Sandhya k mantr Sandhya se atirikt kal me kbhi khbi nhi uthte hen. Yah koi bhi sadhak anubhav kar sakta he. Jab Sandhya karte he tab na to adhik samay lagta he n hi vismriti ka koi prasang aata he.