राजेन्द्र वर्मा
राजेन्द्र वर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनी और वर्तमान समय के सुपरिचित रचनाकार हैं |इनकी रचनाओं मे व्यंग्य का पुट स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है |अपनी व्यंग्यपूर्ण रचनाओं के द्वारा समाज की समस्याओं के तरफ पूरी ईमानदारी से हमारा ध्यान आकर्षित कर लेने में राजेन्द्र वर्मा को महारथ हासिल है
2014 में लिखी इनकी कहानी 'साॅरी पापा ' ऐसी ही एक बेहद संवेदनशील रचना तो है, लेकिन व्यंग्य से यह भी अछुता नहीं है |
जन्म - 8 मार्च 1955 | बाराबंकी, उत्तर प्रदेश |
शिक्षा -- विधि स्नातक
कार्य क्षेत्र -- भारतीय स्टेट बैंक की प्रशासनिक सेवा के साथ -
साथ लेखन |लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा रचनाकार की साहित्यिक साधना पर एम. फिल. समपन्न |
प्रकाशित कृतियाँ --गीत, गजल, दोहा, हाइकु, लघुकथा, व्यंग्य #kahani #familystory #hindikahanian #shortstory और निबंध विधाओं में पंद्रह पुस्तकें प्रकाशित साथ ही अनेक महत्वपूर्ण संकलनों सम्मिलित |
सम्मान और पुरस्कार -
उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के व्यंग्य एवं निबंध नामित पुरस्कारों सहित देश की अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित |
संप्रति-- भारतीय स्टेट बैंक में मुख्य प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त के बाद स्वतंत्र लेखन |
27 май 2024