भाई एक काफी पहले का कवि सम्मेलन है आपने भी नई बात बोलकर डाला है मैं आदरणीय संपत सरल जी का बहुत बड़ा फैन हूं और उनका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं सच बात बोलते के लिए वह
आदरणीय, श्री संपत सरल जी आपको कवि कहूं या आदिकवि या फिर कहूं कि आप विद्वान हैं। आपकी कविताओं में गरीब का दर्द, न्याय सर्जन, विनम्रता, सादगी, सच्चाई, धर्म, आदर्श राजनेता और कर्तव्य, देश की प्रगति पथ, सदाचार और सच्चे इंसान की इंसानियत और हैवान की हैवानियत का चीरहरण इत्यादि सभी गुण विद्यमान हैं। आपको बार बार नमस्कार है 🎉🎉🎉🎉