90s में दो ही सिंगर है जिन्होंने राज किया कुमार सानू और उदित नारायण यह दोनों अच्छे दोस्त भी हैं इन दोनों गायकों को टक्कर देने वाला 90s में कोई नहीं है इन दोनों के गाने सदा सदा तक अमर रहेंगे अगर मैं सुरो की मलिका अलका याग्निक के बारे में बात ना करूं तो 90s के संगीत के साथ अन्याय होगा बिना अलका याग्निक के उदित नारायण और कुमार सानू अधूरे हैं उदित नारायण अलका याग्निक और कुमार सानू के गाने जब तक चांद सितारे रहेंगे तब तक उनके गाने अमर रहेंगे 🙏🙏
Mai is interview ko 6-7 bar rok ke bich2 me sanu da ke gane sunke fir wapas interview me aagya...kya era tha ,kya awaj thi kya daur tha sir .apne raaz kiya hai literally raaz ,nahi pata ki kya diya ishwar ne apko aur kya mehanat rahi aapki but us daur me aapke young age me jo nasha tha apki awaj me sir ...i am speechless..bas pray karunga bhagwan se ki long life aur achhi sehat de aapko❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Zindagi ki Talaash mein hum maut ke kitne paas aagaye ~~ Saathi 1991 movie that's Kumar Sanu for you .. this song defines him most among 20000 songs sung 🎉 👏 🙏
@@bhupendrasharma3706 Aap kisi naye singar se apna koi gaana gawaiye Ya fir khud hi gaakar you tube par daliye ek- do gaana Mere paas koi shortcut rasta nahi hai bhai Main to Shayar hun
कुमार सानू और उदित नारायण दोनों के साथ बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई थी। बेहद दुख की बात है कि मैं यहाँ हूँ यहाँ और तेरे नाम टाइटल सॉन्ग जैसे बेहतरीन ब्लॉकबस्टर songs के लिए उदित जी को फिल्म फेयर अवार्ड नहीं मिला। इसी तरह इनके कई बेहतरीन गाने हैं जिनके लिए इनको नॉमिनेट तो किया लेकिन फिल्म फेयर नही मिला। उदित जी के साथ कभी इंसाफ नहीं हुआ। मैं यहां हूं यहां (वीर जारा), कहो ना प्यार है टाइटल सॉन्ग, दिल तो पागल है टाइटल सॉन्ग, एक दिलरूबा है (बेवफा), जादू तेरी नजर, पहला नशा पहला खुमार, फूलों सा चेहरा तेरा, हो नहीं सकता (दिलजले ), कुछ कुछ होता है टाइटल सॉन्ग, तेरे नाम टाइटल सॉन्ग, दिल ने ये कहा है दिल से, आंखें खुली हो या हो बंद ( मोहब्बतें ), पंछी सुरु में गाते हैं (सिर्फ तुम), मेरी सांसों में बसा है, दुनिया हसीनो का मेला, इत्यादि। ये सारे गाने नॉमिनेट हुए थे। उदित जी को टोटल 20 बार फिल्मफेयर के लिए नॉमिनेट किया गया, इतनी बार अभी तक भारत के इतिहास में सिर्फ किशोर कुमार को नॉमिनेट किया गया है। अगर इमानदारी से फिल्मफेयर दिया जाता तो उदित जी को कम से कम 20 में से 10 बार फ़िल्म फेयर मिलना चाहिए था। वर्ष 1995 में तुझे देखा तो जाना सनम(कुमार सानू )को अवार्ड मिलना चाहिए था, और वर्ष 1994 में ये काली काली आंखें की जगह पर जादू तेरी नजर को अवार्ड मिलना चाहिए था। ऐसा ही वाकया नेशनल अवार्ड में भी हुआ है। घूंघट की आड़ से दिलबर का यह गाना कुमार सानू और अलका जी दोनों ने गाया था, लेकिन नेशनल अवॉर्ड सिर्फ अलका जी को मिला। कुछ कुछ होता है के टाइटल सॉन्ग के लिए अलका जी को नेशनल अवार्ड मिल गया, लेकिन उदित नारायण को नहीं मिला। फिल्मफेयर टीम के judges के फैसले पर मुझे बहुत आपत्ति है. साल 2004 में मर्डर फिल्म का एक गाना ' प्यासा दिल मेरा, एक रात बिताओ मेरे साथ ' जैसे बेहूदा और वाह्ययात गाने के लिए कुणाल गांजा वाला को फिल्म फेयर दे दिया जाता है, जबकि उस साल का सर्वश्रेष्ठ गाना था मैं यहां हूं यहां (वीर जारा ). पता नहीं क्या सोचकर यह लोग फिल्म फेयर देते हैं ? इन्हें म्यूजिक के टेस्ट का कुछ पता ही नहीं है और चले आते हैं जज बनने. इन्हें जज कौन बना देते हैं यार? जज बनने की क्राइटेरिया को क्या यह लोग पूरा करते हैं? खासकर तेरे नाम के साथ बहुत बड़ी नाइन्साफी हुई, एक पब्लिक सर्वे के मुताबिक तेरे नाम के गाने को बॉलीवुड के इतिहास में अभी तक लोगों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किया गया है। तेरे नाम का म्यूजिक जब 2003 में रिलीज हुआ था तो बहुत सारे रेडियो चैनलों ने तेरे नाम के songs को बैन कर दिया था, क्यूंकि लोगों की हर दस में से 9 फरमाइशें तेरे नाम की होती थी। रेडियो वाले तेरे नाम के गाने बजा बजा कर थक जाते थे। अवार्ड judgement में सबसे बड़ा अन्याय तेरे नाम के साथ हुआ है. तेरे नाम के गाने आज भी लोगों के बीच बेहद ही ज्यादा लोकप्रिय हैं और सदा रहेंगे.
सर आपने 90 के म्यूजिक को बहुत गहराई से सुना है,,1994 में ,,उदित जी भी दावेदार थे ,पर ये काली काली आंखें वेस्टर्न टच का बेहतरीन गाना था ,अनु मलिक का कमाल म्यूजिक था ,,,,उदित नारायण ,,विनोद राठौड़ भी दावेदार थे,,कुमार शानू के दो गाने नॉमिनेडेड बेहतरीन तो कुमार शानू थे ,,, सर ,1996 में फिल्मफेयर के दावेदार कुमार शानू ही थे ,,,,फिर कहानी बदली कुमार शानू का ,ए आर रहमान के लिए चेन्नई नही जाना ,,यश चोपड़ा से फीस को लेकर समझौता नही करना ,,,बाद में गुलशन कुमार की हत्या हो जाना ,,,नदीम श्रवण की ,जोड़ी का टूट जाना ,,,हालाकि काम बाद में भी किया लेकिन नदीम सैफी ,लंदन में रहकर वहां से ,काम करते थे ,,,पर यश चोपड़ा से तनाव कुमार शानू ,के लिए भारी पड़ा केवल इसलिए कि ,उन्हें अवॉर्ड नही दिए गए ,,लेकिन गाने तो रेगुलर ,हिट हो रहे थे ,,,लेकिन सर अभिजीत भट्टाचार्य ,को 1998 में फिल्म फेयर मिला ,जबकि ,दिल तो पागल है या ,,,दो दिल मिल रहे हैं ,मगर चुपके चुपके,,,ये दो गाने ,ज्यादा डिजर्व करते थे ,,,पर यहां भी कुमार शानू भारी थे ,परदेस का म्यूजिक बहुत कमाल था,,,उसके बाद कुमार शानू को इग्नोर किया ,,,जबकि रेगुलर ,कुमार शानू और उदित नारायण ,अच्छे गाने गा रहे थे ,,,2003 में अंदाज में तो कुमार शानू फिर दावेदार बने ,,,,लेकिन नही दिया गया ,,,तेरे नाम मूवी ,के सॉन्ग तो उदित नारायण के करियर के बेहतरीन एल्बम में से था ,अवॉर्ड मिलना था ,उदित नारायण जी को ,ए आर रहमान और यश चोपड़ा ,से कुमार शानू के रिश्ते बिगड़ने का फायदा हुआ,,कुमार शानू को कभी नेशनल अवार्ड नही मिला ,,जबकि उस सिंगर ने लगातार 5 साल एकतरफा राज किया ,,जबकि उसी पीरियड में 2/3 मिलना चाहिए थे ,,,,उदित नारायण जी को ,ये तारा वो तारा जैसे गाने पर भी नेशनल अवॉर्ड मिल गया ,,,एक बात तो है ,कुमार शानू का ,,तेज तर्रार होना करियर में रोड़ा बन गया नहीं तो इस सिंगर को आराम से 8 फिल्म फेयर मिल जाते ,,,,लेकिन कुमार शानू की ही देन है की सिंगर को तब से आज तक अच्छा पैसा दिया जाने लगा ,,,कुमार शानू तो खुद के गानों के दुसशन थे ,,में उदित नारायण का एक टाइम इतना बड़ा फैन था की कुमार शानू को सुनना पसंद नही करता था ,,,पर जब उम्र 15 के पर हुई तो कुमार शानू का फैन हो गया ,,और लगा ,की उमर के एक पीरियड के बाद ,,कुमार शानू को हर आदमी सुनता ,,उनसे बेहतर दिल को छु लेने वाली आवाज म्यूजिक इंडस्ट्री में कोई नहीं है ,,,,तब से आज तक 10 में से 9 गाने कुमार शानू के ही चलते हैं,,,जब भी 90 के दसक की बात की जायेगी ,,ये दो सिंगर ,हमेशा अमर रहेंगे ,,,,1990 के दसक का म्यूजिक कभी पुराना नही हो सकता ,,,और ,सबसे बड़ा योगदान नदीम श्रवण का ,,समीर अंजान का ,,म्यूजिक को जिंदा किया ,,,1990 में नदीम श्रवण की बराबरी उस दौर के सारे म्यूजिक डायरेक्टर भी मिलकर नही कर सकते
@@brajeshahirwar555 ये भि ज्यादा हो गया , कोइ यश चोपडा से अनबन से नही बल्की 1997 के बाद कुमार सानू कि आवाज पुरी तरह बिगड गइ थि , आवाज मोटी हो गइ थि , क्रैक हो गइ थि और नाक का बहुत ज्यादा ही असर होने लगी थि , उसी वजह से 1998 से उदीत नारायण कुमार सानू पे भारी पड गया था , यानी कि उदीत नारायण और अभिजित कि आवाज बेसक अच्छी थि पर उदीत नारायण कि आवाज अच्छी होने के कारण वो नम्बर वान नही बना बल्की कुमार सानू कि आवाज खराब हो जाने कि वजह से उदीत नम्बर वान बना , इसिलिए उदीत नारायण को कुमार सानू कि सुक्रगुजार होना चाहीए कि कुमार सानू कि वजह से वो नम्बर वान बना , अपनी कारण से नही । अगर कुमार सानू कि आवाज 15 साल तक खराब न हुइ होती तो आज कुमार सानू भारत का सर्वकालिन सर्वश्रेष्ठ गायक बन जाता , रफी किशोर और मुकेश से ज्यादा फिल्मफेअर और राष्ट्रिय पुरस्कार उसे मिल जाता ।। यानी कि कोइ कुछ भि कहे 1990 से 1997 तक 8 साल कुमार सानू ही नम्बर वान था और 1998 से 2005 तक 8 साल हि उदीत नारायण नम्बर वान था , लेकिन 1990 से 1995 तक 6 साल कुमार सानू ने राजा कि तरह राज किया था , नम्बर 1 से नम्बर 5 तक कुमार सानू हि कुमार सानू था , उदीत 6 नम्बर पे था और अभिजित 7 पे , पर जब 1998 के वाद भले ही उदित नारायण नम्बर 1 तो बना पर राज नहि किया था उसने , सोनु निगम और कुमार सानू उसे कडी टक्कर दे हि रहे थे ।
@@brajeshahirwar555 विवाद होना ये कोई वजह नहीं है. कुमार सानू के गाने 1995 से साल दर साल कम होते चले गए क्यूंकि इसका सबसे मुख्य वजह था उदित नारायण के आवाज का पहले से ज्यादा सुंदर हो जाना. आप दोनों के आवाज को गौर से सुनो. साल 1995 से पहले उदित नारायण का आवाज उतना सुंदर नहीं था जितना कि साल 1995 के बाद होता चला गया . यही सबसे बड़ा कारण था कि उदित नारायण को कुमार सानू से ज्यादा गाना मिलने लगे. अलका याग्निक का आवाज उस दौर में सबसे ज्यादा खूबसूरत था जिसकी वजह से अल्का जी को अनुराधा पौडवाल, कविता कृष्णमूर्ति, पूर्णिमा, साधना सरगम से ज्यादा मौका मिलता था. ठीक ऐसा ही पुरुष सिंगर के साथ भी हुआ. उदित नारायण का आवाज कुमार सानू, सोनू निगम, अभिजीत से ज्यादा खूबसूरत था. इसी कारण से सारे म्यूजिक डायरेक्टर सबसे ज्यादा गाना उदित नारायण को offer करते थे. जिनका आवाज़ सबसे खूबसूरत था उनको सबसे ज्यादा चांस मिला, इसमें किसी को कोई हैरानी नहीं है.
*अरे वाह आज 90s किंग ऑफ मैलोडी जिनका एक न एक गाना जरूर होता था सभी 90 s ki फिल्मों में जिनके लिए भी गाना गाया गाने तो सुपरहिट हुए ही वो हीरो भी सुपरहिट हो गए आज दोनो legend एक साथ । काश शक्तिमान का टाइटल सॉन्ग इनकी आवाज में होता और भी ज्यादा सुपरहिट होता।❤❤❤❤*
Tuje dekha to ye jana Sanam Jab koi bat bigad jaye Sanso ki jarurat hai jaise Dhire dhire se meri jindagi me ana Mera dil bhi kitna pagal hai Jiye to jiye kaise Payaliya ho ho ho ho Ghunghat ki ad se dilbar ka didar Ye kali kali ankhe Dil jigar najar kya hai Kuchh na kaho Ek ladki ko dekha to aisa laga Chura ke dil mera Ankho ki gustakhiyan maf ho Do dil mil rahe hai magar chupke chupke Chura lo na dil mera sanam Chori chori jab najre mili Aj mai upar asman niche Dekha tuje to ho gai diwani Dil ne ye kaha hai dil se Jab pyar kiya to darna kya Odh li chunariya Tum par hum hai atke Sanam mere Humraaz Chand sitare ful aur khushbu Do dil mil rahe hai Pardesi Pardesi jana nahi Kitne yadgar gane diye hai. .....
सुप्रभात 🚩🕉️🌞🙏🙏 मुकेश खन्ना जी सादर अभिवादन स्वीकार करे सादर प्रणाम 🙏🙏 बहुत बहुत सुन्दर प्रस्तुति अच्छी बात चीत की आप ने सानु दा ने अपने जीवन में आएं अनुभों को साझा किया बहुत प्रेणना मिले रही होगी जो नए सिंगर गायक है उनको सानु दा जी कि बेटी भी बहुत अच्छी सिंगिंग करती है कल मेने उनका गाया हुआ इंग्लिश में गीत सुना था बहुत बहुत धन्यवाद 🎉🎉
Sanu da all time no. 1 jab unki awaj mai song bajta hai to sab charo khane chit jab tiger dahadta hai to sab khamos ho jate hai unke age koi ni tikta wo itne mahan hai ki lagatar filam fair milne k bad unhone khud kaha ki ye aword ab naye singers logo ko milega to mujhe khusi hogi or fir hua wahi itna bada dil love you kumar sanu da❤❤❤❤❤❤
सभी मित्रों से निवेदन है कि उदित और सानू जी मैं तुलना न कीजिये हमने अपने दौर मे किशोर रफी नही देखै लेकिन सौभाग्य से सानू उदित को देख सुना ये क्या कम है। दोनों को नमन जो आपने अपनी आवाज से संगीत जगत को एक चमक प्रदान की। I m big fan of Sonu Shaan and KK. But Rafi kishor udit sanu ye toh har dil mai baste hi hai.mere bhi hai inkey bina sangeet hiadhura hai. Its my opinion.....
Zubeen Garg from Assam recorded 32 songs in one day...but due to lack of official record it's not included in Guinness Book of World records.... anyway now it's Kumar Sanu which is one of my favourite legends .... hats off Kumar Sanu 😊😊
Evergreen magical voice of #SanuDa 🔥 #SanuDa is the real tiger of Bollywood. He defines an era. 90s is nothing without his voice. Bollywood should utilise his voice.
Kya din the jab sanu daa the shaktiman the woh din sayad ek bar ajye old is aways gold very talented the sab ajkaal kitarah editing see nahi apne talent se best bante the new creativity tha so nice both are my favourite hey
👉पूरे बॉलीवुड में अभी तक सबसे खूबसूरत आवाज़ सिर्फ 2 फीमेल सिंगर का हुआ - लता जी और अल्का याग्निक। वैसे लता मंगेशकर के सबसे प्रिय सिंगर थे उदित नारायण। लता जी ने उदित नारायण को 'प्रिंस ऑफ़ प्लेबैक सिंगिंग' की उपाधि दी थी। वह हमेशा कहती थी कि बॉलीवुड में मोहम्मद रफी और उदित नारायण की आवाज सबसे सुंदर है। लता जी ने 90's में सबसे ज्यादा गाना भी उदित नारायण के साथ ही गाया था। वह सभी म्यूजिक डायरेक्टर को बोलती थीं कि उदित नारायण से गाने गवाओ। एक बार यश चोपड़ा बहुत confusion में थे तो उन्होंने लता जी से पूछा कि दीदी मुझे अपने फिल्म में किसे गवाना चाहिए? लता जी ने बोला कि ये भी कोई पूछने की बात है, उदित से गवाओ और क्या, उसकी आवाज 24 कैरेट सोने जैसी शुद्ध और बेमिसाल है । तभी से यशराज के जितने भी फिल्म आए, सभी में उदित नारायण से गवाया जाता था। ये बातें उदित नारायाण जी ने हाल ही में गदर 2 की सक्सेस पार्टी में मीडिया को बताया था। वो video youtube पर मौजूद है।
पागलपंथी की भी एक हद होती है दोस्त. तुम तो उसे भी पाड़ कर गए, इतना ज्यादा जलन ईर्ष्या वो भी इतने बड़े सिंगर से, ये तो हद हो गई . उदित नारायण से बड़ा कोई सिंगर नहीं था उस दौर में. सबसे ज्यादा गाना उदित नारायण को मिलता था. उदित नारायण तो इतने ज्यादा बिजी थे कि उन्हें बहुत सारे म्यूजिक डायरेक्टरों का गाना छोड़ना पड़ता था, बॉलीवुड में बहुत सारे लोग उदित जी को घमंडी बोलने लगे थे, क्यूंकि वो बिजी होने के कारन गाना रिकॉर्डिंग के लिए मना कर देते थे. साल 1993 में उदित जी का दूरदर्शन को दिए गए इंटरव्यू देख लो जाकर. मुझे लगता है तुम कुमार सानू के कट्टर अंधभक्त हो इसलिए उदित जी पर झूठा मनगढंत आरोप लगाकर उन्हें नीचा दिखाना चाहते हो. लेकिन ये जान लो कि उदित नारायण कुमार सानू से बड़े सिंगर हैं और हमेशा बड़े ही रहेंगे. भारत सरकार ने उन्हें ऐसे ही पद्म भूषण से नहीं नवाजा है. उदित नारायण के उपलब्धि अगर मैं गिनाऊंगा तो तुम गिन नहीं पाओगे, 40 भाषाओं में 35000 से अधिक गाने गाए हैं इन्होंने, जिसके लिए उन्हें 2015 में पद्मभूषण मिला है.
@@akkudas4992 Waha bhi usne kisi ke हाथ पैर जोड़े honge tab jaakar kahi usko padma award mila. Award ki baat kare to agar deserving candidate ko award diya jaata to Kumar Sanu ke paas sabse adhik hota. Lagatar 5 baar award mila tha unko. Award se mann bhar gaya toh unhone chhote mote singer jaise udit narayan abhijit sonu in logon ko diye jaane ki baat ki aur award ko thukra diya. Lagta h tumne ye sab nhi padha aur suna h aaj tak. Andhbhakt ki baat kre toh tumse bada mere ko koi aand bhakt nhi lagta nhi toh itne bade bade line likhne ki kya jaroorat padti. Have some knowledge about singer and award then converse with me. I think u got it. Legend Kumar Sanu and Alka Yagnik❣️❣️
Bhai Udit ji ne khud bola tha kumar sanu ji jab 90s me entry Hui tab isa koi bhi singer nahi tha jo unki barabri kar sake or us time Udit ji ka bhi time kharab ho Gaya tha kumar sanu sanu love you sir
Kumar Sanu is an amazing singer live. I’ve seen him at Wembley a number of times. “Nazar Ke Samane” film- Aashiqui “Dheere Dheere Se” film-Aashiqui Mera Dil Tere Liye” film -Aashiqui “Dil Hain Ke Manta Nahin” - title song. “Do Dil” film -Pardes… These are a few of my favourites by Sanu Da. Thank you so much Mukesh Ji, for inviting Sanu Da on “The MK Show”👍🏻🙏🏻 ♥️Respect & Regards from London♥️
Kumar sanu sir Udit Narayan and Alka Yagnik mam ko nayi movies me gane ko mauka milna chahiye ye 90s ke anmol sitare hai bollywood walo ko inki chamak mahsoos krni chahiye
1990 के दशक का महान सिंगर ,और ,नदीम श्रवण,एक महान म्यूजिक डायरेक्टर,,जिन्होंने ने म्यूजिक को जब इस टाइम म्यूजिक सबसे बुरे दौर में था ,,,इन्होंने म्यूजिक को पुनर्जीवित किया ,,,, इंशान के जीवन में एक ,उमर का दौर आता है,जब वो कुमार शानू ,को सुनना पसंद करता है ,,1990 के दशक का बादशाह
Bahut achcha interview tha sir kumar sanu je k gane hume pahle bhi pasand the aur aaj bhi bahut pasand hai unke song se to meri bachpan ki yaadein judi hui hai khash kar ek song ek ladki ko dekha to aisa laga song bachpan mein humare quater k samne wale ghar mein subah subah bajata tha aur jab tak hum school nhi chale jate the tab tak bajata tha bada maza aata tha sun kar meri subah ban jati thi 1995 main ye song bajata tha aur us time hum class kg main paddhte the 😊😊😊😊😊
I love Mukesh Khanna show Bhagwan aapko khoob kamyab Insan banaye and I love you so much my superhero 😍😍😍😍😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘 good night Mukesh 😍👍👍👍👍👍👍👍🎉🎉🎉🎉
Sir, thank you so much for calling Sanuda. I had requested once while watching a clip of Javed Ali in your show. Today, my request is fulfilled. Kumar Sanu is a man of both quality and quantity. Bas ek sanam chahiye aur even hothon pe bas tera naam hain. Next, in the music section of your show, please call Udit Narayan, Sonu Nigam, Vinod Rathod, Arijit Singh, Abhijeet Bhattacharya, Shreya Ghoshal, Sunidhi Chauhan, Asha Bhonsle, Shailendra Singh, Kavita Krishnamurty, Sadhna Sargam, Anuradha Paudwal, Alka Yagnik, Amit Kumar, Nitin Mukesh, Suresh Wadkar, all Pandits, all Ustads, and all Ghazal singers. 💓 💗 💛
@subhamchakraborty8169 Kyon nahi? We expect so much from this show. Hence, there are so many choices. Rest is left on him. Whatever Mukesh Ji decides, it will happen on one Sunday.
We want that all of 90s team come back again in Bollywood Kumar sanu, udit narayan, alka yagnik, kabita Krishnamurthy Nadeem Shravan, aanu malik, jabed akhtar, Samir anjan, jatin lalit..... etc
Sahi kaha Sir ne music director kr liye ki sab gober kar de rahe hain aajkal ye log, ar Kumar sir aapki singing toh lajawab hai hi but comedy ke bhi kya kahne..wah👌🏻
सानू दादा ने बहुत से एक से बढ़कर सुपर हिट गीत दिये हैं ,,मैं इनके डुएट ज्यादा सुनता हूँ जैसे अलका याग्निक, साधना सरगम, कविता कृष्णा मूर्ति, अनुराधा पौडवाल, लता जी,, के साथ गाये हुए ❤️
Sir plz apne show par in celebrities ko bhi bulaiye 🙏🏻🙏🏻🙏🏻 Arun Govil Manoj Joshi Dilip Joshi (Jethalal) Shailesh Lodha (Mehta Sahab) Singer Amit Kumar Vishal Jethwa Dr. Sanket Bhosale (mimic artist) Vikalp Mehta (mimic artist) Amit Bhadana Chef Sanjeev Kapoor Director Neeraj Pandey Director Vivek Agnihotri
Great great podcast sir Iam 21 years old and glad to see that shanu ka apna yt channel hai Sabse khushi ki baat vo usme apne 90s ki feel ke bhi gaane lyric music aur gayaki se usko sajane wale hai Amazing going to subscribe thank you sir for having shanu daa ❤
मेरा मकसद किसी को छोटा नहींकरना। मैं हकीकत ओरिजिनलबात बताता हूं। कुमार सानू के टक्कर में कोई सिंगर नहीं है। दिन का सुरीलीआवाज 90 के दशक के फिल्मों को दर्शाता है। उसे टाइम विनोद राठौड़, मोहम्मदअजीज, बालासुब्रमण्यम, अमित कुमार, नितिन मुकेश, सुदेश भोसले, उदित नारायण बहुतसिंगर थे। लेकिन कुमार सानू के टक्कर में कोई नहीं था। कुमार सानू के साथ मुकाबला करने के लिए और उसके आवाज के साथ गाना गाने के लिए कोई भी सिंगर मैच नहीं कर रहा था। एक आवाज था जो कुमार सानू के अपोजिट में मैच हो रहा था। वह सिंगर है उदित नारायण। ऐसा लगता है अगर कुमार सानू 1990 में नहीं होता तो संगीत जगतअधूरा होता। 1990 का दिल छू लेने वाले एक ही सिंगर है वह हैकुमार सानू।।❤❤❤❤❤❤❤
Feedback: mic aap bade wale lagaiye jo actual podcast mic hote he yeh podcast kharab hogaya bcz of mic and old set bhut accha tha yahan light thodi dim he ❤
Kumar Shanu's first movie as a singer is YEH DESH (1984), music composed by the great R.D. Burman. In this movie he sang one song "Dekhna dekhna dekhtehi rahna" with Shailendra Singh, Suresh Wadkar, Udit Narayan and Shakti Thakur (Bengali singer).