Bolo satguru Dev ki jay sat Sahib ji guruji Daas ka dhanvat pranam guruji sat Sahib ji mere Gurudev Bhagwan deo kat kal ki fansi sat sahib ji 😭😭💐💐💐🌷🌷🌺🌺🥺🥺🥺🥹🥹🙏🙏🙇🙇🌹🌹😔😔☺️☺️💞💞💞🙇🙏🙏🙏🙏
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नही भार सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सिरजन हार ❤❤🙏🏻🙏🏻💯💯🌹🌹🌈🌈💝💝🙏🙏💖💖💫💫💕💕🥰🥰😍😍🤩🤩✨✨👍👍❤️❤️🌸🌸🌺🌺🌷🌷🧡🧡🤍🤍💚💚🌻🌻🌼🌼💞💞🪷🪷💐💐🫶🫶सत साहेब गुरु जी 🙏🏻🙏🏻💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🫶🫶🫶🫶💐💐💐💐💐🪷💞💞💞💞🌼🌼🌻🌻🌻🌻🌷🌺🌸🌸🌸❤️👍👍👍👍👍👍✨🤩✨👍👍👍👍❤️❤️🌸🌺🌺🌺🌷😍🥰🥰💕💫💫💖🙏💝🌈🌈🌹🌹🌈🌈🌈💝💝🙏💖💫💖💫💫💫💫💫💫💫💕💕💕🥰🥰🥰🥰🥰🥰😍😍😍😍😍🥰🥰🥰🥰🥰💕💕💕💫💫💫💫💖💖💖💖💖🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💝💝💝💝💝💝💝🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🤩🤩✨✨✨👍👍👍❤️❤️❤️❤️🌸🌸🌸🌸🌸🌺🌺🌺🌺🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌻🌼🌼🌼🌼💞💞🪷🪷🪷🪷💐🫶🫶🙏🏻💯💯💯🙏🏻🫶💐💐🪷💞💞🌼🌼🌻✨✨✨👍💞💞💞🧡🧡🤍🤍💚💚
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय हो 🌹 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 बोलो बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯🙏🏻💯💯💯
कबीर, तीन लोक पिंजरा भया, पाप पुण्य दो जाल। सभी जीव भोजन भये, एक खाने वाला काल।। गरीब, एक पापी एक पुन्यी आया, एक है सूम दलेल रे। बिना भजन कोई काम नहीं आवै, सब है जम की जेल रे।। वह नहीं चाहता कि कोई प्राणी इस पिंजरे रूपी कैद से बाहर निकल जाए। वह यह भी नहीं चाहता कि जीव आत्मा को अपने निज घर सतलोक का पता चले। इसलिए वह अपनी त्रिगुणी माया से हर जीव को भ्रमित किए हुए है। फिर मानव को ये उपरोक्त चाहत कहां से उत्पन्न हुई है? यहां ऐसा कुछ भी नहीं है। यहां हम सबने मरना है, सब दुःखी व अशांत हैं। जिस स्थिति
He parmatmaji aapke Shri charano men das ka koti koti dandotam pranam svikar hobeji mujh par bhi thori see Daya rakhana data jai ho bandichhor kabir parmesvar and satguru rampalji maharajji ki jai ho satsaheb parmatmaji