कोटि कोटि नमन। इतना सुंदर गीत एवम संगीत सभी आर्य समाज से संबंध रखने वाले एक बार अवश्य सुने और चिंतन मनन करें की हम कहां थे और कहां आ गए। ओ कितना पतन होना शेष है।
श्री नरेंद्र सुमन आर्य जी आपको पहला साधुवाद करता हूँ। लाज़वाब भजन गये हैं।।महार्षि स्वामी दयानंद सरस्वती के चुने हुये भजनों मे यह भी बेहतरीन भजनामृत है।हर भारत वासी मुख्य रूप से आर्य समाजी आवश्य सुनने योग्य भजन है।धन्यवाद।
SO BAR JANAM LENGE...( VAH VAH KYA BOL HAI.. KAHA CHHUPA KE RAKHA THA...) VERY POPULAR BHAJAN ESKE KISE FEMALE VOICE ME DOBBING KARO AND USE WITH FILMI INSTRUMENT DIFF. SAJ DUN/BOL KE SATH SAJ BHE COMPULSARY HAI....