स्वर्वेद महामंदिर, वाराणसी में स्थित एक ध्यान केंद्र है. यह मानव जाति के आध्यात्मिक और नैतिक विकास के लिए समर्पित है. इस मंदिर में भगवान की पूजा नहीं होती, बल्कि योग-साधना की पूजा होती है. इस मंदिर की खासियतेंः
यह मंदिर 3,00,000 वर्ग फ़ीट से ज़्यादा में फैला हुआ है.
इस मंदिर में 20,000 से ज़्यादा लोग एक साथ ध्यान कर सकते हैं.
इस मंदिर की दीवारों पर स्वर्वेद के 4,000 दोहे लिखे गए हैं.
मंदिर में संत सदाफल महाराज की 135 फ़ीट ऊंची मूर्ति है.
मंदिर की छत पर कमल के आकार की नक्काशी है.
इस मंदिर के निर्माण में 19 साल का समय लगा और 100 करोड़ से ज़्यादा खर्च हुए.
इस मंदिर का नाम, योगी और विहंगम योग के संस्थापक सद्गुरु श्री सदाफल देवजी महाराज के लिखे आध्यात्मिक ग्रंथ 'स्वर्वेद' पर रखा गया है.
स्वर्वेद का मतलब है आत्मज्ञान.
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10 окт 2024