Join The Wire's RU-vid Membership and get exclusive content, member-only emojis, live interaction with The Wire's founders, editors and reporters and much more. Memberships to The Wire Crew start at Rs 89/month. / @thewirenews
नई संसद कहीं एयरपोर्ट में पानी टपक रहा। पुल गिर रहे। ट्रेन हादसे। क्या हो रहा है। इतना भ्रष्टाचार बीजेपी के राज में। अपने को बहुत ईमानदार और देशभक्त कहने वाली पार्टी की असलियत जनता कैसे नही समझ रही।
मित्रों की कमाई के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से 50-60 साल बाद वापिस किये जाने वाले ऋण लिए गये, ताकि मित्र आज ही उनमें से कमाई कर लें। 2075 में कहां मोदी होगा, कहां भक्त। सिर्फ देश के सर पर कर्ज का भार।
The TV anchor is so good. I am watching from the US. The way she is calm and delivering her speech is amazing! I stopped everything, and I listened to her. Kudos to her. Finally, Indians are opening their eyes and delivering their voices.....proud of you. Daro mut!!
देश के लिए मोदी एक पनौती बन गए है। जिन्होंने राम मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा, पूजा की और नये संसाद भवन का उद्घाटन किया दोनो ही वर्षात में टपकने लगे यह है देश के यशस्वी पीएम का योगदान है।
पानी से पानी मिले, मिले कीच से कीच ज्ञानी से ज्ञानी मिले, मिले निच से निच... काली राम कि खुल गई पोल, बीच बजरिया फट गया ढोल पहली बारिश नहीं झेल सका नवनिर्मित संसद भवन 🇮🇳🇮🇳
संसद के अंदर पानी, संसद के बाहर पानी, संसद के नजदीक पानी, संसद से दूर पानी...जल निकासी की व्यवस्था के बिना अरबों रुपए का निर्माण करवा दिया विश्वगुरु ने
नयी ऊर्जा की जगह हमने नये संसद भवन में पानी ज़रूर भरते देखा में! संसद किसी भी देश का गौरव हुआ करती है किन्तु यहां 1200 करोड़ बहते हुए दिख रहे हैं। उफ् हमें यह कहना पड़ेगा ऐसा कभी सोचा न था।
मैडम यह विश्व गुरु की अफवाह बीजेपी के पालतू पत्रकारों द्वारा उड़ाई गई थी अगर दिल्ली में 6 घंटे बारिश हो गई तो संसद भवन की छत गिर जाएगी😢। इनकी नए भारत की इतनी ही तकनीक है और इन लोगों में इतना ही दिमागहै।
For starters, Indian life expectancy increased from 32 to 70 between 1947 and 2014. Is this not a sign of India's prosperity, achieved by the predominantly Congress government in India?
रिकार्ड बनाने के धुन में इस बिच में जो भी निर्माण कार्य हुआ है उसमें जनता की पैसा पानी की तरह बहाया गया है। जबकि आज भी कालोनियल प्रिएड में बने भवन आज भी इस मामले शिकायत नहीं मिलते है। इस राज्य में पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं इस प्रकार की व्यवस्था तो मोहन जोदड़ो- हड़प्पा की सभ्यता में होती है।
महज एक साल पुराने संसद भवन में रिसाव हो रहा है। इसे अहमदाबाद स्थित एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाया गया है। बिमल पटेल इस फर्म के मालिक हैं। वो एक गुजराती हैं। काशी का कोरिडोर और साबरमती रिवर फ्रंट भी उन्होंने ही बनाया है गुजरात में लोग उन्हें मोदी का आर्किटेक्ट कहते हैं.
बहुत हैरानी की बात है कि दुनिया का सबसे मज़बूत माडल लीक हो गया?लगता मोदी G की तपस्या में कोई बहुत बड़ी कमी रह गई, या हो सकता जवाहरलाल नेहरू के ज़माने की ज़मीन में कुछ ख़राबी थी
It's not fully true it's only one side story that made the madam whole Delhi sink. Many college school libraries and many other buildings. Delhi didn't work on drainage systems so
मेरे देश की खूबसूरती को देखिए जो अपने घर को सही से ना चला सके उसको भगवान का अवतार मानकर देश चलाने की बागडोर दे दी जहां दस वर्ष बाद भरी संसद में जाति पूछी जाती हैं फिर भी उम्मीद उसी से क्या कहना।आपकी दिन-रात की मेहनत को अगर हम समझ जाते तो सब ठीक हो सकता हैं
Thank you ma'am, first time aapki tarif kar raha hu, aapne first time dharmik dhruvikaran aur jaativaadi raajneeti ko leave/tyag karke, Desh ki baat ki hai, hats of to you, sabhi Buddhist, Sikh, Jain , Muslim, Christian, Hindu sabhi ki jaat , dharam ki raajneeti ko secondary maankar, desh ko primary maanna chahiye , thanks ,
Arfa Ji ,there is no need to fight shy of your critical comment . You are undoubtedly among the truest and the bravest of the journalists in doing the intelligent and justly appropriate reporting. God bless you .
Hats off to the courage shown by you & your media. It's not only a shameless action by the government but it also shows a very sad state of workmanship.
ARFA. JI. SALAM... MERE GHAR KI MUFLISI KO DEKH KAR BAD NASIBI SAR PATAK TI RAH GAI. OR EK DIN KI MUKHTSAR BARISH KE BAD CHAT KAI DIN TAK TAPKATI RAH GAI. . SALAMAT RAHO. JAY HIND.
हर एक क व्यक्ति को विश्वगुरू नहीं कह सकते कुछ नया हो नये नये में पानी का बहाव हो गर्मी अधिक थी नये नये बांध नदी में तैरने गये मंदिर,संसद की हालत देख आसमान रोने लगा तो भगवान की कृपा हुई इन्में पानी टपकने लगा।