हनुमान चालीसा में छिपा है आपके करोड़पति बनने का सबसे बड़ा रहस्य इसे देखने के बाद उपाय की जरूरत ... #shaktishalimantra #satyakikhoj #hanumanmantra #dhanpraptimantra
हनुमान चालीसा के पाठ से हर असम्भव कार्य संभव हो जाता ही है, शर्त इन्सान हर तरह से सच्चा ओर दिल से नेक हो, प्रभु हर विघ्न को हर लेते हैं, ये निज अनुभव है मेरा, जय महादेव, जय माता भगवती, जय श्री महागणेश, जय गुरुदेव दत भगवान, जय श्री गुरुदेव परमेश्वर, जय श्री राम, जय पवनपुत्र महावीर हनुमान जी महाराज 🙏🙏🙏🙏🙏
बिलकुल सही है पर ये सचे मन वाला वाक्य को समज़ना बड़ा कठिन है क्युंकि मन से किया जा रहा है या नही इसका क्या बेरोमिटर है यह कहा पता करे। महिदय, क्युंकि संभवतः चालीसा तो हर दिन हर घर हर व्यक्ति मेरे जानकारी कर अनुसार तो करते ही है।
@@rajendramohta1006 आदरणीय मन की लहरें इंसान के विचारों से उठती है, अगर इंसान हर तरह से दिल से सच्चाई का साथ देता है तो परमेश्वर उसके साथ ही रहते है 1001% सत्य बात है, जय महादेव, जय माता भगवती, जय गुरुदेव दतात्रेय भगवान, जय श्री गुरुदेव परमेश्वर 🙏🙏🙏
@@rajendramohta1006 हर कोई सच्चा नही होता है, ईश्वर हमारी नियति भी पहचानते हैं, इंसान लोगों को तो धोखा दे सकता है, बेवकुफ बना सकता है पर भगवान को कभी नही, हर हर महादेव, उमा शरणं 🙏🙏🙏
करोड़ पति नहीं बनना घर की कुछ जिम्मेदारी सही से सम्भल जाए मुझसे, हनुमान जी बस इतनी शक्ति दीजिए कभी कभी लगता है की मर जाऊ पर सोचता हूं कि आप हो आप सब संभाल लेंगे बस आपकी ही आस लगाए बैठा हूं दिन में दो ख्याल आते है कि क्या कर रहा हूं मैं अभी कहा हूं, मुझसे वो सब होगा क्या, जिसके लिए घरवालों ने मुझसे उम्मीद लगाई है फिर सोचता हूं आप हो साथ तो क्या चिंता जय श्री राम संकट कटै मिटे सब पीरा जो सुमिरै हनुमत बलबीरा बस इसी के भरोसे जिंदा हूं जय श्री हनुमान जी
भूत पिशाच निकट नहिं आवै महावीर जब नाम सुनावे नासै रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत वीरा संकट ते हनुमान छुडावे मन कर्म वचन ध्यान जो लावै सब पर राम तपस्वी राजा तिन काज सकल तुम साजा अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता अस पर दीन जानकी माता राम रसायन तुम्हरे पासा सदा रहो रघुपति के दासा विद्या वान गुनी अति चातुर राम काज करिबे को आतुर पृभु चरित्र सुनिबे को रसिया राम लखन सीता मन बसिया भीम रूप धरि असुर संहारे रामचंन्द्र के काज संवारे लाय संजीवन लखन जियाए
हे महावीर बाबा जी मेरा साथ दीजिए बाबा हे देव इस धरती पर आपके जैसा सकती बलवान और कोई नही है है देव मुझे आज अपना थोड़ा सा नजर मेरे ऊपर डाल दीजिए, जय श्री राम जय श्री राम
Agar roz niyamit roop se hanuman chalisa pade toh bht jaldi hi sare bigre Kam banne lagte hai .Jay Sri prabhu Ram 🙏🏻Jay Sri maa Sita 🙏🏻Jay bajrangbali hanuman 🙏🏻🌺🌺
श्री गुरु चरण सरोज रज निज मनु मुकुर सुधारी बरनौ रघुबर बिमल जसू जो द्यावक फल चारि बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरो पवन कुमार बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहु कलेश विकार जय हनुमान ज्ञान गुण सागर जय कपीस तिहुं लोक उजागर राम दूत अतुलित बल धामा अंजनि पुत्र पवनसुत नामा महावीर विक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी कंचन वरण विराज सबेसा कानन कुंडल कुंचित केसा हाथ बज्र और ध्वजा विराजे कांधे मूंज जनेऊ साजे शंकर सुवन केसरी नंदन तेज प्रताप महा जग बंदन विद्यावान गुनी अति चतुर राम काज करने को आतुर प्रभु चरित्र सोनी वे को रसिया राम लखन सीता मन बसिया जुग सहस्त्र जोजन पर भानू वीडियो त्राहि मधुर फल जानू प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही जलधि लांघी गए अचरज नाही दुर्गम काज जगत के जेते सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते राम दुआरे तुम रखवारे होत न आज्ञा बिनु पैसा री सब सुख लहे तुम्हारी सरना तुम रक्षक काहू को डरना आपन तेज सम्हारो आपै तीनों लोक हांक ठेका पर भूत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे नासे रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत वीरा संकट ते हनुमान छोड़ आवे मन कर्म वचन से ध्यान लगावे सब पर राम तपस्वी राजा चिंकी काज सकल तुम साजा और मनोरथ जो कोई लावे सोई अमित जीवन फल पावे चारों जुग परताप तुम्हारा है प्रसिद्ध जगत उजियारा साधु संत के तुम रखवारे असुर निकंदन राम दुलारे अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता अस वर दीन जानकी माता राम रसायन तुम्हारे पासा सदा रहो रघुपति के दासा तुम्हारे भजन राम को पावै जनम जनम के दुख मिश्रा वे अंत काल रघुबर पुर जाई जहां जन्म हरि भक्त कहानी और देवता चित ना धरो हनुमत सेई सर्व सुख करई संकट कटे मिटे सब पीरा जो सुमिरे हनुमत बलबीरा जय जय जय हनुमान गोसाई कृपा करो गुरुदेव की नाई जो सत बार पाठ कर कोई छूट ही बंदी महा सुख होई जो यह पढ़े हनुमान चालीसा होय सिद्धि साखी गौरी सा तुलसीदास सदा हरी चेरा कीजै नाथ हृदय महं डेरा पवन तनय संकट हरण मंगल मूर्ति रूप राम लखन सीता सहित हृदय बसा सुर भूप रामचंद्र की जय सियावर रामचंद्र की जय मेरे प्रभु रामचंद्र की जय
१भूत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे २ नासे रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत बीरा ३ अष्ट सिद्धि नवनिधि के दाता अस बर दीन जानकी माता 21दिन ४ विद्यावान गुनी अति चतुर राम काज करी बेको आतुर ५ भीम रूप धरि असुर संहारे रामचंद्रजी के काज संवारे