नमस्कार मित्रो! प्रस्तुत। नकारात्मक मानसिकता से परिपूर्ण व्यक्ति सकारात्मक सकारात्मक को भी स्वीकार नही करता- यही इस कथा का कथ्य है।इसलिए सोच सकारात्मक होना बहुत जरूरी है। @jayaliterature5776
हैलो जी! साथी हाथ बढाना और समय नही है के दोनो भाग देखिएगा,आपको मजा आ जाएगा। मै खुद भी एक लेखिका हूँ। उपन्यास ,कहानी ,कविता नाटक सब लिखा है।जुड़े रहिए मेरे चैनल से। आपके सुझाव का तहेदिल से स्वागत है।आपका बहुत-बहुत धन्यवाद मैम।
मैम नमस्कार। मन छोटा मत कीजिए। मुझे अपनी बहन मान लीजिए। मै सबके होते भी कभी कभी ऐसा ही फील करती हूँ। आज किसी के पास किसी के लिए समय नही है। प्लीज हमसे रहिए।