🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 🙏🌹हरे कृष्ण हरे कृष्ण🌹🙏 🙏🌹कृष्ण कृष्ण हरे हरे 🌹🙏 🙏🌹 हरे राम हरे राम 🌹🙏 🙏🌹 राम राम हरे हरे 🌹🙏 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 कोटी कोटी प्रणाम और धन्यवाद जगदगुरु श्री श्री कृपालुजी और शास्टान्ग दन्ड्वत आपको गुरुवर 🙏🙏🙏
Shaakshaat bhagwaan Shri padmaa kripalu sita ram radhey shyam kripalu hari gauraang harichaitanya mahaprahu Ji ki sadaa hi jai ho daas ka saadar shaastaang duntvart pranaam.
Parnam Mere Mata Pita ji Shree Satguru Sunder Ram Ji Udasin Matt Tapprian Amar Singh wale District Ropar pb Ganesh Ji Hanuman Ji Sant Hari Das Ji Maharaj Baba Shri Chander ji Maharaj Saint Kirpalu Ji Maharaj Sab Santan Ji Radhe Krishna Ji Parkirti Ji ko pranam Sab Ki Jai Ho Ji Maharaj ji
पूज्य दीदी जी को मै का नमन वंदन विशेष रूप से है। प। प्रसारित विषय पर पुज्य कृपालु जी का विशेष विस्तृत BYAKHYA वन्दनीय है। यह जन साधारण से लेकर अन्य भक्तों के निमित्त चाहे हरे। राम। और कृष्ण के भक्त हो बराबर हैं क्योंकि तीन शब्दों का अर्थ एकही है. ये सभी भगवान के ही नाम है। इनमें कोई भेद नही है। नाम संकीर्तन करना है यानी होना है। BYAKHYA के एक एक शब्द एक एक वाक्य का निरूपण है। गुरु कृपालु मम शरनम वनदेहम सद गुरु चरनम ।राधे राधे राधे ।धरो रे मन निशदिन ध्यान राधै राधे राधे राधे ।
पूज्य दीदी जी को मै का नमन वंदन विशेष रूप से है। पूज्य कृपालु जी का उपदेश बहुतही हितकारी है सभी प्रकार के लोगों के लिए। गुरु कृपालु मम शरनम वनदेहम सद गुरु चरनम ।राधे राधे राधे राधे ।
🙏🙏🌹🌹🌺🌺sadar pranam ......Jagadguru Shri Kripalu Ji Maharaj🙏🙏 Very important lecture about Mahamantra.. 🙏🙏🌹🌹🌺🌺 हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे| हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे|| 🌹🌹🌷🌷🙏🙏
हरे कृष्ण मंत्र कलिसंतरण उपनिषद में वर्णित है , जिसके रचयिता रघुनंदन भट्टाचार्य। जो ११ वैदिक उपनिषद में से हीं है।जिसे वैष्णव लोग 'महामन्त्र' कहते हैं। १५वीं शताब्दी में चैतन्य महाप्रभु के भक्ति आन्दोलन के समय यह मंत्र प्रसिद्ध हुआ।। यह अति पवित्र मंत्र है ।। क्योंकि इसमें भगवान के बहुत से नाम एक साथ आ जाते हैं हालांकि भगवान के मुख्य नाम राम, कृष्ण, शिव, नारायण , हरी भी सार्थक है कलियुग के लिए।। यह मंत्र निम्नलिखित है- हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ गौड़ीय वैष्णव परम्परा एवं 'अन्तर्राष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ' के संस्थापकाचार्य श्रील प्रभुपाद जी महाराज ने इस 'हरे कृष्ण महामंत्र' को पूरे विश्व में प्रसिद्ध कर दिया। हरे कृष्ण मंत्र का पहली बार प्रचार 500 साल पहले चैतन्य महाप्रभु ने किया था, जो कोई और नहीं बल्कि श्रीमती राधारानी के मूड में कृष्ण हैं। वह श्रीमद्भागवतम और चैतन्य चरितामृत जैसे विभिन्न शास्त्रों में वर्णित दिव्य युगल श्री राधा और कृष्ण के छिपे हुए अवतार हैं।
@@shurjmalshahbarun1093 but do you know that Hare ram mantra is written in original kalisantaranoponisad , Not first hare Krishna ok. And all uponisad are standing near jagadguru kripalu ji maharaj in pravachan time.ok. Do you know our maharaj ji is 2nd avatar of Gouranga mahaprabhu according to Chaitanya bhagwat ?? Because Madanakhsya mahavab is next found in kripalu maharaj only after Gouranga Mahaprovu! So ,1st our maharaj ji. Ok. Radhe Radhe ❤️
PARNAM Mere Mata Pita ji Shree Satguru Sunder Ram Ji Udasin Matt Tapprian Amar Singh wale District Ropar pb Ganesh Ji Hanuman Ji Sant Hari Das Ji Maharaj Baba Shri Shri Chander ji Maharaj Saint Kirpalu Ji Maharaj Sab Santan Ji Radhe Krishna Ji Parkirti Ji ko pranam Sab Ki Jai Ho Ji Maharaj