*आ अब लौट चलें 👇* *समस्त विवेकी मनुष्य तनधारी देवी देवता भगवान इस पर विचार विमर्श मंथन जरूर करें* *देव दनुज धरी मनुज शरीरा I विपुल वीर आए रणधीरा II : रामचरित मानस* *जब कच्छप से लेकर मनुष्य तक भगवान का अवतार है, पशु पक्षी जलचर थलचर नभचर देवी देवता भगवान के वाहक हैं जिनके बीच हम सभी रहते हैं, जिनके बिना हमारा अस्तित्व नहीं है तब हम सब कहां कौन देवी देवता भगवान को खोजने के फेरे में लगे रहते हैं ?* *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह*