मुझे समझ ही नहीं आता कि भारत की जनता को चाहिए क्या एक मिसाल कायम हुई है कि पुलिस और तहसील को भी नहीं बक्शा, पर जनता को इसमें भी जबरदस्ती का गरीब दिख रहा है साला यही एक single गरीब को पालने बोल दो तो यही जनता की फट के हाथ में आ जाएगी गजब भसड मचा रखी है गरीब के नाम पर
@@Kshahabahmad koi power nahi hota .. wo constitution k hisab se sab post bani hai .. otw kisi military rule country ko dekh lo waha kuch bhi nhi hota sivay military officers k .. prime example Myanmar
bidu mat bol bhai jacky shroff ne suprime court me arji lagayi ki koi meri bina permition ke bidu nhi bolega meri nakal krke or anil kapoor ne jhakkas bolne par mna kiya 😆😆
सिद्धार्थनगर में इस अतिक्रमण को हटाने का पूरा श्रेय हमारे जिलाधिकारी आर. गणपति रामास्वामी जी का है। इस वक्त उनकी ईमानदारी के खौफ से पूरे जिले के भ्रष्टाचारी थर थर कांप रहे हैं। आप उनके बारे में न्यूज चलाओ। अपने किसी नुमाइंदे को इस जिले में भेज कर रिपोर्टिंग करिए इस पर। राजा गणपति रामास्वामी.... नाम ही काफी है।
ऐसा अक्सर लगता है कि कई राजनेता राजनीति में अपने निजी फायदे के लिए आते हैं, न कि जन सेवा के लिए। हालाँकि, कई लोग वास्तव में समाज की सेवा करने के उद्देश्य से राजनीति में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ लोगों की गलत हरकतें उनके अच्छे कामों पर हावी हो जाती हैं। यह ज़रूरी है कि नागरिक जागरूक रहें, अपने प्रतिनिधियों को जवाबदेह ठहराएं, और राजनीतिक प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जन सेवा ही प्राथमिकता बनी रहे।
कोई बात नही यही चलता रहा तो आने वाले भाभिष्य मे सभी भारतवसि डरे और सहमें रहेंगे की कभी किस के पुरी जिन्दगि की लगाई पूजी को सरकार के लोग आवेद बताकर और तोड़ कर चले जायेंगे😢
सिद्धार्थनगर में उसका बाजार है इतना अधिक अतिक्रमण हो गया है कि आने जाने में दिक्कत होती है क्यों नहीं इन अधिकारियों को नजर आता है क्योंकि यह अधिकारी मौके पर कभी कहीं जाते ही नहीं है
इस घटना से यह साबित नहीं हुआ कि अगड़ी जाति के हिंदू के घर पर भी बुलडोजर चलेगा। सरकारी आफिस पर चलाने से किसी को भी परेशानी नहीं। अतः यह घटना अल्पसंख्यकों के घर तोड़ने का जस्टीफाई नहीं करता।
सिर्फ़ थाने की बाउंड्री वॉल ही नहीं बल्कि इसी साल बनी तहसील कार्यालय की बाउंड्री वॉल भी गिराई गई लेकिन समस्या ये है कि क्या उन अधिकारियों पर कोई कार्यवाही होगी जिन्होंने जनता के टैक्स का पैसा अतिक्रमण में लगाया। थाने से सटी नई बहुमंजली इमारत का भी कुछ हिस्सा अतिक्रमण की जद में है लेकिन किसी कारण नहीं गिराया गया।
अवैध निर्माण के मामले पर स्पेशल कोर्ट का गठन होना चाहिए। इस कोर्ट के आदेश के बिना कोई भी निर्माण न तोड़ा जा सके और ये जो कोर्ट के नोटिस पर भी अवैध निर्माण न हटाए उस के खिलाफ कार्यवाही हो।
यहां पर बात बुलडोजर चलने और न चलने की बात नहीं है यहां बात है कि ऐसे निर्माण को कौन आदेश देता है और किस तरह से यह निर्माण हो हो जाती है क्योंकि ऐसे सरकारी निर्माण के लिए आम लोगों का टैक्स से दिया हुआ रकम लगता है इसलिए इस प्रकार की कार्रवाई होने से पहले यह तय करना चाहिए हम क्या कर रहे हैं और किस लिए कर रहे हैं इसका दोषी जो भी है उनको कड़ी से कड़ी कार्रवाई
@@Aditzzwithamit421jharkhand me bjp ke neta aur log police pe patthar se Hamla kiya aur bht saare police ghayal bhi hue aur upar se bina permission ke rally bhi nikale lekin unke Ghar pe buldozer nhi chala agar vahi log musalman hote phir abtak kisi ka Ghar nhi bachta ab samjh aya madam
ये सिर्फ मीडिया को दिखाने के लिए वीडियो शूट किया गया है। हकीकत अलग है। यहां गुंडई इस तरह हावी है कि लोग NH पर मकान,मुख्य रास्ते पर मकान बनवा कर घूम रहे हैं।शिकायत बहुत हो चुकी थी तो मजबूरी में ऐसा करना पड़ा ताकि लोगो को लगे प्रशासन सख्त है।
Sir इसमें जो चौड़ीकरण का बहाना बनाया जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही चौड़ीकरण करके नाला बनाया गया है अब उस नाले को भी तोड़ दिए हैं रही बात थाने की तो सिर्फ थोड़ी सी बाउंड्री तोड़ी है और थोड़ा सा गेट ही। बाकी थाने की पूरी बिल्डिंग रोड पे टच है
टैक्स के नाम पर लूटो और उसके पैसे पर सरकारी ऑफिस बनेगा फिर उसको गिरा दिया जाएगा, देश सरकार से नहीं मजाक से चल रहा है 😂😂😂 और हम सब देश की नागरिक हैं जो बस इस मजाक को देख रहे हैं.