भविष्य मालिका क्या है? भविष्य मालिका (Bhavishya Malika) ब्रम्हवाणी है जो स्वयं निराकार इस्वर की इच्छा से पंचसखावों ने लिखी है। इसका मुख्य उद्देश्य कलयुग के अंत मे महाविनाश से पहले भक्तों को सतर्क करना है। उन्हें सही मार्ग में लाना है। क्योंकि कलयुग के प्रभाव से भक्तों में भी बुराई होंगीं। लेकिन मालिका सुनते ही वे सतर्क हो जायेंगे। वेदव्यास जी ने महाभारत होने से पहले महाभारत लिख दिया था, वाल्मीकि जी ने रामायण होने से पहले रामायण लिख दिया था। उसी तरह कली महाभारत और कलयुग के अंत के बारे में पंचसखावों ने 600 साल पहले लिख दिया है, इस ग्रन्थ को महागुप्त रखा गया था और कलयुग के अंत मे स्वयं प्रभु की इच्छा से इसका प्रकाश हो रहा है। मालिका के माध्यम से ही प्रभु अपने सभी भक्तों को धरावतरण के बारे में बतायेंगे। मालिका से ही सभी भक्तों को पता चल सकेगा कि प्रभु आ गये है। मालिका को बाकी धर्मग्रंथों से तुलना करना गलत है। क्योंकि मालिका में सभी चीज़े पूरी डिटेल्स में लिखी है। जैसे विश्वयुद में कौन से देश किस देश से युद्ध करेंगे, सम्भलनगर कौन सा है, सतयुग कैसा होगा, यह खंड प्रलय कैसे होगा, और विनाश क्यों और कबतक होगा, प्रभु धर्मसंथापना कैसे करेंगे, किस देश का क्या होगा, किनको राजा बनाएंगे। भविष्य मालिका (Bhavishya Malika) की बात 100% सत्य है। यह स्वयं श्री जगन्नाथ जी की इच्छा से पंचसखाओ ने लिखा है। इसलिये इसके गलत होने का सवाल ही नहीं उठता। मालिका के सत्य होने की बात कहते हुए पंचसखाओ में श्रेष्ठ श्री अच्युतानन्द दास जी कहते है।भारत के भविष्यवक्ता की भविष्यवाणी संत अच्युतानंद दास के अनुसार, धरती 3 चरणों से गुजर रही है, पहले युग कलयुग का अंत होगा, दूसरा महाविनाश होगा और तीसरा एक नया युग आएगा. जिस वक्त शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जब भारत से संकट दूर होगा. आने वाले साल 2024 में शनि कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे. किसान खेती बंद कर देंगे. जंगली जानवर शहरों और गांवों पर हमला करना शुरू कर देंगे. साल 2024 में धरती की धुरी बदलेगी, जिससे एक बाद एक कई भूंकप आएंगे. संत अच्युतानंद दास के अनुसार, 2025 के बाद का वक्त बहुत बुरा होगा, इस समय वही लोग बचेंगे जो धर्म और सच के रास्ते पर चलेंगे. आसमान में दो सूरज निकले दिखाई देंगे. (बता दें कि हाल ही में कोलंबिया के एक गांव में अचानक एक साथ दो सूरज नजर आए, जिसे देख लोग हैरान थे. ये कॉन्सिपेरी थ्योरिस्ट्स के अनुसार है.) एक सूर्य होगा और दूसरा आसमानी पिंड होगा. ये पिंड बंगाल की खाड़ी में गिरेगा, जो ओडिशा को जलमग्न करेगा. कहा जा रहा है कि समुद्र का जलस्तर बढ़ेगा और जगन्नाथ मंदिर की 22वीं सीढ़ी तक पानी पहुंच जाएगा. एक तरफ प्राकृतिक आपदाएं होंगी तो दूसरी तरफ महायुद्ध होगा. तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने पर होगी. भविष्यवाणी के मुताबिक, लोग कीट-पंतंगों की तरह मरेंगे और दुनिया की जनसंख्या 64 करोड़ बच जाएगी. धरती पर होने वाली प्राकृतिक आपदाओं की वजह से 7 दिन अंधेरा रहेने वाला है. भविष्यवाणी में कहा जा रहा है कि यह सब घटना 2022 से 2029 के अंदर होने वाली हैं.समुद्र का जलस्तर बढ़ जाएगा और पानी जगन्नाथ मंदिर की 22वीं सीढी तक पहुंचा जाएगा. इस दौरान भगवान के विग्रह को उनके भक्त छातियाबटा ले जाएंगे वहीं, धरती पर होने वाली प्राकृतिक आपदाओं की वजह से 7 दिनों तक अंधेरा छा जाएगा. माना जा रहा है कि यह घटना साल 2022 से साल 2029 के बीच होगी. वहीं, एक तरह प्राकृतिक आपदाएं आएंगी और दूसरी ओर महायुद्ध होगा. शनि के कुंभ राशि में आते ही तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत होगी. तीसरा विश्वयुद्ध 6 साल 6 महीने तक चलेगा. चीन 13 मुस्लिम देशों के साथ मिलकर भारत पर भयानक हमला करेगा. अंत के 13 महीने भारत युद्ध में शामिल होगा. यह भारत की लड़ाई होगी, जिसमें भारत जीतेगा. इस दौरान भारत अपने दुश्मनों को खत्म करने के साथ विश्व गुरु बन जाएगा. कहा जा रहा है कि भारत का आखिरी राजा एक शक्तिशाली हिंदू होगा. यह एक योगी पुरुष होगा, जिसकी कोई संतान नहीं होगी. इस राजा में विश्व का नेतृत्व करने की अद्भुत क्षमता होगी. इसके साथ वह धर्म के सहारे पूरे विश्व में शांति स्थापित करेगा. उस समय ओडिशा का अंतिम राजा गजपति महाराज होंगे. इसी दौरान ही भगवान कल्कि धरती पर प्रकट होंगे, जो युद्ध में भारत के साथ होंगे. भविष्य मालिका के अनुसार, अमेरिका का एक बड़ा हिस्सा जलमग्न हो जाएगा और चीन के कई टुकड़े हो जाएंगे. पाकिस्तान खत्म हो जाएगा. इसके अलावा रूस एक हिंदू देश बन जाएगा. इसके बाद 1 हजार साल तक शांति का युग आएगा.
They are looking like a devine soul and devoted bhakts of lord Shri Krishna. Mataji ka auraa badaa hi pavitraa aur positive lag rha hai😌✨ Jai shree Krishna ❤✨🙏
Jai sh Krishna At present in this kal yug the true devotees who has partly or completely conveyed fare well to worldly materialism ...are still diping in the occean of divine love Jai sh Krishna jai sh Radhay.
तुम मेरे राम राम राम राम कृष्ण हो तुम मेरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण राम हो❤ जिसको चाहा वहीं शिव हो तुम मेरी प्यारी प्यारी मां आदिशक्ति हों ❤तुम मेरे राम राम राम राम कृष्ण हो तुम मेरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण राम हो