ऊंचे पर्वत पे लगा है दरबार हमारी शेरावाली का
1.लाल है बिन्दिया और है टीका और सिन्दूर लाल
कितना प्यारा किया है श्रृंगार हमारी शेरावाली का
ऊंचे पर्वत पे....
2.नैनन कजरा होंठन लाली और है माला लाल
दोनू हाथों में लिए है तलवार हमारी शेरावाली का
ऊंचे पर्वत पे...
3..कमर में तगड़ी पैर महांवर बिछिया सो हैं साथ मै
देखो पायल की झनकार हमारी शेरावाली का
ऊंचे पर्वत पे..
4.लाल है साडी लाल है लंहगा लाल चुनरिया ओढे है
मां की महिला बरनी ना जाय हमारी शेरावाली का
ऐसी महिमा बरनी ना जाय हमारी शेरावाली का
ऊंचे पर्वत पे..
5.ढोलक बाजे और मंजीरा सखियां आई साथ
मां की हो रही जय-जय कार हमारी शेरावाली का
ऊंचे पर्वत पे लगा है दरबार हमारी शेरावाली का
🙏🙏🌺
11 окт 2024