जय भीम भाइयों और बहनों 🙏 90% मुझे भगवान पर विश्वास था तो, 10% भगवान के ऊपर शक भीं था, और उसका एक ठोस कारण भी मेरे पास था, वह कारण यह था कि भगवान ने सारी शक्तियां ब्राह्मणों को ही प्रदान करी है? भगवान ने सर्वश्रेष्ठ ब्राह्मण को ही बनाया है, मगर यहां धरती पर तो ब्राह्मण ही सब लोगों का शोषण कर रहा है, सब गलत काम ब्राह्मण ही बाकी के लोगों के साथ कर रहा है, और एक तरफ मैं स्वयं अपने आप को रखकर देखता हूं कि मेरे माता-पिता ने मुझको ईमानदारी सिखाई, सच बोलना सिखाया, मगर उसका फल मुझको क्या मिला? कुछ नही, शून्य । इतनी सारी मेहनत करने के वाबजूद भी मेरे पास एक सरकारी नौकरी नहीं थी, जैसे तैसे मैं एक प्राइवेट कंपनी में काम करने लगा, सन 2008 में, मगर वहां भी जातिवाद देखने को मिला, भगवान कहां गया? उस प्राइवेट कंपनी में (में तो यह कहता हूं की हर प्राइवेट कंपनी में) ब्राह्मण, राजपूत ठाकुर, बनिया वैश्य + जैन समाज जातिवाद फैलता है, और उसी का शिकार में स्वयं हुआ, एक रघुवंशी ने मेरे साथ विश्वासघात किया, एक जैन + अग्रवाल ने मुझे प्रताड़ित किया, एक ब्राह्मण ने मुझे "मालवीय" अपनी झूंठी पूड़ी ऑफर की? मेरे साथ हुई उस घटना ने मुझे अंदर का झकझोर दिया, मेरे भगवान के ऊपर होने वाले विश्वास को डगमगा दिया, सन 2016 में मैने, आर्थिक तंगी और कम सैलरी के कारण नौकरी छोड़ दी और दूसरे शहर जाकर काम करने लगा, मगर जातिवाद थोड़े ही पीछा छोड़ने वाला था, यहां भी वही हाल था, मगर मैने अपनी पिछली गलतियों से कुछ सीखा था। जो कोई भी मुझसे मेरी जात का पूछता तो मैं अपने आपको बड़ी जाति का ही बताता, इस झूंठ से फायदा तो मिला, मगर अंदर की वोह आजादी नहीं थी। वह स्वतंत्रता नही थी। 2022 भी गुजर गया, मेरी स्तिथि अच्छी हो गई, मगर भगवान के ऊपर 10% शक बरकरार था। सन 2023 के अन्त में मुझे ज्ञान की प्राप्ति हुई, मेरे प्रश्न का उत्तर मुझे इस चैनल के माध्यम से मिल गया, में मानसिक गुलामी से आजाद हो गया। ज्ञान की प्राप्ति मुझे इसी चैनल पर हुई, में बहुत आभारी हूं, 🙏 इस चैनल के टीम के हर एक सदस्य का, मेरा दिमाग 100% आजाद हो गया, इस चैनल का बहुत बहुत धन्यवाद, आप ऐसे ही लोगों को जागरूक करते। जय भीम 🙏 नमो बुद्धाय 🙏 अप दीपो भव
जय भीम भाई जय भीम मुझे तो लग रहा था कि इन परिस्थितियों से सिर्फ मैं ही गुजर रहा हूं, लेकिन मुझे आज मालूम चला हम जैसी परिस्थितियों से सारी बहुजन समाज गुजर रही है😢 भाई बुजुर्गों ने सही कहा है, बहुजन बहुजन एक से भले दो हाथ मिलालो, इस पाखंडता को छोड़ों जातिवाद पर आठ नंबर जूता उठा लो, 🙏जय भीम साथियों जय भीम 🙏 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙
अगर आप नास्तिक या आस्तिक हैं और आप में इंसानियत है और आप छूत अछूत, गोरा काला, छोटा बड़ा,ऊँच नीच,अमीर ग़रीब andhbakti अंधविश्वास,पाखंड, आतंक,अश्लीलता,व्यभिचार,नंगापन,नाच,गाना,झूठे व हराम एवं पाप कार्यो से बचना व पवित्र रहना चाहते है।दुनिया मे स्वर्ग चाहते है। गोबर, मुत्र,शराब,मुर्दार जैसी अनेक गन्दी व हराम चीजों को खाने पीने से बचना है । तो एक बार जरूर कुरान और मोहम्मद साहब की जीवनी समझ के पढ़ ले आप खुद समझ जायेगे क्या ठीक और क्या गलत!
❤🙏🪔मन जो हमारा है भीतर का 🛕 इसे कैसे रखना हैं पहले धरती पर जल में उत्पति हुई किटाणु उसी सेबना मेढक पानी सेनिकला बाहर सुखी जगहें धीरे धीरे विकाश हुई नर मांदा जीव जनतु काशी विश्वनाथ मंदिर का जो कुवा ज्ञानवापी हैं वही से शिवपार्वती की उत्पति हुई है उन्ही के हम सभी सारा सनतान हैं पहले समय के खाने पीने को ज्ञान नहीं था भूखें लगी जो मिला उसी से भुख मिटाने लगे हत्या जीवों की धीरे धीरे विकाश हुई किटाणुओं की धरती पर घास फुश अनाज वगैरह क्या जरूरी हैं किसी की जान मारकर उसकी भी आह पिंडा खा रहा है 😢😂इनसानआप के सामने घर परिवार की जानवरों को ही कोई मारे आफत क्या होगा वो शक्ति है जो जीव जनतु से प्रेम करें खाने के लिए नहीं अनाज वगैरह खाएं 🪔🪔🙏🙏🪔ज्यादा कुछ कह नहीं सकते है ❤😂😂🪔🌹🍨🍕🍔👣👌🤝🏻🛞🍎🍎🍊🍋🍉🍅🥦🫑🥝🫐🍇🍓🌽🍲🍜🍔🫕🍱🧄🫘🧉🫖🌰🥛🏹🤼♀️🤼🪂🏇🏻🧘♀️🤽♀️🏄🏻♀️🤹🎯🛞✈️किसीसे यदी हानीं हो तो मारने से दोश नहींहै🙏🙏🙏🙌🙌✈️🛳️🎇🌄⚖️🗝️💥🌈🌞🌝🌺🌸🌻🍁🎄🥀🦜🦜🦚🦚
य तो ब्रामण के कारण मास का भाव बडगया😃😃😃 हर मुसलमान हर कृस्चियन मामसाहार होता हे , बौद्ध मे जो सान्सारिक जीवन मे हे अो भि मामसाहार हि होता हे , हिन्दु मे सब्से कम मास खाने वाले धर्म ,, तुम बोलता हे ब्रामण के कारण मास का भाव बडगया दारू पिकर अाया क्या😅
Jo mansh khayega wahi to shikar krega ..sun ne se hi lg rha kisi janwar ki bat ho rhi h .. agar prove kr skte ho k mansh khaya to kro bate na ghumao. Agar debate krni ho to contact Krna Sara bhram dur kr dunga
@@abhishektyagi8782 agar itna hi tumko confidence hai ki bhram dur kar doge to debate kar lo science journey se kisi din aur bhram dur kar do logo ka,,, individual debate karoge to ek aadmi tak baat jaayegi,,,channel wale se debate karke usko galat sabit karke laakho logo ke mann se bhram dur kar do,,kya khyaal hai?
अगर आप नास्तिक या आस्तिक हैं और आप में इंसानियत है और आप छूत अछूत, गोरा काला, छोटा बड़ा,ऊँच नीच,अमीर ग़रीब andhbakti अंधविश्वास,पाखंड, आतंक,अश्लीलता,व्यभिचार,नंगापन,नाच,गाना,झूठे व हराम एवं पाप कार्यो से बचना व पवित्र रहना चाहते है।दुनिया मे स्वर्ग चाहते है। गोबर, मुत्र,शराब,मुर्दार जैसी अनेक गन्दी व हराम चीजों को खाने पीने से बचना है । तो एक बार जरूर कुरान और मोहम्मद साहब की जीवनी समझ के पढ़ ले आप खुद समझ जायेगे क्या ठीक और क्या गलत!
राम को प्रमेस्वर का हि अंश अबतार बतादिया , उस समय के ऋषि वाल्मीकि जो प्रतक्ष दर्सि भि त्रिकाल भि ,,, वाद मे कबिर ने दोहा कहि थि , अोहि सब यक राम ,, दसरथ पुत्र भि अोहि राम सब के घटघट मे भि अोहि राम , चारो राम यक हि कहाँ था ,, शिव पुराण मे शिव ने माता पार्वति से कहाँ था राम मेरे ईष्ट हे , मै रामनाम हि जपता हु ,, उस समय के त्रिकार दर्सि वाल्मीकि से भि बडे हुई क्या तुम जो राम को राजा अो भि सामान्य 😃😃😃😃 जिस रावण से सारा त्रिलोक डरा उसि रावण को मारने राम अाय,, जो बडा शिव भक्ता था फिर भि राम के हातो बचा नहि ,, किउ कि रावण महादेव को पुजता हे तो महादेव रामण को ,, राम सामान्य मानव नहि बोलकर प्रमाण अनेक हे , फिर भि यक सामान्य मानव कि भाति मानव को उसका धर्म कर्म कर्तब्य बताते गय ,,, गिता मे कृष्ण ने कहाँ था धनुर्धर मे मै राम हु ,, यसे भि जिस्का दिमाग जैसा हे बात अोईसा हि निकलता हे
बहुत से अज्ञानी पंडित शाकाहार और मॉंसाहार पर प्रवचन देकर लोगों पर अपनी अज्ञानता थोपने का प्रयास करते हैं, उनको आईना दिखाने का आपने बहुत अच्छा काम किया है । धन्यवाद🙏💕
समय समय पर परिवर्तन धार्मिक ग्रंथों को बदल दिया है। जैसे बाल्मीकि रामायण को तुलसीदास ने बदल कर राम चरित मानस रच दिया इसी प्रकार लगभग सभी ग्रंथों के बदल दिया है।
राम ने स्वर्ण मृग का शिकार किया था और वो भी सीता के कौतूहल वश कि उसे वह सोने का मृग चाहिए था। खाने के लिए क्या कोई सोने का मृग पकड़ेगा? आप भी बाजार से सोने की मुर्गी खरीद लें तो क्या उसे पका के खायेंगे? तथ्यों को बुद्धिमता पूर्ण भाव से समझिए, सत्य समझ में आ जायेगा। सिर्फ विरोध करने के लिए ही विरोध करना हो तो फिर करते रहिए।हासिल क्या होगा?
@IndianJatboy.500kfir Videsho me jakar Mai Buddha ki dharti se aaya hu kyo kahte hai. Brahmins log Buddhist bankar kyo videsho se chanda late hai ki Bharat Buddha Bhumi hai. Videsho me Sirf buddh chalta hai. Saare bouddh mandiro par kyo kabja kiye ho. Jagannath, Somnath, kedarnath, badrinath mahalaxmi, Tirupathi Balaji Jharkhand ka buddh mandir Maharashtra ke Ek lahradevi Bodhgaya ka Mahabodhi vihar kyo pande bithakar rakhe ho . 12 desho ka raj dharam hai Buddha dhamm. Hindu dharm to ek Bhi Hindu rashtra nahi hai. India me jaha bhi khodoge waha par Budhha hi niklenge ye buddh ki takat. Aur ha . Guptvansh bhi budhhist the. Shak Se lekar sikandar changejkhan sab Buddhist followers the . Bharat me 10 Buddhist rajaone Raj Kiya aur tum Brahmins honge to yuresiya se aaye ho warna yahak sc,st, OBC, minority sab Buddhist hi the.
@IndianJatboy.500kAbe buddhu Nalanda University, taksh shila ye sab Buddhist University's thi yaha Videsho se students padhne aate the. Isliye Bharat ki vishvaguru kahte the. Aur bolega ki Gurukul Abe Gurukul me sirf Rajao ke bete wo hi padhte the wo bhi jyada nahi the. Gurukul ka koi sabut Mila aajtak. Buddhist University's me videsho ke students padhne aate the. Tumhare jaise nahi ki eklavya Kshatriya nahi tha to wuska Angootha mang liya. Esliye tum buddh se nafrat karte ho. Pushya Mitra sungh ne pure bouddho ko mar Diya. Buddha murtiyo ko nasht Kiya esliye Jamin se buddh murtiya nikalti hai to tooti footi nikalti hai. Ye sab tumhare purvajo ne kiya.
Bhai indian army mai jitne bhi pondit hai unmai se 90% nonveg khate hai, hn Rajasthan ke log nonveg kam khate hai baki South and north East ke log beef bhi khub khate hai
@@asahmed2402 beef khane ko to manosmiriti me mna kiya gya hai or sharab ko bhi mna kiya gya hai or ise bahut bada paap kaha gya hai manosmiriti me khane yogye pashuo ka zikr hai usme suar ko khana mna kiya gya hai
अगर आप नास्तिक या आस्तिक हैं और आप में इंसानियत है और आप छूत अछूत, गोरा काला, छोटा बड़ा,ऊँच नीच,अमीर ग़रीब andhbakti अंधविश्वास,पाखंड, आतंक,अश्लीलता,व्यभिचार,नंगापन,नाच,गाना,झूठे व हराम एवं पाप कार्यो से बचना व पवित्र रहना चाहते है।दुनिया मे स्वर्ग चाहते है। गोबर, मुत्र,शराब,मुर्दार जैसी अनेक गन्दी व हराम चीजों को खाने पीने से बचना है । तो एक बार जरूर कुरान और मोहम्मद साहब की जीवनी समझ के पढ़ ले आप खुद समझ जायेगे क्या ठीक और क्या गलत!
"राम ने मांस और मधु का सेवन करना छोड़ दिया है" इसका क्या मतलब है??? इसका मतलब ही यह है कि, राम पहले खाता था और वोभी उनका पसंदिता भोजन था, जब हनुमान सीता से मिला और राम की हालत बयां किया की, राम ने सीता बियोग में अपना पसंदीता भोजन (मांस, मछली, मधु आदि) छोड़ के अब सिर्फ कंद मूल और फल खा रहे है...।।।
नास्तिक होने k फायदे 👇🏻 1. किसी भूत प्रेत भगवान से डर nhi लगता 2.पंचगव्य खाने की मजबूरी जेलनी nhi पड़ती 3. पूजा पाठ कथा प्रवचन में एक चवन्नी भी खर्च nhi होती 4.अपने किए अच्छे काम का क्रेडिट खुद लेती हूं 5. बिल्ली k रास्ते काट जाने पर या घर से बाहर निकलते समय छींक आने पर वापस nhi लौटना पड़ता 6.किसी कार्य की संभावित सफलता k लिए देवी देवता को मक्खन लगाने की जरूरत nhi पड़ती 7.गंदगी और बदबू भरे गंगा जल में नहाने की मजबूरी जेलनी nhi पड़ती 8.नरक में जाने k डर से हर देवीत्थान में सर जुकाने nhi padta 9. कोई भी शुभ कार्य करने से पहले सत्य नारायण की कथा सुनने की अनुमति लेनी nhi पड़ती 10. 11,21,51जैसी शुभ अशुभ संख्या ओ से कुछ लेना देना nhi 😎😎😎
Bhai Hinduwon men har us chiz ki puja karte hain Jes se unko fayda ho Bhai lakin aap NE bahot acha se samjhaya hai Mai= Mohd.ZAID. Quraishi Aap ka bahot bahot sukriya khta Hun Thanks bro
SJ sir u r brilliant bro the way u give the answer with evidence hats off bro u r really amazing...up jaise intellectual logo ki is samaj me bohat jarurat hai...halaki me hindu hu but apka video dekh dekh kr muje ajkal aisa lagta hai ki bharat pehle budhist desh tha 100% nissit hu me
@@mahendrasinhchauhan3951 तेरा भी आखरी साल है बेटा।। क्या क्या बोला ही भगवान के बारेमे माफी मांग लो भगवान से वैसे भीमतो का टाईम खतम हो चुका ही जो पाप कर्म कर रहे ही।।।
विशिष्ठ ऋषि के आश्रम जब राम गये थे तब वशिष्ठ राम को पीछे बंधे पशुओं में अंगुली बताकर बताया कि हे दशरथनन्दन यह बछड़े की बिरीयानी कैसी रहेगी ? मतलब राम मांसाहारी थे ।
Sj sirji aapko salute hai Jay mahamanav vishwaratna Baba Sahab Mahatma fule sahuji Maharaj birsa Munda kumram bhimu Periyar ev ramaswami nayker lalai Singh yadaw namo buddhay Jay badadevay Jay Johar Jay Bharat
बाल्मीकि रामायण तो पुराना ही है थोड़ी कोई नया है वह तो तुलसी दास का लिखा हुआ नया क्या तुम पागल वाले बात करते हो जो तुम मिलावट की बात करते हो वह तो मोदी जी ने तो इस किताब को सम्मानित किया है😂😂😂😂😂
@@pintusuryavanshi9658 यही कारण है कि आज तक तनातनी धर्म में एक ऐसा विद्वान उत्पन्न नही हो सका अरबी खरबों रुपया सरकारी खर्च होने के बाद भी एक विद्वान स्वयं हिंदू सत्ता निर्माण न कर सकी जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुक्त डिबेट कर सके धर्मग्रंथों पर।
@@myfirstvlog2251 अगर ऐसा है तो जो सबसे पुरानी लिखी पुस्तक है ग्रंथों की वो उपलब्ध करवाई जाएं या किसी पुस्तकालय में उसको रखा जाए ताकि लोग पढ़ सकें और नई वाली से उसका मिलान करके सत्यता की जांच कर सकें
1823 में भारत के अंग्रेजो दुआरा ग्रंथों में मिलावट की गई थी । पहले धर्म भ्रष्ट करो फिर राज करो । जिस से भारत के लोग जीवन भर लड़ते रहे जो अभी भी लड़ रहे है