राणाजी में छत्रपति संभाजीनगर से हु यहापार ये जो टमाटर के स्टॉल लगे हुए हे ये लोग टमाटर की पेमेंट नगद नही कराते हे किसान की तीन या चार तुड़ाई के बाद पेमेंट होता है तो कई बार क्या होता हे ये लोग घाटे में चले गए तो अपना बोरिया बिस्तर उठा के चले जाते हे तो इसमें कोई किसान ऐसे फस जाता हे जिसकी में तुड़ाई ही ये लोग लेकर भाग जाते हे