Sir aek 30Ah ki betri inverter par lgi he or wo discharge hojati he to kiya hum or aek betri (65Ah) jo full charge he parallel kar ke laga shkte he shirf lod chala ne ke liye ya fir aek betri hta ni pade gi matlb ki charge aur discharge alag alag AH ki betri ko Ham parallel Mein connect kar sakte hain🤔
Sir converter ya inverter me se battery backup kiska zyada milta hai mujhe bas led light aur phone charging ka use hai please answer Mai aapki sari video dekhta hu aap bohot hard working ho
Mohit bhai home mede scurbeb inverter banaya hai output me kon sa cepestor lagay ki led tv kharab na ho koi dewas chalane par kharab na ho output me sinbeb ke tarah kese milegi ple reply
Homre pass cd player ka transformer hai usme alag alag volteg dikhta hai ,11.4v,11.2v, 3.2v, 18.0v , voltage ka is se kya transformer me pcb me wiring kaise kore sir replay please,pm 6: 25 m
हाँ चलेगा पर मदर बोर्ड 12 बोल्ट का मिलता है। सो मदर बोर्ड में 1 , 7012 रेगुलेटर ic यूज कर मदर बोर्ड को 12 वोल्ट दो बाकी ट्रांसफॉर्मर को नॉर्मल जैसे कनेक्शन करते हैं कर दो
ट्रांसफॉर्मर का पैरामीटर समान होना चाहिए, ट्रांसफॉर्मर का पोलेरिटी समान होना चाहिए तो काम करेगा। ओर अगर पोलेरिटी उल्टा होगा तो ट्रांसफॉर्मर आपस मे लोड बन जाएगा। ट्रांसफॉर्मर के पैरेलल ओप्रेसन पढो, उनके सर्त समझो ओर कनेक्शन करो
होगी, यदि ट्रांसफार्मर में 140 वोल्ट की टैपिंग होगी। नही है टैपिंग तो निकाल लो और 1 रिले के माध्यम से उस ताइपिंग में थायरिस्टर फैन रेगुलेटर को सीरीज में रखते हुए जोड़ दो। चार्जिंग करंट रेगुलेटर से कंट्रोल होगा।
4.1 out of 5 stars 15 Reviews ERH INDIA 200 Watt Inverter Motherboard Circuit 200W Inverter Circuit 45% off kosha pcb homre liye acha hai best sir , message Ripley ans 🤔 (,Rs 145,,100 watt ka pcb acha hai ya)Rs, 250(220 watt pcb acha hai sir,,,,)
बैटरी पीई नही जाती। बात रही बैकप की तो led का पावर 10 वाट है तो इंकैडस्केंट लैंप 100 वाट का होता है। जिसमे 10 led बल्ब ग्लो हो जाएगा 1 इंकैंडिसकेंट बल्ब मद।
Bhaiya mere same yhi converter 200watt k h pr phle shi chalta tha but ab current bahut km nikal rha 2led bulb tk nhi jla pa rha kaise thik karenge plz....
कनवर्टर का ट्रांसफॉर्मर हाई फ्रीक्वेंसी पर चलता है। हाई फ्रिक्वेंसी पर इन्सुलेशन ब्रेकडाउन आसानी से होता है। सो ट्रांसफॉर्मर आपका खराब हो गया। बेहतर हो कि उसका कम्प्लीट मदर बोर्ड बदल दीजिये।
आप ने जो inverter बनाया है उसे sine wave kaise बनाये plz बताये, आपने जो inverter बनाया है उससे लैपटॉप चार्ज करने मे प्रॉब्लम होगी क्योंकि वो sqaure wave है plz बताये
लैपटॉप चार्जर dc कन्वर्ट कर लेता है तो प्रॉब्लम नही होगा। साइन वेव जेनेरेट नही किया जा सकता, ट्राएंगल वेव जेनेरेट होता है जिसे मार्केट में साइन वेव के नाम पर बेचा जा रहा है। साइन वेव माइक्रो कंट्रोलर के जरिये जेनेरेट होता है। और उस सर्किट का स्टार्टिंग प्राइस 6 हजार है। उस से सस्ता नही मिलता। क्यों कि माइक्रो कंट्रोलर ic का रेट ही हजार के आस पास है।
किसी भी कॉइल रिलेटेड डिवाइस का लाइफ5 साल होता है। 5 साल के बाद कॉइल का इन्सुलेशन कमजोर होने लगता है और इफिसिएंसी कम होने लगती है। तो सेकेंड हैंड सामान खरीदने से पहले उतना जानकारी होना चाहिए कि डिवाइस का लाइफ स्पेन कितना बच रहा है।
बैटरी चार्जिंग रेट उसके रेटेड कैपेसिटी का आधा होता है। जैसे कि 2100 वाट का इन्वर्टर है 24 volt का तो ओ 1000वाट चार्जिंग पावर देगा। अगर 24 volt की बैटरी लगती है तो 1000÷24= 41 ampir मैक्स करंट देगा। पर पिक करंट यूज नही करते, सेमीकंडक्टर के सेफ्टी के लिए करंट को कम कर दिया जाता है। तो 30 एम्पियर लिया जा सकता है। 30 एम्पियर के रेट से 4 घण्टे में 120 एम्पियर करंट डिलीवर करेगा। तो 120 एम्पियर के 2 बैटरी लगाया जा सकता है 12 वोल्ट के सीरीज में। इस से बड़ी बैटरी भी लगेगा पर चार्जिंग टाइम बढ़ेगा। और dip डिस्चार्ज होने पर रिचार्ज करने में परेसानी हो सकती है
लैपटॉप , लैपटॉप में चलता है, कनवर्टर में चलता तो लैपटॉप की जगह कनवर्टर बिकता बाजार में। कनवर्टर सर्ज ज्यादा किरियेट करता है। ये ध्यान रखिये गा की चार्जर उसको हैंडल करेगा या नही।
बन सकता है और बनेगा में फर्क होता है। बन सकना मतलब असम्भव है है कुछ दुनियां में। ओर बनेगा मतलब कम खर्च में बनाना है। दोनो किट आते हैं मार्केट में सेंटर टैप ओर 2 टर्मिनल के लिए भी। सेंटर टैप न सर्किट सस्ता होता है ब्रिज सर्किट की तुलना में।
हाँ होगी। क्यों कि तुम स्टेप डाउन ट्रांसफॉर्मर यूज कर लिए। स्टेप उप ओर स्टेप डाउन में आकाश जमीन का अंतर होता है। ट्रांसफॉर्मर की प्राइमरी वाइंडिंग की इम्पीडेन्स ज्यादा रखी जाती है जिस से की नो लोड पावर लोस्स कम हो और सेकंडरी की कम रखी जाती है ताकि वोल्टेज ड्राप कम हो। स्टेप उप अगर बनाओगे तो इम्पीडेन्स कम वाली कॉइल यूज करोगे जिस से की नो लोड करंट ही इतना ज्यादा रहेगा कि उस पर 50% भी लोड नही दे पाओगे।
@@MohitSagar RPS कॉलेज है और उसके स्कूल भी है। मेरे कुछ सीनियर थे उसी कॉलेज के स्टूडेंट। उनके फैकेल्टी ट्रांसफ़र्मर लगा कर ac से dc बनाना सीखा रहे थे और dc तो नही बना पर ट्रांसफार्मर फूक दिए। ये कॉलेज दानापुर पटना में है।
एक बात पूछनी थी कि अगर किसी कनवर्टर को बिना कोई लोड चलाये केवल ऑन रखा जाए तो वो बैट्री को डाउन करेगा या नही, अगर बैट्री कन्ज्यूम करेगा तो कितना एम्पियर करेगा.? और साथ ही 24 hrs कनवर्टर को ऑन रखने से उसमें कोई खराबी भी आ सकती है क्या.? यही मेरा पश्न है।
Dhiraj ji, Iska reply to maine aapko diya tha, ki Inverter no load pr, 1 amp se kum current leta hai, aur ye battery ko tab down krega, jab aap isko, 8-10 hours se jyada, der battery se on rkhenge, aisa krne se Inverter kharaab nhin hoga,
आपका ये rply मुझे मिला है क्योंकि आप पर और आपके ज्ञान पर बहोत भरोसा है इसलिए पूछते रहते हैं आपके वीडियो देख देख कर....! एक सवाल और कि अगर हम 12 बोल्ट बैट्री पे इन्वर्टर की जगह कन्वर्टर को नो लोड पर 24 hrs ऑन रखें तो उसका क्या प्रभाव होगा.?
सोलर पैनल में 1 बुक्क कनवर्टर डालो जिस से की आउटपुट सोलर का स्टेबल हो जाय , उसके आगे इन्वर्टर डालो। ध्यान रहे बुक कनवर्टर का करंट इन्वर्टर के करंट जे डेढ़ गुना हो।