ये सिक्के खुदाई में मिले है ।
आहत सिक्के पर प्रतीक चिहन भी थे ।
सिक्के राजाओं ने जारी किए थे ।
शासको की प्रतिमा तथा नाम के साथ सबसे पहले सिक्के यूनानी शासको ने जारी किए हैं।
सोने का सिक्के सर्वप्रथम कुषाण राजाओ ने जारी किए थे ।
मूल्यांकन वस्तु के विनिमय में सोने के सिक्के का प्रयोग किया गया था ।
दक्षिण भारत में बड़ी तादात में रोमन सिक्के मिले है।
सोने के सबसे आकर्षक सिक्के गुप्त शासको ने जारी किए हैं ।
अभिलेखों की साथ्य सीमा :-
हल्के ढंग से उत्कीर्ण अक्षर : कुछ अभिलेखों में अक्षर हल्के ढंग से उत्तीर्ण किए गए हैं जिनसे इन्हें पढ़ना बहुत मुश्किल होता है ।
कुछ अभिलेखों के अक्षर लुप्त : कुछ अभिलेख नष्ट हो गए हैं और कुछ अभिलेखों के अक्षर लुप्त भी हो चुके हैं जिनकी वजह से इन्हें पढ़ पाना बहुत मुश्किल होता है ।
वास्तविक अर्थ समझने में कठिनाई : कुछ अभिलेखों में शब्दों के वास्तविक अर्थ को समझ पाना पूर्ण रूप से संभव नहीं होता जिसके वजह कठिनाई उत्पन्न होती है ।
अभिलेखों में दैनिक जीवन के कार्य लिखे हुए नहीं होते हैं : अभिलेखों में केवल राजा महाराजा की तथा मुख्य बातें लिखी हुई होती है जिनसे हमें दैनिक जीवन में आम लोगों के बारे में दैनिक कामों के बारे में पता नहीं चलता है।
अभिलेख बनवाने वाले के विचार : अभिलेख को देखकर यह पता चलता है कि जिसने अभिलेख बनवाया है इसका विचार किस प्रकार से हैं उसके बारे में हमें जानकारी प्राप्त होती है ।
9 окт 2024