1857 की क्रान्ति के बाद इस राजा के फैसले से चौंक गये थे हिन्दू || Arya Samaj
राव युधिष्ठिर सिंह राव तुलाराम के पुत्र एवं रेवाड़ी के शासक थे। राव युधिष्ठिर का जन्म १८५७ के स्वतंत्रता संग्राम के समय हुआ था। जब वे लगभग २ माह के ही थे तभी रेवाड़ी राजपरिवर १८५७ के युद्ध में अंग्रेजों से लड़ रहा था। पिता महराज ने नन्हे बालक को ठिकाणा मलसेसर के सरदार राव दुल्हे सिंह की देख रेख में भिजवा दिया। जब नसीबपुर के युद्ध की घोषणा हुई तब बालक युधिष्ठिर सिंह, ठिकाणा बिहाली स्थित अपने नानाजी के यहां लाए गए थे। दुर्भाग्य से इस युद्ध में रेवाड़ी सेना की पराजय हुई अंग्रेज़ों ने रेवाड़ी राजवंश की सभी संपत्ति को कुर्क करना शुरू कर दिया गया।
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26 сен 2024