@@vinodeducationportal ऐसा नहीं है कि फील नहीं कर सकते कर सकते हैं बशर्ते ये समझने की जरूरत है जो तन मेरा है वैसा ही तन सामने वाले का है जो जीव आत्मा मेरे अंदर निवास करता है वहीं जीव आत्मा सब के अंदर निवास करता है तब वह हर दुःख सुख को फील कर सकता है चाहे वह लाखों साल पुराना ही क्यों ना हो
@@manojkumarkandpal7323 beta tujhe Mai kuch baat Bata raha hun likh lena kahi ..... Muslim abhi bhout mare jayenge ...Puri duniya Mai muslim kam ho jayenge . .. Kyuki muslim koum hamesha kaam hokar jeete hai beta ... & Muslim jab talwar uthate hai to ...history padhle beta ....
@@karansinghrao5182 dekho bhai. Jisne manga tha wo pak chale gaye .. Usme na hindu ka faida hua na muslim ka .. Faida Hua to bass hindu maha sangathan and muslim mahasangathan ke netao ka .. Aam aadmi ka to bass nuksan hi hua h
मेरे father साहब बताते हैं कि उनके बापू जी, यानि कि मेरे दादा जी, हमारे और आस-पास के कई गाँवों के जैलदार या मुख प्रधान (मुख्य प्रधान) थे। हमारे गाँव में ज्यादातर हम सिख और बाकी सब हिन्दू रहते थे। पर अस-पास के गाँव मुस्लिम बहुल थे। सिख, हिन्दू, मुस्लिम सब दादा जी की बहुत ज्यादा इज़्ज़त करते थे और उनके हर फैंसले को आदर-सत्कार के साथ मानते थे। 1947 की मारकाट के समय father साहब की उम्र कुछ 8-10 साल होगी। फादर साहब बताते हैं कि, उन दिनों (मेरे) दादा जी ने उन सभी मुस्लिमों को रोकने की बहुत कोशिश की, प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ meetings करके उन सब मुस्लिम परिवारों को रोकने के इतने प्रयास किये, कि कभी-कभी दादा जी घोड़ी पर एक दिन में 100 किलोमीटर तक का सफर करते थे और पूरा-पूरा दिन सिर्फ पानी और भुने हुए छोले गुड़ के साथ खाकर गुजारा करते थे। लेकिन जब मारकाट या लड़ाइयों की खबरें बहुत ज्यादा आने लगी तो कुछ मुस्लिम दादाजी के पास आए, और आकर हाथ जोड़कर पाकिस्तान जाने की अनुमति लेने लगे, वो बेचारे रोते हुए, छोटे बच्चों, बुजुर्गों का वास्ता देने लगे। दादा जी ने उन्हें बहुत समझने की कोशिश करी, पुलिस वालों को घर बुलाकर, उनके सामने गाँवों में पुलिस तैनात करवा कर उनकी रक्षा करने का भी खुद पुलिस अधिकारियों के द्वारा वादा करवाया। लेकिन उस वक़्त के माहौल चलते उन सभी मुस्लिम सरपंचों ने हाथ जोड़कर एक सुर में यहाँ रहने से मना कर दिया। तो दादा जी ने मुसलमानों से मीटिंग करी और सभी मुस्लिम पुरुषों को दस्तार सजाने (पंजाबी पग्ग/पगड़ी बंधवाने) को कहा और महिलाओं को पंजाबी attire में रात वाली ट्रेन से निकलने का प्लान तैयार किया। फिर दादा जी ने गाँव के सारे सिखों, हिन्दुओं को इकट्ठा करके स्टेशन तक मुस्लिमों का सारा सामान और हर सदस्य को पुलिस बल की देखरेख में हर एक को अटारी तक सुरक्षित पहुंचाया। जिसमें अटारी तक दादा जी, 9 सिपाही, 1 चौंकी इंचार्ज और 15-20 गाँव के लोग भी उनके साथ गए थे। वो मुस्लिम उनके पशु, और बड़ा समान नहीं ले जा पाए, तो दादा जी ने बदले में हमारी हैसियत के मुताबिक कुछ-कुछ पैसे बड़ी मुश्किल से उन सभी परिवारों को दिए थे, जोकि वो लेना नहीं चाहते थे। Father साहब बताते हैं कि, घर आने पर उन्होंने सभी गाँव वालों, और पुलिस वालों को धन्यवाद करने के लिए मुस्लिमों के पशुओं और बड़े समान को उनमें बांट दिया। father साहब कहते हैं कि उसके कुछ सालों बाद ही दादा जी अकाल चलाणा (देह त्याग) कर गए थे। लेकिन जब तक जिन्दा रहे तब तक कभी-कभी भावुक (emotional) हो कर आँखों में आँसू ले आते थे। मैं तो दादा-दादी जी को नहीं देख पाया, लेकिन बापू जी से जब भी उनके बारे में सुनता हूँ तो खुद पर proud feel होता है। I love my Bebe-Baapu ji (Mata ji-Father sahab) I love my Superhero Dada ji & Dadi ji... वाहेगुरू जी किरपा करें। 🙏🏻 सरबत्त दा भला 🙏🏻 रब्ब राखा 🙏🏻 धन्यवाद 🙏🏻
My dadi, Dadaji, Nani, Nanji came to India in 1947.....I grew up listening to stories of Multan, Islamabad n Sindh......Irony of Partition....Lahore is just 80kms from Amritsar wherein Ghaziabad is 100kms away from Muzaffarnagar in UP.......what a creepy decision of India's Division
आपने बहुत बड़ा काम किया जो इस घटना को इस बुज़ुर्ग से सुन के रेकॉर्ड कर लिया जो सही इतिहास जानने के लिए अनमोल धरोहर रहेगा, जो घटना हुई सो हुई दुःखद है पर इस बुजुर्ग के बाद बताने वाला कोई नहीं होता। और ये जान के बड़ा दुःख हुआ के मुसलमानों के गांव को तोड़ने के लिए भारतीय फ़ोर्स या पुलिस ने दंगाइयों के साथ मिल के क़त्लेआम किया और एक बच्चे तक को भी नहीं छोड़ा।
@@aashishsharma4737 dono taraf ki ghatnao mein farq hai, wahan ke hindu bhai bharat aana chahte the aur yahan ke musalman Bharat se jaana nahi chahte the, public ka reaction us waqt jo bhi raha ho, lekin hamari mahan sena ke liye ye shobha nahin deta ke nirdosh longon ko maare chahe kisi bhi dharm ke hon. Ghatna dukhad thi aur hamesha rahegi.
हमारे दादा जी ने भी ऐसा ही बताया था हम भी उसी समय के आए हुए है उत्तर प्रदेश में लेकिन फिर भी मेरे दादा जी पाकिस्तान नहीं गए उन्होंने कहा था जिएंगे भी यही मारेंगे भी यही जय हिन्द जय भारत 🙏🙏🙏
@@dharmrajyadav1362 agar mai tumhe bolu india se bhar jao toh kya tum apna desh chor doge. Humare liye toh india hi hai. Aur yahi hamara desh hai tum ja skate ho yha se
यह बहुत ही दुखद घटनाएं थी। चाहे हिन्दू मरे, चाहे मुस्लिम मरे । इन्सानियत का कत्ल हुआ यह लोग पता नहीं कैसे ऐसी घटनाओं को कर लेते हैं। ऊपर वाला ऐसे लोगों को बुद्धि दे।
Aaj Bhi desh Mey chhote chhote dangey hot hein unmey Bhi police or Sena Hindu community ka saath deti hey jis sey Muslim kamzor pad jata hey warna toh Muslim ko maarna aasaan Nahi hey Khair Jo Bhi hey ladaee jhagda danga achha Nahi Hota hey ham Indian hein or ham sab Mey pyar mohabbat hona Chahiye desh ki tarrakki ki sochna Chahiye qk danga maar kaat sey Kisi Ka bhla Nahi Hota ekta sey pyar mohabbat sey rehna Chahiye j bharat
@@manojkumarkandpal7323 hindustan mei bhi hua aisa Muslims k sath shyed apko he nahi pta, kalka haryana mei bhi khoon ki ndiya bhayi muslims ko kata yha ek bude uncle ne btaya tha . Gujrat ka godra kand shyed apko maloom nahi apke modi ne kya kerwaya😢
मेरी दादा जी उम्र उस समय 17 साल की थी और मेरे दादा जी की दादी का क़तल कर दिया गया था मेरा दादा का चाचा अपने परिवार समेत पाकिस्तान चला गया हो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट जिले की नरवाल तहसील के चकराली गाव में रहते हैं है मेरा पर दादा जी अपनी बीवी और अपने 2 बेटी और एक बेटा यानी मेरा दादा जी के साथ जान बचाने के लिए हरियाणा मेवात में छुपे बाद में इंडिया रुकने का फैसला किया जब महात्मा गांधी जी मेवात आय थे
Angrej jate jate bhi batwara kar ke chod gye ladte rho..ese ye pagal the jinhone batwara karya aajadi se jada pyaara hogya tha kya batwara.. angrej jab is desh me aaye to unhone ladayi karyai to raaj kiya tab bhi samjh nhi aaya logo ko
दादाजी आप को सलाम हे....उष वक़्त मुस्लिम हिन्दू और सिख हर कोई मुस्किल मे थे ...उस व्क़्त मुस्लमान भी मरे गए और हिन्दू भी और सिख भी मरे गये।उस व्क़्त नेता ओ ने समज दारि से कां लिया होता..तो ये सब नही होता.अंग्रेजो को सब ने मिलके भगया पर ये जो हुवा बहोत गलत हुवा।हमरे नेता ओ मे ही तुतू ममे सुरु होगायी थी तो किया आम प्ब्लीक़ का सोच ते।हर कोम ने अपना कुछ ना कुछ खोया हे।🥺🥺अंग्रेज तो चले गये। लेकिन हम टुकड़ो मे बट गये।
Sach. Me bhai bht Bura kalank ka Bharat ka .. mare to bht log jjo hindu b thhe Muslim b the lknn Raaj. Kiya to srf rajniti k log wah re insaann kitnna girega kab tak girta jjayega.
Hamari dadi buzurg raksheda ujadne ki sab baaten batati thi is ladai me musalman aur sikho ko sabse adhik jaan maal ka nuksan hua aisa na ho sab pyar se rahe
Good location of place old building make movie beautiful and lead to old time memory. Photographer , reporter and two oldman making video beautiful...... Big Salute.. Sir... Kya bat hai
Is video ko dekhkar ek baat to acche se samajh me agai hai agar prashasan dange karne wale logo ka sath na de to hindu musalman ka or musalman hindu ka kuch nahi bigad sakta dange to hamesha neta or prashasan milkar karvate hai...🙏
मुस्लिम धर्म नहीं मजहब है। अल्लाह, लल्लाह,मोहम्मद, ईशू राम रहीम, आसाराम, रामपाल, सब एक जैसे ही हैं। इनका एक ही काम था लोगों को धर्म से दूर ले जाना और अपने स्वाद पूरे करना। धर्म केवल एक है वो है सनातन हिंदू धर्म जिसका न आदि है ना अंत है।
Puranay Bujurag bahut kam melengay jenohnay 1947 ka markat dekha ho Shri Baru Ram ji ko sabkuch yaad hai 90 saal ke Umar honay par bhe Bhai enko Namaskar hai Parmatama enki lambi age karay thanks mai K S Jaswal from HP
एक लाख हिन्दू वेस्ट बंगाल को छोड़कर आसाम भाग गए । उनकी भी चर्चा जरूर करो । जल्दी ही सारे काफ़िर काटे जाएंगे । भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनना ही बनना है।
गनौर में सबसे बड़ा हता( बुचड़काना) हुआ करता था ।। उसका गेट मेरे ताऊ के नाना ने तोड़ा था। बहुत बड़ा गेट था तब गनौर मूसलमानो का गढ़ हुआ करता था।। वहा पुलिस अधिकारी भी डरते थे जाने से ऐसा गढ़ था ।।
@@narenderbansal6300 tum jaise logon ki wajah us waqt bhi huwa tha danga abhi jo ho rha hai wo tum jaise logon ki wajah se hindu kre to thik kiya hindu hai musalman kre to are ye saale dangai hai jihadi hai
Mohammad ne quresh qabile waalon ko insaanyat ka hawaala de kar hi maara tha .. aur ek raat mein 100 oont bhi kaate the.. us arbi bachhichod ko apna baap maan na band kar be Lavde
@@divakarsingh9479 हमें पता है किसने की होंगी सूरूआत आए दिन न्यूज आती रहती है कभी किसी मुस्लमान की गाय कै नाम पर हत्या कभी किसी दलित की मूंछ रखने पर हत्या अगर कोई दलित अपनी सादी मैं घोड़ी पर चढ़ जाये तो उसकी हत्या अगर कोई दलित बच्चा स्कूल में नल सै पानी पीले तो उसकी हत्या यै सब चिजे देखने सै पता लगता है सूरूआत किसने की होंगी
I read and listened love and peace in all religions but followers do not show or practice these when it comes to them. "लमहो ने खता की सदियो ने सजा पाई" Ex Army 🇮🇳
हमारा पुरा गाव रागडो का हमारे गाव मे जमीदार लोग है सुककन खान प्रधान 84 गाव का जमीदार था 1000 बिगे जमिन हरिजनो को दे दी और 500 बीगे जमिन फकिरो दे दी और जमिन जाट को दे दी
@@satyamdatta7428 to kisne khya s ke manai kuchh nyi baat kri s,tera prsan e galat s 😂😂,ar itna gyani mhatma pakkai s to phlya bhi adai e tha tu btayi kyu kon
जितना बुरा हाल मुसलमान जाति का हुआ है उतना किसी का नहीं हुआ आज भी मुसलमान लोग जुल्मो सितम में गिरे हुए हैं लेकिन फिर भी मुसलमान सच्चाई और ईमान पर बने हुए हैं मुसलमान का मतलब है अच्छाई वह सच्चाई खुदा पे यकीन रखने वाले हर हाल में
आप मुस्लिम भाई हो इसीलिए जज्बात एक तरफा मुस्लिम के पक्ष मे बोल रहे है जो हल्का औऱ असत्य है आज यूरोप, चीन ,भारत ,कनाडा ,ऑस्ट्रेलिया व,फ्रांस सब जगह मुस्लिम झगड़ो मे बदनाम क्यो है ???
Musalman agar shanti priye com thi tou batwara kyu mangte..jinnah tou hinduo k sath rehna hee nahi chahte the kaafir bolte h muslims unk sath jhut bolo makkari karo sab maaf hai muslims mein
असलम भाई हिंदुओंने कभी किसी को नहीं सताया। उसी का परिणाम है कि आज देश के तीन टुकड़े हो चुके हैं। और जो बचे हुए भारत के मुसलमान हैं उनको नया पाकिस्तान चाहिए। इसलिए अब हमने सेकुलर की परिभाषा को छोड़ दिया है। जो श्री राम का नहीं वह किसी काम का नहीं। यह इस देश में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को जान लेना चाहिए। जय हिंद जय सनातन
पूरी दुनिया में इस्लाम को मानने वालों का एक ही एजेंडा चल रहा है। जब तक पूरी दुनिया में इस्लाम का परचम नहीं लहराएगा तब तक इस्लाम को मानने वाले ऐसे ही आतंकवादी बनते रहेंगे। और आतंकवादी घटनाएं घटती रहेगी। और इस्लाम का मुख्य एजेंडा है गजवा ए हिंद। जब तक पूरी दुनिया के मुसलमान भारत में अपना झंडा नहीं गाड़ देंगे तब तक उनका उद्देश्य पूरा नहीं होगा। लेकिन मैं बता दूं जब तक राष्ट्रवाद जिंदा है और हमारे दिलों में सनातन जिंदा है। तब तक हम इस्लाम के मंसूबों को कामयाब भी नहीं होने देंगे और उनको हर कदम पर नेस्तनाबूद कर देंगे। हमने देश की सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी, योगी जी और अमित शाह को इसी काम के लिए चुना है ताकि जो भेड़ की खाल में भेड़िया छुपे हुए हैं शांति दूत बनकर। उनको नाली के कीड़े की तरह बाहर निकाल पूरी दुनिया में एक्सपोज करना है और उनको खत्म करना है।। जय हिंद वंदे मातरम जय सनातन
hum toa kafir hai,inshan toa mushalman hi hai,🤑🤑🤑jannat ki tickets par sirf mushalmano ka haq hai,tum sab inshan Bharat chod kar madina chale jao,apne inshano, aur Allah ke ghar,Jay hind.