रोटी को तरसते हैं तो केवल और केवल गरीब लोग, चाहे वो उस तरफ हों या इस तरफ,, भारत में ही सभी लोग कोई सरकारी नौकरियों में नही हैं समझे भाई बटवारे के समय दोनों तरफ के हजारों की संख्या में निर्दोष मारे गए थे। दोनों ओर के लोगों ने अपनों को खोया था,, मेरे अपने दादा जी लाशों पर से बैलगाडियां निकाल कर आए थे, बड़ा दुःख भरा माहौल था। मेरे दादा जी बटवारे के बाद फिरोजपुर जिले के जलालावाद में रुके थे यही हमारा पुराना गांव है 1 बार मैं अपने दादा जी के गांव में होकर आया हूं। मेरे दादा जी अपनी अंतिम यात्रा पूर्ण कर भगवान के चरणों में जा विराजे हैं।
किसी को जल्दी से प्रधानमन्त्री बनना था, इसलिये करोड़ों भारतीयों को भयंकर त्रासदी में झोंक दिया... और दूसरे साहब ने सदैव क्रान्तिकारियों का अपमान किया, अँग्रेजों ने कभी साहब को एक डण्डा भी नहीं मारा (स्वयं सोचिये क्यों)... . . लाखों बलिदान हुआ, तब देश स्वतन्त्र हुआ है।
बहुत ही मार्मिक दृश्य रहा होगा कितने परिवार उजड़े होगे बहन बेटियो की इज्जत से खेला गया होगा कोई बच्चा अपने मां बाप से बिछड़ गया होगा कितना सर्वनाश हुआ होगा किसके कारण 😢 सोचने वाली बात है क्या आगे भी ऐसा हो सकता है अगर हां तो फिर संभल जाइए अभी से सोच लो क्या होना चाहिए 👍
बीस लाख लोग बिना किसी वजह के आपस में लड़कर मारे गए, करोड़ों लोग बेघर हो गए। और गाते हैं साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल, दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल। वाह रे नेताओं
सता लालच और अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए निर्दोष लोगों की बेहर्मी से हत्या करने वालो में कुछ नर्क जा चुके है और बचे हुए और जल्दी ही जाने वाले है भारत माता के टुकड़े करने वाले कभी सुखी नही रहेंगे
Yaad to Muslims ko bhi rakhna chahiye unke sath bhi kum nahi hua tha idhar aur jo ab ho rha hai wo to sabhi ko yaad hai aur poori duniya dekh bhi rahi hai
उस वक्त के नेता लीडर अंग्रेजों के पास छोटे बड़े पदों पर काम करने वाले उनके (तलवे चाटने वाले) बड़े छोटे चमचे थे जिनके बाप दादाओं ने भी भारत को गुलाम बनाने में पूरी भूमिका निभाई थी ये उसी का परिणाम था 👈✍️
Are tum rajput hee to saare barbaadi kee jad ho 1000 saal pehle tum hee logo kaa to raaj tha maharaja prithvi raj chauhan se lekar sawai mansingh gaytri devi tum sab apne ayasi or Igo ke liye aapas mai hee ek doosre se ladte rahe or uski saza hum vaishay ko bhugatni padi.
@@BhuvanKhandelwal janta hun vaishay vyapari (buiznesman) angrez bhi vyapar krne aye the bhart mein jo hameshan fayda aur nuksan ke bare mein sochte hein angrez chale gaye onki soch (kuch log)yahan reh gaye onki yahi niti thi foot dalo raj kro jb desh ki baat ho to jativaad ko aage kar do 👈✍️
यह सब हुआ सिर्फ अपना फायदा सोचने वालो के कारण अन्यथा एक हिंदुस्तान के दो टुकड़े नहीं होते। सही कहा हे किसी ने राजनीति बहुत ही बुरी चीज है जिससे बुरी कोई अन्य चीज हो ही नही सकती।
ये गाना जिसने बनाया ओर जो लोग 15, अगस्त ओर 26, जनवरी में गाते हैं (साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल!!लेली अंग्रेजों से आजादी बिना खड्ग बिना ढाल!!(अगर बिना खड्ग बिना ढाल आजादी मिल गयी गांधी को (कम से कम लाखों लोगों को फांसी दे दी गई ओर उन वीरगति प्राप्त वीरों को श्रद्धांजलि नहीं दी जाती (श्रध्दांजली दी जाती है ऐयाश गांधी को (कैसे सोच के मनुष्य हैं मस्तिष्क से सोचो वीरगति को प्राप्त कोन हुए (ओर श्रेय किसे दिया जाता है,!!
Yeh sach hai divide and rule angrezo ki chaal thee. Desh k tukde toh hone hi the kyu ki 800 years se majority ko zabardsti shasit rakha gya. Unme swashasan ki prabal ichcha thee aur minority k log shasan kiye the isliye unki desire thee ki woh wapas raaj kare. Isliye angrez kaamyab hue
जो नेता लोग इन घटनाओ के जिम्मेदार थे उन लोगो ने भारत पर राज किया अगर यह घोषणा की जाती कि भारत 15 .07.1947 नही दो माह बाद 15.09.47 को अजाद होगा ओर लोग दो माह तक अराम से दोनो तरफ चले जाए 😢
1947 me hi jab desh alag bna diye gye the dharm ke adhar par to hindu or muslim ko bhi bilkul alag alag kr dena chahiye tha chahe kitne bhi saal ka time lagta .
True, unforgettable, incredible, unbelievable story of 1947 told by our respected senior citizen of India _salute to your performance even at this age of 80
सर उस समय इस गाडी का जो ड्राइवर था, उस की इच्छा के अनुसार उसको ईनाम के तौर पर गाडी का इंजन दिया गया था, इस के बारे में भी बाबू जी से जानकारी के लिए इंटरव्यू किया जाऐ। 🙏🙏
गार्ड साब आप कौन से स्टेशन पर पोस्टेड थे। मेरे फादर क्वेटा Quetta रेलवे स्टेशन पर पोस्टेड थे और फिर 1947 में उन्होंने न्यू दिल्ली स्टेशन पर ड्यूटी ज्वाइन की और 1956 में रिटायर हुए।
कोई कहे हमारा राम बड़ा है, कोई कहे खुदाई रे! कोई कहे ईसा मसी बड़ा है, ये बाटा रहे लगाई रे!! जीव हमारी जाती है, मानव धर्म हमारा! हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नही कोई न्यारा (seperate)!!
Madam..me ne aapki movie dekhi first day ...jab mene teaser dekha aapka toh me bahot he wait kar Raha tha trailer & movie release ka..aapka kam aur tiwari ji ka kam ne hame bhauk kar diya ...jab movie me last me aapko goli lagti hai toh muh se apne AAP aaya shitttt ab kya hogga kon bachayega un log ko?...par twist bhi acchha tha bahot he Shan dar movie hai aur baki sabse alag aur hatke hai ..Haa aur vande veeram song ne rula diya...aise movie aur aap leke aao hamara support as an audience aapko hamesha milega. Jay shree ram vande mataram 🙏☺️
Udhar se agar train ayi thi to idhar se bhi bhari hui trains udhar gayi thi aur ye sab kuchh Punjab mein hi hua tha aur Bengal mein bhi hua tha magar Punjab se kam hua tha baki India mein to kuchh hua hi nahi to unko kya malum partition ka dard.ye to hum Punjab ke log hi jaante hain kya kya kuchh hua tha