#2024_Ayodhya_Ram_Mandir || New Ram Bhajan || Ram Bhajn || Ram Bhakti || Mandir Pooja
श्रीराम, ब्रह्मा जी के पुत्र दरीची, दरीची के पुत्र महर्षि कूर्म कश्यप के वंश से जो सूर्यवंश हुआ उसी के इक्षवा कुल में श्री राम का जन्म हुआ इन्हें रामचंद्र भी कहते हैं, रामायण के अनुसार,महाराज दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र, सीता के पति व लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न के भ्राता थे। हनुमान उनके परम भक्त है।
प्रभु श्रीराम अयोध्या के राजा दशरथ के बड़े बेटे थे। उन्हें भगवान विष्णु का अवतार कहा जाता है। यही नहीं उनके विशेष कृत्यों की वजह से उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से भी जाना जाता है। प्रभु श्रीराम से अयोध्यावासी काफी प्यार करते थे और उनके वनवास जाते ही वो अत्यंत दुखी हो गए।
त्रेतायुग में जन्में भगवान श्री राम अयोध्या के महाराज दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे। लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न राम के भाई थे। भगवान राम की मां कौशल्या थी और शेष सुमित्रा और कैकयी के पुत्र थे। भगवान राम का विवाह मिथिला नरेश राजा जनक की पुत्री सीता के साथ हुआ था।
श्रीराम का जन्म इक्ष्वाकु के कुल में हुआ था। जैन धर्म के तीर्थंकर निमि भी इसी कुल के थे। श्रीराम के कुल के पूर्वज थे पृथु, त्रिशंकु, सगर, भगीरथ, रघु, नहुष, यायाति आदि थे। श्रीराम के आगे के कुल में लव और कुश के अलावा लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के पुत्रों का वंश चला।
30 сен 2024