जिन्होंने गुंगे को दी जुबान। बहरे को दिये कान। निर्धन को किया धनवान । निरवल को बनाया बलवान । निर्धन कमजोर शोषितों व वंचितों को दिया मान सम्मान व स्वाभिमान। जिन्होंने मनुवादी गांधी को दिया जीवन दान। विश्व के सर्वश्रेष्ठ विद्वान। जिनका दुनिया करती है गुणगान। ऐसे थे हमारे बाबा भीम महान जय भीम नमो बुदधाय जय भारत जय संबिधान
जय आ बाळासाहेब आंबेडकर ❤प पुज्य बोधी सत्व महामानव डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी के वंशज हैं और हम सब आ बालासाहेब आंबेडकर जी के साथ है और मरते दम तक रहींगे ❤और लड़ेंगे जय भीम जय महाराष्ट्र जय भारत जय भीम ❤❤❤❤लगाव ताकत जय भीम ❤,,,, जय बाळासाहेब आंबेडकर हम हमेशा आपके साथ रहींगे ❤❤❤❤
स्टीक विचार, विचारों में सच्चाई है। बहुत -बहुत धन्यवाद समाज को आईना दिखाने के लिए।जय भीम नामों बुद्धाय जय-संविधान। बहुजन समाज जिन्दाबाद जिन्दाबाद। बहुजन एकता जिन्दाबाद जिन्दाबाद। सम्पूर्ण भारत बन्द का प्रदर्शन शान्ति पूर्वक सफल रहा।
आदरणीय राष्ट्रपतींनी आणि आदरणीय प्रधान मंत्रीजीनि बसपाच्या पूर्ण मागण्या मान्य कराव्यात अशी मी नम्र विनंती करत आहे .कृपया बसपाच्या सर्व मागण्या मान्य करण्यात याव्यात असे केल्यास मी आपली सदैव आभारी राहीन.धन्यवाद.
इथं पक्षाचा घेणं देणं नाही आरक्षणावर मुद्दा टाकत आहे बीएसपी काय संपूर्ण सामाजिक धार्मिक संघटना याआवाज उठवत आहेसर्वपक्षीय सर्व सामाजिक संघटनांनी भारत बंदला पाठिंबा द्या
होय वंचित बहुजन मागासवर्गीय ओबीसी आदिवासी व सर्व मागास समाजातील जनतेला न्याय हक्क आधिकार मिळवून देण्यासाठी च सत्ता हावि आहे विंतरांन सारखे फक्त निवड णुकि मध्ये पैसे वाटून निवडून गेले कि पाच वर्षे जनतेला लुटून लुटून घ्यायचे त्यामुळे स्वाभिमानी नेते अँड आदरणीय प्रकाश तथा बाळासाहेब आंबेडकर यांच्या वंचित बहुजन आघाडी चे उमेदवार निवडून आले पाहिजे तरच आपण सुखाचे जिवन जगु शेंकतो
येणाऱ्या सर्व निवडणुकीमध्ये बसपाला पूर्ण बहुमताने निवडून द्या. बसपाचे आमदार आणि खासदार निवडून विधानसभेत आणि संसदेत पाठवू या. बसपाला vote द्या. 👍🌹😊💯🙂👏🐘🙏
हिंदुस्थानांत 100% आरक्षण सर्व क्षेत्रात एस सी, एसटी, ओबीसी व सवर्ण यांना जातीय जणगणना करुन व एबीसीडी वर्गवारी करुन मिळण्याची देशाला गरज आहे हे लागु झाल्यावर सर्वच वर्ग व जातींना सर्वच क्षेत्रात त्यांचे लोकसंख्येनुसार भागीदारी मिळेल
अगदी बरोबर आहे. कृपया आदरणीय राष्ट्रपतींनी आणि आदरणीय प्रधान मंत्रीजी नी प्रकाश आंबेडकरांचे म्हणणे, मागणी मान्य करावी ही नम्र विनंती. धन्यवाद. 🐘👏👍🌹😊💯🙂🙏
संपूर्ण वंचित समूह गोरगरीब रंजलेगांजलेले ओबीसी एससी एसटी मुस्लिम आलूतेदार बलूतेदार शेतकरी सर्वांच्या फायद्यासाठी हीतासाठी आदरणीय बाळासाहेब आंबेडकर साहेब यांना साथ द्यावी.तेच महाराष्ट्रासाठी देशासाठी हितकारक आहे जयशिव फुले शाहू आंबेडकर साहेब
.........आरक्षण और मेरिट की असलियत"......... आरक्षण की नई परिभाषाएं लिखने वाले हैं ये कौन जज सुपुत्र, मठ महंत और सत्ताधीश पूछो हैं कौन संस्थानों पे काबिज़ वमण सिरमौरों को भी देखो तो इतनी योग्यता से देश डुबोने लूटनेवाले हैं ये कौन .........
बसपा ने स्टॅन्ड क्लीअर लिया है आगामी चुनाव में बसपा को सपोर्ट करे ये साबीत हुवा की बहुजन हितेशी सीर्फ और सीर्फ बसपा ही है बाळासाहब ने सपोर्ट करके अच्छा ही कीया
न्यायपालिका से कोलेजियम सिस्टम हटाओ बहुजनो की संवैधानिक हिस्सेदारी बचाओ निजीकरण हटाओ सरकारी नौकरियां सरकारी संस्थाएं सरकारी सम्पत्ति और अपने बच्चों का भविष्य बचाओ ईवीएम हटाओ लोकतंत्र व संविधान बचाओ।
मैं वाल्मिकियों, मदीगाओं, मजहबियों, रामगढियाओं, रामदासियाओं, मातंग और सभी से अपील करता हूं कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ठीक से पढ़ें। सुप्रीम कोर्ट का फैसला न केवल अनुसूचित जातियों के भीतर उप-वर्गीकरण की अनुमति देता है बल्कि अनुसूचित जातियों के आरक्षण में क्रीमी लेयर के प्रावधान की भी अनुमति देता है। सरल शब्दों में, इसका मतलब है कि एक शिक्षित व्यक्ति के परिवार को, चाहे वह अनुसूचित जाति के अंतर्गत किसी भी जाति का हो, आरक्षण नहीं मिलेगा। चाहे वह व्यक्ति चमार हो या वाल्मिकी, क्रीमी लेयर सभी उप-वर्गीकरण जातियों पर लागू होंगी। एक दलित जिसने जातिवादी समाज के सभी बाधाओं से जूझते हुए, शिक्षा में कम से कम 15 साल और एक अच्छी नौकरी पाने में कम से कम 2 साल का समय लगाया है, उसके परिवार को आगे आरक्षण नहीं मिलेगा। क्योंकि वह क्रीमी लेयर के प्रावधान के अधीन होंगा। एक बार एक दलित कमाने लगा तो अनुसूचित जाति क्रीमी लेयर के प्रावधान के भीतर उसकी जाति कोई मायने नहीं रखेगी। अनुसूचित जाति में शामिल हर दलित, चाहे वह किसी भी जाति का हो, जिसके पास नौकरी है, वह क्रीमी लेयर में आएगा और उसका परिवार आरक्षण का लाभ नहीं ले पाएगा। जो परिवार अभी तक आरक्षण का लाभ नहीं उठा पाया है, वह कम से कम 15 साल शिक्षा में और 2 साल नौकरी पाने में लगाएगा। लेकिन कम से कम 15-17 साल तक आरक्षण की नीति निष्क्रिय रहेंगी, क्योंकि तब तक आरक्षण का लाभ न लेने वाले परिवारों को शिक्षा और नौकरी पाने में 15-17 साल निवेश करना पड़ेगा और नौकरी वाले परिवार आरक्षण का लाभ नहीं ले पाएंगे। तो 15-20 साल तक आरक्षण का लाभ कौन उठाएगा? आरक्षण का उपयोग ही नहीं होगा। शिक्षा और पब्लिक सेक्टर में अनुसूचित जातियों का रिप्रजेंटेशन बिल्कुल नहीं रहेगा। अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस गवई ने हमें कई मौकों पर हरिजन कहकर संबोधित किया है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पीछे की रणनीति को पढ़ें और समझें, जिसका उद्देश्य अनुसूचित जातियों के आरक्षण को धीरे-धीरे खत्म करना है। प्रकाश जी आंबेडकर❤
SC ST आरक्षण हे सामाजिक आरक्षण आहे. जो पर्यंत इतर समाज पुर्ण मानसिकतेने रोटी बेटी व्यवहार आणि समतुल्य संबोधन आणि दृष्टिकोन येत नाही तो पर्यंत हे आरक्षण लागू राहील यात क्रिमिलेयर चा संबंधच नाही.