ये तो वही आदमी है जिसने शिक्षा मंत्री पद पर रहते हुए और कांग्रेस राज में बहोत पेपर लीक करवाए और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया एसे नेता पर हम कैसे भरोसा कर सकते है
देश की आजादी मे अगर, सभी वर्गों के लोग तेरा दल मेरा दल करते तो आज गुलाम होते हम, ठीक उसी तरह बीजेपी की नीतियों से आजादी चाहिए तो, तेरा दल मेरा दल नहीं सभी दलों को एक साथ आना ही पड़ेगा, मोदी से सबसे महत्वपूर्ण सवाल 10 साल हो गये प्रधानमंत्री रहते हुए आज भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं करी, सवालों से डरते है मोदी इसलिए सभी मीडिया को खरीदने मे जुटे हुए है ताकि कोई सवाल नहीं करे,
मोरियोा तो डोटासरा जी आपका बोल गया एक राष्ट्रीय पार्टी डुंगरपुर बांसवाडा में क्षेत्रीय पार्टी को समर्थन करती है समुद्र नाले में जाकर मिल रहा है मोदी है तो मुमकिन है पिछली बार राजस्थान में कांग्रेस कि सरकार थी बेरोजगार युवा को 3500 रूपए देने का वादा किया था उसका क्या हुआ राजस्थान में कितने लोगों को दिया है उसकी सुची जारी करना है
मैं विधानसभा चुनाव से बाप पार्टी का समर्थक हु क्योंकि बाप पार्टी अपनी विचारधारा,स्वाभिमान,ईमानदारी और मेहनत के लिए जानी जाती है। ये दूसरी राजनीतिक पार्टियों से परे हटकर एक आदर्श पार्टी के रूप में उभर रही है और बाप पार्टी के साथ बहुत अच्छा जनसमर्थन है । हमारे बाप पार्टी के विधायक ऐस पेपर लीक माफिया और भ्रष्टाचारी नेताओ के खिलाफ विधानसभा में आवाज उठा रहे है और आज ये ही नेता हमारे बीच आके भाषण दे रहा है आखिर ऐसी क्या जरूरत पड़ गई जो कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करना पड़ा। हम तो बिना किसी गठबंधन के डंके की चोट पे जीत जाते और रही बात कमल कांग्रेस की तो वो दोनो पार्टिया तो एक ही है एसा हमारे बाप पार्टी के सदस्य ही बता रहे थे क्योंकि ये कमल कांग्रेस डूंगरपुर में प्रधान के चुनाव में बाप पार्टी को हराने के लिए एक हो गई थी इसलिए कांग्रेस का नेता कमल में जाए या कमल का नेता कांग्रेस में जाए एक ही बात है 😂😂
कोई आदिवासी भाई दिल पे ना ले हम भी बाप को स्पोर्ट करते हैं पर उदयपुर लोकसभा सभा में सभी भाई प्रकाश जी का ना स्पोर्ट करे अगर किया तो भी गलत नही है पर कर दिया तो बीजेपी ही जीतेगी हम उदयपुर गए वहा प्रत्येक के गर पर मोदी का स्टीकर लगा था इसलिए कांग्रेस को एक बार मोका दे देते तो अच्छा था । जीत पाकी होती, हमे इंडिया गठबंधन करना है सोचना है समझना है
ससद का सुनाव2013 में बांसवाड़ा में बीजेपी की 4 सिटी होते हुए भी रेशम मालवीया सुनाव लड़ी कांग्रेस से और 10:09 95 हजार वोटो से हार गई अभी कांग्रेस की चार सिम होते हुए भी तुम्हें गठबंधन की जरूरत कहां पड़ गई सांसद का चुनाव लड़े
देश की आजादी मे अगर, सभी वर्गों के लोग तेरा दल मेरा दल करते तो आज गुलाम होते हम, ठीक उसी तरह बीजेपी की संविधान को खत्म करने वाली नीतियों से आजादी चाहिए तो, तेरा दल मेरा दल नहीं सभी दलों को एक साथ आना ही पड़ेगा, मोदी से सबसे महत्वपूर्ण सवाल 10 साल हो गये प्रधानमंत्री रहते हुए आज भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं करी, सवालों से डरते है मोदी इसलिए सभी मीडिया को खरीदने मे जुटे हुए है ताकि कोई सवाल नहीं करे,
मैं किसी पार्टी का पक्ष धर नहीं,तार्किक राजनीति सर्वोपरि है,सवाल हर राजनेता से? कुछ कमियां है रोत में तो कुछ अच्छाइयां भी है...मीडिया सवालों की श्रेणी में यह भी पूछे...पूर्ण पढ़े... सवाल (1.)बाप पार्टी के हर विधायक को चाहिए था की राम नवमी को कम से कम एक पोस्ट सोशल मीडिया पर डालकर राम नवमी की बधाई तो देते,चाहे राजनेता किसी भी धर्म से हो बधाई देता है। (2.)TSP की बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर कुल 22 लाख में से 3.25 लाख/15%+ वोट ओबीसी वर्ग से है,आनुपातिक रूप से भी 50% आरक्षण में 7.50% मिलने के बारे में बात करनी चाहिए आपको अन्यथा जनसंख्या आधार पर मिलना संभव नहीं,पूर्ण अध्ययन करने के पश्चात् बता रहा। (3.)आप आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग की मांग क्यों नही,क्या आपको आर्थिक रूप से मजबूत लोगो का सपोर्ट मिलता है क्या? उदाहरण के लिए आदिवासी समाज में अमीरी-गरीबी की खाई पड़ती जा रही है,नौकरी पेशा लोगों में पूरा परिवार नौकरी में और जो मजदूर वर्ग है वो ओर नीचे डाउन होता जा रहा है,इस विषय पर इस खाई को कैसे खत्म करोगे? (4.)अंतिम विधानसभा में आपने बताया कि मुद्दों आधारित समर्थन किया तो भी आपके विधानसभा में प्रथम श्रेणी सहित अन्य अध्यापकों के सर्वाधिक खाली पद रहे। (5.)जनजाति विद्यार्थियों के लिए अलग मंत्रालय बनाकर शुरू सबसे बड़ा भारत वर्ष का प्रोजेक्ट एकलव्य विद्यालय है,प्रति विद्यालय 480 क्षमता वाले एक विद्यालय का निर्माण सहित अन्य खर्चा 50 करोड़ के आस पास है तथा वार्षिक खर्च 7 करोड़ है। 1997 के आस पास प्रोजेक्ट शुरू हुआ उसके बाद एनडीए कांग्रेस सरकार बनी उस दौरान जो 67 विद्यालय थे उसके अलावा एक भी विद्यालय नही खोला है,केंद्र में 2014 से सरकार भाजपा की आने के बाद आज लगभग 494 विद्यालय वर्किंग मोड में है और अगला लक्ष्य 750 विद्यालय का है और आपके विधान सभा क्षेत्र के विद्यालय में ही 120 सीटें खाली रह गई,जिसका लाभ जनजाति बच्चों को मिल सकता था। इन सबके बावजूद आपने ऐसे गठबंधन जिसने अपने कार्यकाल में एक भी विद्यालय नही खोला ऐसी पार्टी से उसके समर्थन चाहने और आखिर समर्थन करने की क्यों आन पड़ी?आपको एनडीए को समर्थन देना चाहिए था ताकि अपने क्षेत्र का विकास हो सकता है। (6.)आपने अकेले चुनाव क्यों नहीं लड़ा?आप अब तक कमल-कांग्रेस एक है कहते रहे और अब आप B टीम के रूप में इंडिया गठबंधन के साथ क्यों जुड़ने का ट्वीट करा?आप अकेले लड़ते तो आपकी ब्रांड वैल्यू ओर ज्यादा रहती...साथ ही आपको सामने से इस बार बांसवाड़ा से सांसद प्रत्याशी उतारना चाहिए था ताकि वहां आपकी पार्टी मजबूत होती,पर ऐसा क्यों नही किया गया?वैसे उनका न. भी था।पेपर लीक आरोप जिस पार्टी पर लगा उसी के साथ गठबंधन क्यों? (7.)अभी आपके चुनाव कैंपेन में गठबंधन के लोगो ने आपके संदर्भ में बताया कि कोई भी पार्टी वाला आए तो गांव में न घुसने दे,ऐसे वक्तव्य से बचना चाहिए,पार्टी को नुकसान होता है।आपने केंद्र और यहां की कांग्रेस में अंतर वाली बात भी नही करनी चाहिए,वोट तो लोकल कांग्रेस ही करेगी ना? वैसे आप जीते हुए हो,पर मेरे सुझाव है,आपको लंबा चलना हो तो... मीडिया के लिए भी सुझाव है कि इस तरह के तीखे प्रश्न हर पार्टी के नेता के साथ पूछे ताकि लोकतंत्र मजबूत हो,एक तरफा न पूछे। जय हिंद जय भारत
सबसे अच्छी तो ये हैं की आदिवासी पार्टी मे jajam पर बैठक करना कमल कांग्रेस तरह khursiyo v sopaset बेट नहीं khursiyo के हिसाब से तो भीड़ जादा देखते jajam पर बहुत जादा लोग Hote हैं
देश की आजादी मे अगर, सभी वर्गों के लोग तेरा दल मेरा दल करते तो आज गुलाम होते हम, ठीक उसी तरह बीजेपी की संविधान को खत्म करने वाली नीतियों से आजादी चाहिए तो, तेरा दल मेरा दल नहीं सभी दलों को एक साथ आना ही पड़ेगा, मोदी से सबसे महत्वपूर्ण सवाल 10 साल हो गये प्रधानमंत्री रहते हुए आज भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं करी, सवालों से डरते है मोदी इसलिए सभी मीडिया को खरीदने मे जुटे हुए है ताकि कोई सवाल नहीं करे,
देश की आजादी मे अगर, सभी वर्गों के लोग तेरा दल मेरा दल करते तो आज गुलाम होते हम, ठीक उसी तरह बीजेपी की संविधान को खत्म करने वाली नीतियों से आजादी चाहिए तो, तेरा दल मेरा दल नहीं सभी दलों को एक साथ आना ही पड़ेगा, मोदी से सबसे महत्वपूर्ण सवाल 10 साल हो गये प्रधानमंत्री रहते हुए आज भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं करी, सवालों से डरते है मोदी इसलिए सभी मीडिया को खरीदने मे जुटे हुए है ताकि कोई सवाल नहीं करे,