आपको पता चले कि आपको जो पेसमेकर लगा है, वो नकली है, उसकी ज़रूरत नहीं थी फिर भी डॉ ने लगा दिया तो इस ख़बर को सुनते ही आप क्या करेंगे? उत्तर प्रदेश के इटावा में 600 नकली पेसमेकर लगाने वाला एक डॉक्टर गिरफ्तार हुआ है। इनका नाम डॉ समीर सर्राफ है, फ़िलहाल ये जेल में हैं। मगर सबसे ज़रूरी है कि आपात रूप में उन लोगों की जांच हो जिन्हें डॉ समीर सर्राफ ने नकली पेसमेकर लगाए हैं। क्योंकि पुलिस ने कहा है कि 200-250 लोग प्रभावित हुए हैं।अब प्रभावित का मतलब यहां स्पष्ट नहीं है, क्या इनकी मौत हो गई है या इन्हें दूसरी बीमारियां हो गई हैं। इस डॉक्टर ने फ़र्ज़ी तरीक़े से कमाई कर के विदेशों की यात्राएँ की, काफ़ी पैसा कमाया होगा। अस्पतालों में लापरवाही के मामलों के कारण ही एक मरीज़ जब भर्ती होता है तब सारा ख़ानदान अस्पताल दौड़ पड़ता है। ठीक यही हाल थानों का है। मतलब इन दोनों जगहों पर इतनी मनमानी है कि आम नागरिक जान गंवा देता है, जेल में सड़ जाता है मगर कभी नहीं जान पाता कि सही इलाज क्या था, उसका कसूर क्या था। डॉ समीर सर्राफ ने अपनी दौलत से क्या किया, किन किन लोगों पर उपकार किया, किन कंपनियों को लाभ पहुंचाया, उन सभी को जेल में डालना चाहिए। क्योंकि कंपनियां भी ऐसे डॉक्टरों की तलाश में रहती हैं जो बेईमानी कर सकें, उनकी दवाओं को ज़रूरत न होने पर भी पर्ची में लिख सकें। इसलिए यह अपराध केवल डॉ समीर का नहीं है। इस अपराध में कई लोग शामिल हैं।
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/ @ravishkumar.official
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9 ноя 2023