10 में से 9 देसी गाय की डेयरी बंद हो जाती हैं इसके पीछे क्या कारण है इसके बारे में विस्तार से जानकारी देंगे गोपालक दिनेश तेवतिया, इनको 4 साल का देसी गोपालन का अनुभव है इन्होंने लंबी रिसर्च करने के बाद देसी गोपालन शुरू किया आज इनके पास करीब 40 गोवंश है इनका कहना है कि 4 साल के बाद भी इन्हें देसी गोपालन से उतना लाभ नहीं हो रहा है क्योंकि यह केवल लाभ का व्यवसाय नहीं है यह एक सेवाभाव का व्यवसाय है और देसी गोपालन शुरू करने से पहले बहुत से लोग पूरी रिसर्च नहीं करते हैं क्योंकि देसी गोपालन में कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे यदि आपने शुरुआत में 10 गाय ली है तो बाद में दूध की सप्लाई को मेंटेन करने के लिए 6 महीने बाद आपको 10 गाय और लेनी पड़ेगी इसके बाद आपको दूध बेचने की जानकारी होनी चाहिए, दूध के अच्छे भाव कैसे मिलेंगे, देसी गाय खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? देसी गाय यदि बीमार होती हैं तो उनका कैसे ध्यान रखना चाहिए? गर्भाधान के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? सैड कैसा होना चाहिए? हरा चारा कितना मिलेगा? इन सब बातों का ध्यान रखते हुए यदि देसी गोपालन शुरू किया जाएगा तो उसके बाद तीन से चार साल लगेंगे देसी गोपालन को लाभकारी बनाने में
Most of the desi cow dairy is not so profitable because of many reasons. Out of 10 may 8 or 9 Desi cow dairy got closed due to miss information. How Desi cow farming can be profitable. How you can make it more successful. Here is great research from a successful desi cow farmer
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3 июл 2023