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A poem which caused tremors I DALIT POETRY I INDIAN LITERATURE। Bachcha Lal Unmesh 

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A poem which caused tremors I DALIT POETRY I INDIAN LITERATURE। Bachcha Lal Unmesh
एक अनजाने से कवि बच्चालाल उन्मेष की कविता छिछले प्रश्न गहरे उत्तर ने साहित्य जगत में तहलका मचा दिया है। इस कविता में दलितों के साथ किए जाने वाले भेदभाव को दिल को छू लेने वाले अंदाज़ में व्यक्त किया गया है। शायद यही वज़ह है कि ये कविता एकदम से वायरल हो गई है और लाखों लोग उसका ज़िक्र कर रहे हैं। इस कविता पर केंद्रित परिचर्चा में हिस्सा ले रहे हैं- कवि बच्चालाल उन्मेष, लेखक एवं पत्रकार प्रियदर्शन और लेखिका रजनी अनुरागी-
An unknowingly poet, Bacha Lal Unmesh's poem 'Little Question Deep Answer' has created panic in the literary world. In this poem the discrimination against Dalits has been expressed in a heart touching manner. Perhaps this is the reason why this poem has become viral all of a sudden and millions of people are mentioning it. Participating in the discussion centered on this poem are- Poet Bachallal Unmesh, writer and journalist Priyadarshan and writer Rajni Anuragi-
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#DalitPoetry #HindiPoems #IndianLiterature

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14 окт 2024

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@lrbharti7831
@lrbharti7831 2 года назад
बच्चा लाल जी ने दलित समाज की वास्तविक स्थिति का वर्णन बहुत कम शब्दों में उजागर कर दी है ।
@kewalgoswami885
@kewalgoswami885 Месяц назад
बचा लाल की कविता के ढाई चाहने वाले क्या उसे अपने साथ मिलाना चाहेंगे अपने साथ बैठाना चाहेंगे या यह हंगामा सामयिक है
@padmakartambe6901
@padmakartambe6901 Год назад
बचा लालजी की कविता पुरे भारत में छा जायेगी। बहुत ही बढ़िया लिखी है, और उससे क‌ई ज्यादा उसे पढ़ा गया है। भारत की वास्तविकता ही इस कविता का सार है।
@aniljain5318
@aniljain5318 2 года назад
बहुत ही सुन्दर और मार्मिक चित्रण किया है और ये हमारे समाज की सच्चाई है दलित लोगो को केवल चुनाव के समय ही योगी जी जैसे या दूसरे नेताओं को इनकी याद आती हैं बहुत बहुत बधाई बच्चा लाल जी
@nizamshaikh5137
@nizamshaikh5137 2 года назад
Dr
@meramann.7564
@meramann.7564 2 года назад
सच को उकेरती कविता
@narinderkaur5017
@narinderkaur5017 2 года назад
Sir aap jaise log hi iss jaat k kalank ko mita sakta hai.
@gargvijay8972
@gargvijay8972 2 года назад
सही
@raviprasad6353
@raviprasad6353 2 года назад
😞
@yayarobinsingh1137
@yayarobinsingh1137 Год назад
"कोन जात हो भाई" कविता ने दिल छू लिया और छुए भी क्योना दावे कुचले लोगो के जीवन की हकीकत को खूब ढंग से जो उकेरती है कविता। बच्चा लाल उन्मेष जी को मेरा सलाम
@badelalram6816
@badelalram6816 Месяц назад
Jat na puche sadhu ka puch lijiye gyanp mol kare talwar ka padan Rajan de myan Jai Bhim friend
@thansingh3543
@thansingh3543 2 года назад
दिल को छूने वाली कविता है, मैं उन्मेश जी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं 🙏🙏
@meetaalam9535
@meetaalam9535 2 года назад
Kash sab itna ander tak sadak sabko mile mere man se dua hai 🙏😭😭🙏
@ehservices6827
@ehservices6827 2 года назад
यह कविता दलित वर्ग के कल आज और कल का सादगी से चित्रण करती है। आज हम फिर लोकतंत्र को राजतंत्र में परिवर्तित करने की दिशा में जा रहे हैं। शायद यह हमारे देश और समाज के लिए बहुत ही खतरनाक होगा। हम समस्याओं के समाधान को ताक पर रख कर प्रश्न विहीन समाज बनाते जा रहे हैं। ऐसा समाज सिर्फ अंधे कुएं में गिरने लायक होता है। इस देश का प्रभुत्व संपन्न वर्ग कभी भी इस देश की वर्ण व्यवस्था और जाति व्यवस्था को समाप्त करने के लिए कुछ भी करने वाला नहीं रहा है। आगे भी उम्मीद न के बराबर है।
@bhalchandrashettennavar7025
@bhalchandrashettennavar7025 2 года назад
अद्भुत।
@quick_news4588
@quick_news4588 Год назад
यह एक कविता नहीं है, बल्कि हर एक दलित की वास्तविक हकीकत है....
@SagarSahu-fm1tu
@SagarSahu-fm1tu 9 месяцев назад
कविता की पंक्तियां तो काफी मार्मिक है, और दिल को बहुत आहत पहुंचती है, लेकिन अब कुछ हद तक लगभग 20 % दलितों की जिंदगी अब बदल गई है, खासकर जो शहरों में रहते है, और उनमें भी जो 3 - 4 जातियों है उनकी तो लगबग 70 - 80 % बदल गई है । ये बहुत की अच्छी बात है ।। मैं अपने नगर परिषद् में चल रही घटनाओं की आधार के हिसाब से बात कर रहा हूं।।
@janbodhi2018
@janbodhi2018 2 года назад
इतना कम उम्र में बच्चालाल जी की कविता काफी मर्मस्पर्शी है. इसमें मार्मिक सामाजिक चित्रण है . मैं इन्हें सैल्यूट करता हूं.
@JATINDERSINGH-cv9ot
@JATINDERSINGH-cv9ot Год назад
Sir. After independence. Due to our constitution which was implemented on 26th January 1950 There is no dalit communities in India.Due to reservation under parliament and their hard work Now these people leading good life as compared to other so called upper casts.Most of their youths are drug addict and wasting their times in villages on Kissan Nidhi .and 5kgs free rations. They forget to work hard.
@jawedazmi6598
@jawedazmi6598 2 года назад
दिल को छू लेने वाली कविता, नौजवान ने कमाल का लिखा, धन्यवाद बच्चा लाल जी
@misskumari7235
@misskumari7235 2 года назад
पहली बार इस जमाने में किसी कवि में प्रेमचंद जी के झलक दिखाई दिया है अतुलनीय और सच
@natthisingh2564
@natthisingh2564 Месяц назад
​@@unknownone_01याद है कि नहीं मुंशी प्रेमचंद जी की तहरीर ठाकुर का कुआं पर ब्राह्मण और राजपूतों ने खूब लानत मलामत की थी।क्यों????? क्योंकि उसमें मुंशी प्रेम चंद जी ठाकुरों के अत्याचार और ब्राह्मणों के पाखंड की पोल खोलते हैं
@swamirambanjare6454
@swamirambanjare6454 Год назад
श्री बच्चू लाल उमेश की कविताएं सच को बयां करती है। इसमें भारतीय समाज का यथार्थ चित्रण है। मर्मस्पर्शी कविताएं दिल को छू लेने वाली हैं। यह झकझोर कर समाज को जगाने वाली है। रचना कार को बधाई, इस क्रांतिकारी कवि को सैकड़ों बार सलाम।
@GAURAV-hm4xd
@GAURAV-hm4xd 2 года назад
Bahut marmik kavita hai.
@laltripathi6373
@laltripathi6373 Год назад
DalitSamvedanayoKoKavitaKeMadhyamSeUkeraneKeliyeSriBachchalalJeeKoHridaySeDhanyabad....ThePoemIsHeartTuching.
@rashidalikhan974
@rashidalikhan974 2 года назад
आज का सबसे बड़ा सच बचचा लाल सर यह सब मैंने अपनी आँखों से देखा है, सच, सच, सच, सच, सच, सच, सच
@santramsingh8480
@santramsingh8480 2 года назад
पूरे समाज मैं दलितों के प्रति जो सड़ांध है उसको व्यक्त करती है इसे सुनने बाद इसकी इस दशा बनाने वाला समाज भी स्तब्ध रह जाता है।
@madhukarsaxena7913
@madhukarsaxena7913 2 года назад
बहुत सुन्दर चित्रण किया है आजकल के परिदृष्य का, उन्मेष जी को साधुवाद ।
@albasra9872
@albasra9872 Месяц назад
क्या कहने बहुत बढ़िया मार्मिक कविता है दिल को छू जाने वाली है बहुत बहुत बहुत बधाई बच्चा लाल जी
@RavindraSingh-wj5cc
@RavindraSingh-wj5cc 2 года назад
बच्चा लाल जी बधाई हो और सत्य बयान करने के लिए धन्यवाद।
@vpsurvanshi1072
@vpsurvanshi1072 2 года назад
बधाई हो बच्चा लाल जी ,वास्तविकता यही है !
@vitthaltayade24
@vitthaltayade24 2 года назад
जाती नहीं है वह जात ही तो है ना साहब।, चाहे आफीसर बने या नेता दलित ही कहलाता है ना साहब। सच्ची सांस्कृतिक विसासत तो हमारी है, कब्जा आपका है ना साहब। सांस्कृतिक विरासत पर हम दावा करे तो गाली खाते है, आप पुराण कथा को सच्ची बताते हैं तो वाह वाह पाते हैं ना साहब। दलित समाज में जन्म लेने हमारे हात में नहीं पंरतु डाँ बाबासाहेब के शिक्षित,संगठीत एवं संघर्ष करना तो हमारे हात में है ना साहब। प्रज्ञा, शिल, करुणा का मार्गपथ हमारा है और भेदभाव उचनिच कर्मकांड पाखंड की पहचान आपकी देन है ना साहब। धन्यवाद 🌹
@dogeshwarkanwar9971
@dogeshwarkanwar9971 2 года назад
दलितों की दर्द को इस कवि ने जो बयान किया वह बहुत अच्छा लगा ।
@rakeshkataria9290
@rakeshkataria9290 2 года назад
Mr. बच्चा, नमस्कार । बहुत मार्मिक कविता,दिल को छूने वाली।
@Lalan3380-so4kg
@Lalan3380-so4kg Месяц назад
हर एक शब्द में दलितों की दर्द झलक रही है... सटीक प्रहार है सरकार और शासन पर.. और परजीवी समाज पर
@lifeawakeningwithdr.l.n.mishra
@lifeawakeningwithdr.l.n.mishra 2 года назад
कविता अत्यंत संवेदनशील, मार्मिक एवं यथार्थपरक होने के कारण मन को गहरे तक छूने में सफल रही। कविता सिर्फ लयबध्यता नहीं होती है। समाज का यथार्थ प्रस्तुत करती हुई यह कविता निसंदेह प्रशंसनीय है।
@k.ahmeddelhi
@k.ahmeddelhi Год назад
दिल को छू लेने वाली कविता। आशा करता हूं कि समाज में बदलाव ला एगा
@akshaysinha1768
@akshaysinha1768 2 года назад
यह सिर्फ एक कविता नही है यह एक सामाजिक क्रांति है जो शब्दों के द्वारा बाहर आया है,
@ajmersingh4829
@ajmersingh4829 2 года назад
बच्चा लाल जी उन्मेष की कविता इतनी मार्मिक और बहुत ही गंभीर है।
@IMRANALAM-yb7ce
@IMRANALAM-yb7ce 2 года назад
ये कविता बेहतरीन है दिल को छू लेने वाली है दर्द से भरा है
@amarnathyadav2139
@amarnathyadav2139 2 года назад
दिल को छू लेने वाली आवाज है, मजदूरों, मजलूमों और आए अच्छे दिन का रिपोर्टकार्ड है नये भारत का। बैंकों में ५ ट्रिलियन का घोटाला कराया गया है, पिछले ५ सालों में, भाजपा सरकार में और दोषी कोई नहीं?
@ushamishra9613
@ushamishra9613 2 года назад
बहुत सुन्दर कविता दील को छूने वाला 👌👌🤚 आगे बढ़ो ❤️🤚 धन्यवाद मुकेश जी कविता सुनवाने के लिए❤️🌹
@bikramgusain3208
@bikramgusain3208 2 года назад
ये कविता मार्मिक है, यथार्थ को बया करती है, पर ये गुजरे वक्त की बात है, आज दलित समाज अपना मूल्यंकन करने की स्थिति में है,
@shahidahmed2906
@shahidahmed2906 2 года назад
बहुत ही सुंदर कविता लिखी है बच्चा लाल जी ने, और मुकेश जी का आभार इस प्रोग्राम के लिए
@SubhashChand-xi8nw
@SubhashChand-xi8nw 2 года назад
बहुत सुन्दर मार्मिक कविताए, बच्चा लाल ' उन्मेष ' । डा मुकेश कुमार जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद, नये ऊर्जावान कवि से मिलवाने के लिए।
@OmPrakash-ls6nj
@OmPrakash-ls6nj 2 года назад
बहुत बहुत बधाई, कविता के लिए! समय और परिस्थितियों को एक दम उजागर कर रही है!
@Writersumeet
@Writersumeet Год назад
बहुत खूब क्या लिखे है जबरजस्त जनाब सब के सब लाइन मिलते है.....
@rajsingh-dv7sp
@rajsingh-dv7sp 2 года назад
इतनी मार्मिक अभिव्यक्ति..... बच्चा लाल जी पर हमें गर्व हैं.. जिन्होंने अपनी कविता से समाज की गंदगी को उछाल दिया हैं जिसे सम्पूर्ण समाज अपने अंदर छुपाये रखना चाहता हैं.... और अपनी सभ्य होने और श्रेष्ठ होने का ढ़िढोरा पीटता हैं 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@Rajkhare839
@Rajkhare839 2 года назад
समाजिक सच्चाई का वर्णन
@VinodKumar-zn3nk
@VinodKumar-zn3nk 2 года назад
Kavita shandar he.
@rpjaiswar2267
@rpjaiswar2267 Месяц назад
Very sarcastic...... bahut khoob ....Bachchalal ji.... I salute you...I remember another poem of Dalit.." Main Chamaron ki gali tak le chalunga aap ko"...
@radhikadevi7848
@radhikadevi7848 Месяц назад
दिल को छूने वाली कविता है मैं उनमेश जी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं
@musafirkumar2312
@musafirkumar2312 Год назад
गागर मे सागर भरने वाली कविता बच्चा लाल जी दिल से धन्यबाद
@anilkumar-fx3fn
@anilkumar-fx3fn 2 года назад
कवि वच्चा लाल जी की यह कविता आज के ढोंगी समाज का चित्रण है डॉ मुकेश जी आप का धन्यवाद कि आप नये उभरते कवि को अपने कार्यक्रम में लाये
@MrGsd2010
@MrGsd2010 2 года назад
Ofcourse thanks a ton to Dr Mukesh 👍
@balwinder8920
@balwinder8920 2 года назад
ਬਹੁਤ ਖੂਬ
@aroravk492
@aroravk492 2 года назад
सत्य को बोल दिए हैं कवि ने ,वह बोल जो गूंजना चाहते हैं ,बहुत ही सुंदर और मार्मिक बयान है जिसमें ग़ुस्से को बहुत ही ख़ामोश व्यंग में कहा है
@sudhakarbharti7743
@sudhakarbharti7743 2 года назад
सर अति सुन्दर प्रेरक और सत्य से लबालब कविता है ए कविता मुर्दों में भी जान डाल देने वाली है। सादर जय भीम।🙏🙏🇮🇳🇮🇳
@shyamlalsahu1130
@shyamlalsahu1130 2 года назад
बहुत ही सुंदर और सटीक कविता। बहुत अधिक बधाई के पात्र हैं बच्चा लाल उन्मेष जी!
@sujatvanisamtasainikdal
@sujatvanisamtasainikdal 2 года назад
Dil ko jhakjor Dene wali yatharth badi kavta hai.Sahimayne main yahi asli sahitya hai,jise students ko padaya Jana chahiye.
@vsmunda
@vsmunda 2 года назад
बच्चा जी को बहुत बहुत बधाई... इस कविता को सुनकर - पढ़कर कुछ लोगों की मानसिकता जरूर बदलेगी....
@sandeepbahubali6359
@sandeepbahubali6359 Год назад
बहुत खुब अति सुनदर कविता सब कुछ कहे दिया आपने यही सते है दलितो के साथ होता है वहेवार
@shafiulhaidary4567
@shafiulhaidary4567 Год назад
Wah wah kya baat hai Lajawab, Bemisaal, Baccha Lal ji ko bahut bahut mubarak Shandar Kavita ke liye bahut bahut Dhanyavad.
@BanajkumarBanaj
@BanajkumarBanaj 2 года назад
वाह वाह बच्चा जी की कविता समाज को उद्वेलित करने की एक शुरूआत है।
@SanjaySingh-dl3wz
@SanjaySingh-dl3wz Месяц назад
बहुत ही मार्मिक और समाज को हिला देने वाली कविता है आपको कोटि कोटि नमन करता हूं आपकी कलम मे हमेशा समाज को जीवंत करती रहे,,,,,,,
@lehnasingh340
@lehnasingh340 2 года назад
बहुत ही खूबसूरत एवं प्रेरणादायक प्रस्तुति के लिए आदरणीय श्री बच्चा लाल जी आपको हार्दिक आभार
@OPArya-kx3lj
@OPArya-kx3lj 2 года назад
Bahut marmik kavita Jan Manas ki samvedanshilta ko jhakjhorne wali Bhartiyata ke vibhatas samajik dhanche ka aiyna darshati hai Lekhak ko bahut 2 dhanyvad samaj ki atma ko jagrat karne ke liye aisi aur kavita ki jarurat hai Jai Bheem Namo Budhay
@chhuntul
@chhuntul 2 года назад
A poetry that comes straight from the flesh, blood, and sweat of a Dalit in India....Kavi apko Namaskar!!
@sachchidanandpandey2172
@sachchidanandpandey2172 2 года назад
A poetry that comes straight from the flesh, sweat, blood, toil and tear
@mukeshsuryavancy4298
@mukeshsuryavancy4298 2 года назад
Jai bhim
@manumahli6033
@manumahli6033 2 года назад
बहुत बहुत शुभ कामनाएं I
@lehnasingh340
@lehnasingh340 2 года назад
पूरा शोषित समाज आदरणीय कवि श्री उन्मेश जी के उज्जवल भविष्य की कामना करता है।
@KaviAzadjhanoon
@KaviAzadjhanoon Месяц назад
मैं दलित हूं यारों हर बार मेरा दलन हुआ है। चरित्र मेरा दुष्टों की सोच में बदचलन हुआ है।। शोषण किया गया है मेरा इसलिए शोषित हूं। मैं सदैव ही जातीय अत्याचारों से पोषित हूं।। अनेकों सितम कई बार मैंने अकारण सहे हैं। बेवजह ही पीड़ा से मेरे चश्मों से अश्क बहे हैं।। कवि सुरेन्द्र आज़ाद'झनूण' राज्य सचिव जन लेखक संघ राजस्थान 29-08-2024
@jaikaranlalverma2693
@jaikaranlalverma2693 2 года назад
भाई बच्चा लाल 'उन्मेष' बहुत बहुत बधाई। आज का यथार्थ है।
@mahendratripathi8901
@mahendratripathi8901 18 дней назад
Super ... Logo ko ye sochana chahiye ..
@akshaysinha1768
@akshaysinha1768 2 года назад
हमारे समाज की एक कड़वी सच्चाई,दिल को झकझोर देने वाला एक काला सच,
@ramnathkori5107
@ramnathkori5107 Год назад
Right sir
@rahulraj-mv4po
@rahulraj-mv4po 2 года назад
बच्चा लाल जी ने तो एक ही कविता में ही सारा सार ही कह दिया,
@umeshprasad5104
@umeshprasad5104 2 года назад
समाज को आईना दिखाने के लिए धन्यवाद! और शुभकामनाएं!
@zakiahmed1956
@zakiahmed1956 2 года назад
Wah kaya baat hai, kaya sachchai hai. Wakai, aise kawi ko salam.
@sahebraoambhore7304
@sahebraoambhore7304 2 года назад
बहुत ही मार्मिक और हृदय स्पर्शी रचनाएं हैं बच्चा लालजी । आपके लिए ढेरों मंगलकामनाएं और अन्य सभी कोभी मंगलकामनाएं देते हुए कुमार सर को विशेष वंदन करता हूं। जय भारत।।।🙏🙏🙏
@sahilgautam6803
@sahilgautam6803 Год назад
ये एससी समाज के लिए कविता मात्र नहीं बल्कि सामाजिक, राजनितिक, धार्मिक जातिगत भेदभाव का सचित्र वर्णन किया है सर ने 💙 कहने को तो हम 21सदी मे जी रहे है लेकिन मार्मिकता और हकीकत मे जातिवाद का जहर भारतीय समाज मे व्याप्त है।
@Motivationalmind_m9j_MP09IND
@Motivationalmind_m9j_MP09IND 2 года назад
कविता सुनते समय हमारे समाज में हो रहे अत्याचार सारे के सारे आँखो के सामने आ गये आँखें नम हो गईं शत शत नमन बचा जी
@RameshYadav-qu3ku
@RameshYadav-qu3ku 2 года назад
बहुत ही बेहतरीन कविता।।
@shreensharma1871
@shreensharma1871 2 года назад
मुकेशजी! आप धन्यवाद के पात्र हैं क्योंकि इस कविता को आपने visibility दिलाई है
@starair3015
@starair3015 2 года назад
छोटा नाम बड़ा काम।लेखनी का दम देखने को मिला ।
@optagayapainter7231
@optagayapainter7231 2 года назад
बच्चा लाल जी, आपने दलित समाज की वास्तविकता को बताया है 👌 आपको कोटि-कोटि धन्यवाद 🙏🌹🙏🙏🙏🙏🙏
@ramsahai7325
@ramsahai7325 Год назад
इस तरह की कविताएं निहसंदेह बहुजन समाज को जागरूक और सक्रिय होने की प्रेरणा देती हैं। चुनाव में दलित और पिछड़े दोनों समाज के लोगों के साथ सवर्णों द्वारा मात़ वोट लेने के लिए दिखावटी प्रेम प्रदर्शित किया जाता है।जय भीम जय भारत जय संविधान नमो बुद्धाय।
@mohannaike4896
@mohannaike4896 2 года назад
यह कया है डाॅ मुकेशकुमार जी , सादर वंदना ,मेरे हृदय को गहरा छुआ है । मराठी मे दया पवार ,नामदेव ढसाळ और भी लेखक व कवी है उनके कविता व साहित्य को याद दिलाया । बहुत ही सरल भाषा में ।🙏🙏
@sanjivanipawde8658
@sanjivanipawde8658 2 года назад
एकदम सही....मराठी दलित कविता जगप्रसिद्ध है....
@gitadevihimdhar897
@gitadevihimdhar897 Год назад
आदरणीय कवि श्री बच्चा लाला जी की कविता बहुत ही मार्मिक और सटीक वर्णन है जो सच्चाई को बयां करती है। यह लोगों के मन को छू कर झकझोर कर समाज को जगाने वाली है। डाक्टर मुकेश जी आपने इतने गंभीर संवेदना युक्त विषय को मुख्यधारा मीडिया में दिखाने के लिए।
@shreensharma1871
@shreensharma1871 2 года назад
Really heart touching depiction of Dalit of India. Salute to such writing.
@rajendrakumarpal9743
@rajendrakumarpal9743 Год назад
बच्चा लाल उन्मेष को नमन.
@48sakhi
@48sakhi 2 года назад
Beta you brought tears in my eyes. Never knew this is still there in our country in 21st century
@surjendumukherjee9238
@surjendumukherjee9238 2 года назад
Bachchalaji umar me bhalei chota yuba ho, lekin chinton aur vabna, likhon ka saili e sab me bahul pakka samajhta hoon. Likhon itnaa tippania korte to banning to honai thaa. Gaane me Neha Sing Rathore aur kavita me BACHCHALAL jaysa nai pirion ka yuva yuvati rahen hai isme ummid jag raha hai
@mohamedshaheed1270
@mohamedshaheed1270 Год назад
SWARANS no crocodile tears. You BRAHMAN and VYSYAS are cancer in society.
@kavya_kavish
@kavya_kavish 2 года назад
बच्चा लाल भाई आपको बहुत बधाई बधाई💐💐
@ramanand3367
@ramanand3367 2 года назад
बच्चा लाल जी को बहुत-बहुत वधाई।इस कविता मे समाज की सच्चाई को प्रदर्शित करने की कोशिश किया गया है। उन्हे बहुत-बहुत धन्यवाद।
@jkrocks2811
@jkrocks2811 Год назад
बच्चा लाल उन्मेश जी की जो भी कविता यहां सुनाई गई वो सब बेहतरीन हैं। बहुत सटीक वर्णन कर रही हैं गरीबों की सामाजिक स्थिति का और जो असर ये हृदय के पटल पर छोड़ रही हैं वो अविस्मरणीय है। आपके शब्दों की आवाज हर गरीब और मजलूम के लिए एक क्रांति का शबब बने ये हमारी इच्छा है। जय भीम।
@nitinbelpawar
@nitinbelpawar 2 года назад
Great Poem one line give real Face of todays reality
@jagdishchandra3649
@jagdishchandra3649 Месяц назад
जी यह कविता 100% सच है कियो की मै भी दलीत हू ओर ईस कविता मै जो बताया वो मै भोग रहा हु ओर मैरे साथ होता है
@ranvijayyadav3130
@ranvijayyadav3130 2 года назад
बहुत खूब बच्चा लाल 'उन्मेष' जी आंखे भर आई......
@anilkr7159
@anilkr7159 Месяц назад
दलितों की इस पीड़ा को उच्च वर्ग, उच्च जाति, , ऊंचे ओहदे पर बैठे हुए लोग, समाज के दवंगों, समाज के बुद्धिजीवी, सबों को ध्यान देने की जरूरत है। मेरे बच्चा लाल जी का प्रयास काफी सराहनीय है। राजनीति में , समाज में जाति में व्याप्त हर बुराइयों को दर्शाती है कविता की यह दर्द।
@dr.akashpratap3359
@dr.akashpratap3359 2 года назад
यथार्थ परक बहुत ही सुंदर कविता बच्चा लाल जी को बहुत-बहुत साधुवाद 💐
@dr.rohitjain
@dr.rohitjain Год назад
बहुत मार्मिक चित्रण किया इस कविता में। धन्य है कविवर को।🙏🙏🙏
@ranjanzee
@ranjanzee 2 года назад
एक बार सुन लेने पर याद हो जाने वाली कविता है। ऐसी कविता बहुत ही कम होती है।
@shivpalsingh2736
@shivpalsingh2736 2 года назад
दिल की सच्चाई को छू लेने वाली कविता
@meenuverma643
@meenuverma643 2 года назад
कविता का तथ्य (substance) और कथ्य दोनो ही उच्चस्तरीय है
@nandanram1165
@nandanram1165 2 года назад
अति सुंदर अति सुंदर अति सुंदर। सामाजिक सत्यता काव्य पाठ में अवतरित करने के लिए हार्दिक आभार स्वीकार हो।
@vinayakwankar812
@vinayakwankar812 Месяц назад
मर्मस्पर्शी कविता हैं। कलेजा चिर कर जाती है।
@vijaykumar-vb3zu
@vijaykumar-vb3zu 2 года назад
I salute Bachha Lal for his fantastic poem.
@shailendragautam7726
@shailendragautam7726 2 года назад
ईश्वर से मिला है न पैगम्बर से मिला है मस्जिद से मिला है न मन्दिर से मिला है जो कुछ भी मिला है वो बाबा साहेब आंबेडकर से मिला है जय भीम जय भारत
@dharmendargautam6770
@dharmendargautam6770 Год назад
बाचालाल उमोस को धन्यवाद देता हूँ जय भीम जय भारत जय संविधान
@rishikumar3576
@rishikumar3576 2 года назад
Heart touching poem and he has shown the real image of castism against Dalit
@manjulata8074
@manjulata8074 2 года назад
Bachcha lal G ko bahut bahut badhai aap aise hi jwalant muddo par likhte rhe Weldon🙏🙏
@SudheerKumar-qh8pm
@SudheerKumar-qh8pm 2 года назад
बहुत सत्यता के साथ मार्मिक कविता |युवा कवि की संवेदना को सलाम
@aloklanjewar6647
@aloklanjewar6647 2 года назад
Bahut khoob, Wah
@ganeshshinde4875
@ganeshshinde4875 2 года назад
आप की कविता दिल छू गई उन्मेश जी....
@kushkumarsingh1133
@kushkumarsingh1133 Год назад
वास्तविक एवं आज का प्रासंगिक कविता।दिल को छू गया।
@JPSingh-ys7yq
@JPSingh-ys7yq 2 года назад
The modesty in Bacha Lal's words and voice seems to have seeped through centuries of inheritece in genes. Salute to the voice of millions.
@tribhuvansakhahari3635
@tribhuvansakhahari3635 2 года назад
We all glad to hear.our all dalit peoples pain and suffring told the peoples of bharat jai bhim namo budhay very nice poeyry thank
@anilkumarsagar1464
@anilkumarsagar1464 Год назад
बहुत अच्छी आपकी कविता मुंशी प्रेमचंद जी की तरह हकीकत को उजागर करती है । बहुत बहुत साधुवाद आपको । जय भीम नमोबुद्धाय जय मान्यवर कांशीराम साहब जय संविधान
@pramodbayaskar4043
@pramodbayaskar4043 2 года назад
Salute to poetry 🙏🙏
@gunjayadav6421
@gunjayadav6421 2 года назад
बहुत ही खूबसूरत प्रेरणादायक हैं बेहतरीन है दिल को छु लेने वाली दर्द से भरा 👌👌आप् को बहोत बहोत हार्दिक बंधाई ❤️❤️🌹
@raghvendrasinghrajput3211
@raghvendrasinghrajput3211 2 года назад
Great great great 🙏🙏🙏👍
@mahendrraw5628
@mahendrraw5628 2 месяца назад
बहुत बढ़िया कविता सर धन्यवाद समाज में बहुत बढ़िया संदेश फैलाने का बहुत बहुत धन्यवाद
@awadheshkumar-jr9lx
@awadheshkumar-jr9lx 2 года назад
आँखे नम हो गयी भाई!! सलाम है कवि आपको।
@suhasambade1367
@suhasambade1367 Год назад
बोहोत ही मार्मिक कविता, भावनाएं बिलकुल सटीकता से बयां हुई है।
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WHICH SODA CAN FLY THE HIGHEST?
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