विनोद जी अग्रवाल को जगदीश प्रसाद कुमावत का कोटि-कोटि प्रणाम ।चांद तारे फलक पर दिखे ना दिखे मुझको तेरा नजारा सदा चाहिए आसरा इस जहां का मिले ना मिले मुझको तेरा सहारा सदा चाहिए जय श्री राधे कृष्णा
परम आदरणीय बिनोद बाबू जी का क्या कहना वह अमर है सदां अमर रहेगे मै बिनोद जी के ही भजन गाता उन जैसा तो कभी नही गा पाऊगा लेकिन उनके भजन को हम लोग सदां गाते रहेगे ....... बहुत ही सुंदर बिनोद जी आप बहुत याद आते हो
Big fan of radha g k pyare Shree krishan k dulare Shree shree vinod g ...miss you alott from the bottom of the heart ,, great soul ever n for ever ...harii boll
प्रिय इण्डिया विजन, सब कुछ बढ़िया बस इसलिए है क्योंकि श्री विनोद जी आपके साथ हैं, बाकी इस वीडियो को देखकर मुझे बहुत कष्ट हुआ। जिन्हें आप केवल भजन सिंगर लिख रहे हैं वे कोई सिंगर नहीं हैं। वे कृष्ण के अनन्य उपासक हैं, उनके भक्त हैं। आपकी भाषा का टोन मुझे आहत किया; और दुर्भाग्य देखिए कि आपने उनसे भक्ति के बारे में न पूछकर केवल भौतिकता के प्रश्न ही पूछे। विनोद अग्रवाल जी का इंटरव्यू हम हमेशा देखना चाहते हैं किन्तु इसमें आपने उन्हें सीमित करने का प्रयास किया है। दुःखद! यथायोग्य सम्मान नहीं मिला उस भक्त को!