हम बनारसी लोग किसी भी राज्य या प्रांत से आए हुए लोगो को अपना बना लेते हैं बड़े शहर कलकत्ता,मुंबई और दिल्ली वालों की तरह भेदभाव नहीं करते।हम बनारसियों को कोई मतलब नहीं होता कि कौन बिहारी है,कौन राजस्थानी,गुजराती या बंगाली है हम लोगों को चूना लगाना होता है तो चाहे वो बनारस का हो या बनारस के बाहर का सबको चुना लगा देते हैं😂😂😂😂