अखिलेश यादव जैसे जयचंद यह मत सोचो कि तुम सुरक्षित रहोगे। बांग्लादेश जैसा होने पर हम जैसे कमजोरों की बात तो छोड़ो। तुम्हारी भी मां-बहन और बेटियों को भी नहीं छोड़ेंगे यह बहसी। हमारा तुम्हारा तो क्या होगा।
योगी आदित्यनाथ जी एक संत हैं उतर प्रदेश के लोग भागसलि हैं की योगी उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। ये इमानदार, कर्मठ, और अपनी जनता के हित मे सोचने वाले नेता हैं।
कोलकत्ता केस पर एक भी विपक्षी दल ने मुँह नहीं खोला और बांग्लादेश पे एक ने भी नहीं बोला कि हम हिन्दुओं के साथ हैं और योगी के एक बयान पे तांडव करने आ गए ये लोग, शर्म भी नहीं आती, एकता तो हमें परिवार में भी सिखाई जाती हैं।
सीएम योगी ने इन लोगो की दुखती नस पर पाव रख दिया है😂😂😂 जिससे इन को आने वाले समय में जनता को जाती जाती में बाटने में बहुत समस्याओं का सामना करना पडेगा 😅😅😅 क्योंकी जनता बांगलादेश में हिंदू दलित भाईयो पर हुए अत्याचार से पहिले ही बटेंगे तो कटेंगे वाला सबक ले चुकी है😢😢😢 और अब एक रहेंगे तो नेक रहेंगे वाले योगी जी के मार्ग पर चलने को तैयार है ❤
अखिलेश यादव को चाहिए कि वह खुद योगी आदित्यनाथ जी की तरह बोलकर प्रधान मंत्री बन जाएं। प्रधान मंत्री बनने के लिए इससे आसान तरीका अखिलेश यादव के लिए दूसरा कोई नहीं है।
अशोक बेशर्म तो तुम ही लग रहे हों क्यों की एक जगह तुम लोग जोर जोर से चिलाते हों और दूसरी जगह तुम्हारे मुँह में दई जम जाता है मेथीलजी तो तुमको सचाई ही बताई है तुम तुम्हारे नेता pda क्या है pda जिधर तुमको वोट दीखता उधर pda नहीं दीखता और करने और विशेष धर्म का हों तो दई तो क्या तुम और तुमारे नेता ही जम जाते है तो अशोक सचाई क़े साथ रहो निष्पक्ष रहो उसके बाद मीठालीजी को बोलने की कोशिश भी करो
देर है अंधेरे नहीं हमेशा सत्य कि बिजय होती है होती रहे गी डबल इंजन कि सरकार मिट्टी में मिलाने का काम हमारी यूपी योगी आदित्यनाथ जी कि सरकार करे गी करतीं रहें गी ऐक जागरु होना पड़ेगा हिनदु भाई यो को जो बटे गा वो कटे गा धन्यवाद सर जी आप को माफ कर ना जी धन्यवाद जय हिन्द जय भारत
अमिताभ जी पानी उतार देते हैं बेचारे मनोचिकित्सक से सलाह लेने के बाद भी चाटुकारिता से मुक्त नहीं हो पाते करें तो क्या ? पहले नंबर पर आप होगे दुसरे नंबर पर ये ।
कहा जाता है कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। आज दिखायी दे रहा है कि विपक्ष का झूठ भाजपा के सत्य पर भारी पड़ रहा है। भाजपा अपने सत्य के साथ फिर हासिए पर चली जाएगी।
1986 2005 tak shayad ye UP ki janta hi nahi samast Bharatiyon ko malum he us samay kine dange balwa huwa karte thhe mobile to thha nahi land line radio doordarshan ke madhyam se malum or sun ne ko milta thha.
Sir.. mujhe lagta.... Desh ke liye ulta bolne wale pe desh droh... Aur jo dusre dharm ke khilaf bolne wale ko.. samaj droh... Fir chahe.. hindu ho muslim ho... Sikh ho.. .. direct 10 saal ki saja honi chahiye.... Bina kisi case ke...