यही तो मुश्किल है 80 साल के बुड्ढे को कबर में होने चाहिए लेकिन वो फिर से पांच साल और मांग रहा है देश को 110% डुबाने के लिए इधर अग्निवीर के युवा 4 साल रिटायरमेंट में आयेगा और घर संभालेगा तो जनता को सोच ना चाहिए आगे वोट देने चाहिए या नहीं
मनुवाद हटाओ देश बचाओ , वानखेड़े साहब आप को कोटि कोटि नमन, आप जैसे सच्चे पत्रकार ही सच्चे समाज के दर्पण हैं, और आप जैसे पत्रकारों की वजह से ही पत्रकारिता बची हुई है, मोदी का कार्यकाल काले अक्षरों में लिखा जायेगा,
kyon ki 🎉yahi sawidhaan✋️ rahegaa tab tak ham mooft ki roti tod tod kar khaate rahenge ! 🥱warnaa 🥺kaam pe lag jaanaa padegaa aur ham sab mooft aur haraam ki khaa pi kar aish aur mazzaa karn bhi bhool 😭jaenge
ऐसे ऐसे साहसी और ईमानदार पत्रकार ही लोकतंत्र को बचाने में अहम् भूमिका निभाएंगे । हम सब बहुजन समाज के लोग आपको हृदय से आभार और ढेरों शुभकामनाएं देते हैं ।
अशोक वानखेडेजी मनापासून आपलं आभार व्यक्त करतो की,आपण नेहमी सत्य परिस्थिति देशवासीयांसमोर मांडता.निपक्ष ,निर्भीड व सत्येता मनापासून व्यक्त करता.बीजीपी हटाव संविधान, लोकशाही बचाव.अशोक वानखेडेजी जिंदा बाद.....
यह जय भीम लिखना जब आपने सीखा ना तभी से हमारी बर्बादी शुरू हुई है क्योंकि बंटवारा करने वाले लोगों को यह बहुत अच्छा तरीका मिल गया है जितना आप लोग बाबासाहेब को मानते हैं ना इतना ही हम ऊंची जाति वाले बाबा साहेब की पूजा भी करते हैं और अपने घर में फोटो भी लगते हैं मगर हम जय भीम नहीं बोलते हैं ना इसीलिए बंटवारा करने में लोगों को बहुत आसानी होती है तुम्हारे और हमारे बीच खाई पैदा करने की बहुत बड़ी आसानी बन जाती है
*झुंट बोले कौवा काटे..* *काले कौवे से डरियो...!* *हिन्दुस्तानी लोकतंत्र..?* *कौओ के हाथों में दे दिया कारोबार.. सबने हगहगकर भर दिया दरबार..!* 26 नवंबर 1949 के दिन डा आंबेडकरजी ने संविधान समिती के अध्यक्ष बैरिस्टर राष्ट्रपति डा राजेंद्रप्रसाद जी को संविधान समर्पित किया। उस समिती को संबोधन करते समय उन्होने एक बडी सटिक भविष्यवाणी कि ती और इशारा भी दिया था की *_मैने यह संविधान का मनोरा (मीनार) बडे कष्ट से बनाया की जो गोबर मिट्टी के टीलेपर खडा किया हैंं, मुझे डर है की वह कभी भी गीर सकता हैं..! कारण संविधान कितना भी अच्छा या बुरा हो अगर चलानेवाले देश के प्रति गद्दार, इविल दुष्ट सोंच के निकले तो वह संविधान की गलती नहीं होगी, वह चलानेवालो की और देशवासियो की हार होगी.. और भारत वापस गुलाम बनेगा..!_* आज यह भविष्यवाणी कुछ ही दिनो साबित हो सकती हैं..! जागो इंडिया जागो..! ब्राम्हणवादीयो को भगाओ..!! *ब्राम्हण मुक्त भारत..* पाप मुक्त भारत..! संविधानीक भारत..! विकसित भारत..! अंधश्रध्दामुक्त भारत..!! सुजलम सुफलम भारत..!!!
बाबा साहब भारत के ही नही नेता थे बल्कि पुरी दुनियाभर के नेता थे। क्योकि बाबा साहब दुनियाभर में चाहते समता,स्वतंत्रता, बंधुत्वा और न्याय स्थापित हो।ये अधिकार एक- एक व्यक्ति के पास होना चाहिए।
सबसे बड़ी चिंता यही लग रही है कि अगर यह सत्ता आगे भी रही, तो संविधान समाप्त होकर रहेगा। भारतीय जुमला पार्टी के तीन नेता खुले आम ऐसा बोल चुके हैं। यह अनायास नहीं है, यह बीजेपी की सोची-समझी साज़िश है। संविधान को बचाने की जिम्मेदारी हर एक नागरिक की है। अगर संविधान बदला तो उसके जिम्मेदार हम सभी होंगे, एक-एक नागरिक जिम्मेदार होगा। इसलिए यह चेतने का समय है, सोचने का समय है, आँखें खोलने का समय, अपने विवेक के इस्तेमाल का समय है।
आदरणीय अशोक वानखेडा साहब आपकी पत्रकारिता आपका विश्लेषण समजना बहुत कठिन है समजने के लिए दिमाग पढाई अर्थ जानकारी होने वाला समज सकता है बाकी ताली बजाते आज आपकी स्पीच देश हित में देश बचाने की देश का शविधान बचाने के लिए स्पीच कहा है धन्यवाद धन्यवाद जय भारत जय जवान जय किसान
जिस शासन में अधिकांश पत्रकारों की जुबान पर ताला लगा हुआ है, उस समय आप जैसे पत्रकार सच्चाई बता रहे हैं,सचमुच में साहस का काम है।आप वास्तव में टाइगर हैं।आपके साहस को सलाम।👍👍
Babaji ko nhi pta tha Wankhede unkle aage jake aise log bhi milenge jo garib garib me fark kre,pooja ke sthano me alag niyam bnega,dharmantaran hoga,ghuspaith oye ghusenge...Baba saheb achcha bnaye pr us pr sansodhan krne vale apne fayde kr liye tod fod kiye...Bjp hai to desh surakshit hai vankhedeji
इतना प्रेरणादाई और दिल को छूने वाला भाषण अपने जीवन के 72 साल मे मैने पहली बार सुना है । अब संविधान को बचाने का आखरी मौका है। हमारी अगली पीढ़ी को बचाने के लिए देश भक्त जनता और बाबासाहेब के विचारो पर चलने वाले सभी लोगोंकी यह जिम्मेदारी है कि लोकतंत्र बचाने के लिए आरएसएस/बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंके। जय भीम जय भारत जय संविधान जय लोकतंत्र।
श्रीमान वानखेड़े साहब को दिल से शुक्रिया, धन्यवाद, आप जैसे लोग ही सोया हुआ बहुजन समाज को जगा सकते हैं, सर, हमें देशवासियों को जगाने के लिए 365 दिन काम करना पड़ेगा, हमें राष्ट्रवादी देशभक्तों की एक फौज खड़ी करनी होगी जो लोकतंत्र और संविधान को बचाना चाहते हैं, समय कम है और काम कठिन है, जय भीम नमो बुध्धाय जय संविधान जय भारत, इन्कलाब जिंदाबाद, लड़ेंगे तो जितेंगे,
वानखेडे साहेब को सलाम जो सच बोलते हैं देश की देश की जनता की फिकर हैं आज देश के हालत गंभीर हो चुके आज देश पर देश के गद्दार राजं कर रहे हैं देश मे लोकशाही संविधान को मिटा रहे है मनुस्मुरती कायदा लागु
आपको बार बार प्रणाम जो हमेशा आप सत्य की और संविधान की भाषा कहते हैं इसलिए आपको ही नहीं पूरी रात को टीम को बार बार नमन और पूरी लोगों से निवेदन भाजपा हटाओ अंबेडकर जी का लोकतंत्र बचाओ जय हिंद जय जवान जय किसान जय मजदूर अंबेडकर अमर रहे लोहिया अमर रहे संविधान जिंदाबाद
Jai Bheem jai sanvidhan, . Sanvidhan hi nahi hoga to desh bhi nahi hoga,,,, mere desh ke logon Aankha kan aur Aatma se vichar karne ka samya Aa gaya hai,, jai Bheem