एक व्यक्ति/ समाज जो दुःख दर्द की कहानियां लिखता/कहता है उसने कभी दुख झेला ही नहीं। गरीबों की कहानियां चुरा कर वहीं हीरों बनना चाहता है जिसके समाज ने गरीबों की ये हालत बनाई है। उन्हे कभी शर्म भी नहीं आती है। असल में उन्हें सब पता है जानबूझ समाज को गुमराह बनाते हैं। आपने रिकार्ड किया। ऐसे ही करते हैं। Many many thanks.